मधुमेह से पीडि़त लोगों के लिए यह अच्छी खबर है, क्योंकि अब शुगर का स्तर जांचने के लिए विदेशी स्ट्रिप की बजाय भारत में ही बनी स्ट्रिप का प्रयोग किया जा सकेगा।
दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, मधुमेह की जांच के लिए भारत कई तरह की नवीन तकनीक पर काम कर रहा है। जल्द ही लोगों को भारत में निर्मित शुगर की जांच करने वाली स्ट्रिप उपलब्ध होगी। यह स्ट्रिप सस्ती होगी और प्रयोग करने में इसके परिणाम भी अच्छे होंगे।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य अनुप्रयोगों के लिए वहन करने योग्य घरेलू तकनीक के विकास और उन्हें प्रयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम शुरू किया है।
आईसीएमआर मधुमेह के लिए देसी तकनीक का विकास कर रहा है। विकसित की जाने वाली जांच स्ट्रिप शुरुआती स्तर पर काम करेगी। इसके अलावा मच्छर नियंत्रण और टीबी जांच का तरीका, डेंगू और अन्य कई बीमारियों की जांच का तरीका भी तलाशा जा रहा है।
इस दिशा में चल रहे अनुसंधानों को देखते हुए यह यह स्ट्रिप 2014 तक लोगों के बीच उपलब्ध होगी। इसके अलावा 30 अन्य तकनीकों पर भी काम चल रहा है जो 2014 तक पूरा हो सकेगा।