इंट्रोवर्ट या शर्मीले लोगों के साथ बातचीत करना आसान नहीं होता है। ऐसे लोग अक्सर आसानी से बातचीत करने के लिए तैयार नहीं होते हैं।कई बार ऐसे लोगों को समझना मुश्किल हो जाता है, तो वहीं इंट्रोवर्ट लोगों के लिए भी अपनी बात दूसरों के सामने रखना आसान नहीं होता है। अंतर्मुखी होना तनावपूर्ण हो सकता है और एक निरंतर आंतरिक संघर्ष के अलावा, आपको दूसरों के सवालों से भी नचाहते हुए भी परेशान करता है। हालांकि, एक अंतर्मुखी के मन को समझना उन लोगों के लिए आसान नहीं है, जो बहुर्मुखी हैं या ज्यादा सामाजिक हैं।
वास्तव में, जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि कम आय पर बहिर्मुखी लोग कम वित्तीय स्थिति के अनुभव की भरपाई करने के लिए अपने अंतर्मुखी साथियों की तुलना में अधिक लक्जरी सामान खरीदते हैं। अध्ययन में ब्रिटेन में बैंक खातों से वास्तविक जीवन के डेटा का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें विभिन्न व्यक्तित्व प्रकारों वाले अमीर और गरीब लोगों की खर्च करने की आदतों की जांच की गई थी। वहीं ऐसे लोगों के बारे में कहा जाता है कि ये लोग दूसरों को आसानी से समझ पाते हैं। इसी तरह इंट्रोवर्ट लोगों के कई सारे गुण हैं। पर ये आदत ज्यादा अच्छी भी नहीं है। इससे आपको लोग न बोलने के कारण गलत भी समझ सकते हैं। अगर आप भी एक अंतर्मुखी या इंट्रोवर्ट हैं, तो आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लाएं, जो आपकी मदद कर सकती है।
अपने आप को घर से बाहर निकालें
अगर आप आप कहीं अचानक नहीं जाना चाहते हैं या अपरिचित लोगों से मिलना नहीं चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि आप जल्द ही अपनी जिंदगी से परेशान हो सकते हैं। इसके लिए आपको थोड़ा-थोड़ा कर के ही घर से बाहर निकलने की आदत डालनी होगी। इसके लिे पहले आप अपने आस-पास के पार्क में निकलें। इसके अलावा घर के पास हूी आप एक शाम की सैर या अपनी पसंदीदा पुस्तक के साथ एक कॉफी ब्रेक ले सकते हैं। इस तरह, आप लोगों के बीच में होना शुरू कर देंगे, जिससे आपको धीरे-धीरे लोगों के बीच रहने की आदत होने लगेगी। बात यह है कि घर के अंदर लंबे समय तक रहना आपको समाज से अलग कर सकता है। ऐसे में अगली बार जब आप किसी के साथ चैट पर जाएंगे तो आपको बात करने में भी चिंता होगी।
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ऑफिस में लोगों से बात करने की कोशिश करें
एक अंतर्मुखी कर्मचारी की ताकत यह है कि वे हमेशा ही काम करते रहते हैं। ऐसे में अगर आप समूह की बातचीत या किसी बैठक के दौरान योगदान नहीं दे रहे हैं या नए विचारों को साझा नहीं कर रहे हैं, तो इससे लंबे समय में आपको टीम से बाहर कर सकती है। इसलिए काम के घंटों के दौरान कुछ बातचीत करना एक अच्छा विचार है। इसके लिए आप अपने किसी एक दोस्ते के साथ बातचीत बढ़ाएं, जो ऑफिस में आपको सबसे अच्छा लगता हो और उसके बाद धीरे-धीरे अपना दायरा बढ़ाएं। इस तरह आप लोगों के बीच रहने लगेंगे और आपको इसकी आदत हो जाएगी।
खुद को आंकना बंद करें
खुश रहने का पहला कदम है खुद को बिना शर्त स्वीकार करना। अपने आप को पूरी तरह से बदलने के लिए मजबूर करने की कोशिश केवल आपके मन की शांति को खत्म कर सकता है। वहीं इसके लिए अपने व्यवहार को एक डायरी में ट्रैक करें और परिवर्तन को व्यवस्थित रूप से होने दें। आप अपने मन की हर बात को वहां लिखें और लोगों और बात करने की कोशिश करें। आप धीरे-धारे जब लोगों सो बात करने लगेंगे तो आपको पता लग जाएगा कि आप इतने भी खराब नहीं जितना आप सोच रहे थे।
अच्छे लोगों के दोस्ती करें
वास्तव में व्यापक विचारधारा वाले लोग आपको कभी जज नहीं करेंगे। वे आपके करीबी दोस्त, माता-पिता या भाई-बहन हो सकते हैं। किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढें जिससे आप खुल कर बातचीत कर सकते हैं। इस तरह आप उनसे आसानी से बात करने का तरीका सीख लेंगे। वहीं आप चाहें तो इन लोगों से अपने मजबूत और कमजोर क्षेत्रों पर प्रतिक्रिया भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा महनत करने की जरूरत नहीं है, बस कुछ अच्छे दोस्त बनाने पड़ेंगे।
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अपने आप को खुश रखें
अगर आप खाना पकाने का आनंद लेते हैं और खुद के लिए कुछ खास चीजों को पसंद करते हैं, तो अपने लिए इन सब चीजों को करें। एक अच्छा ड्रिंक बलाएं, अच्छा संगीत लगाएं और स्वादिष्ट भोजन के साथ खुद को खुश करें। हालांकि, अगर यह बहुत अधिक प्रयास जैसा लगता है, तो आप अकेले भी भोजन करने जा सकते हैं। वहीं आप अपने दोस्त के साथ भी बाहर जा सकते हैं और थोड़ी मौज-मस्ती कर स्ट्रेस-फ्री हो सकते हैं।
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