सुख-दुख, हंसना-रोना ये सब प्राकृतिक नियम हैं। अगर हम एक पल में खुश हैं तो दूजा पल दुख का आता ही है। लेकिन हमारी तमाम जद्दोजहद खुश होने के लिए होती है। कैसे अपने मूड को सही रखा जा सके, कैसे खुश रहा जा सके, कैसे उदासीनता भगई जा सके। हम ताउम्र इन्हीं सबकी खोज करते हैं। खैर! यहां हम कुछ ऐसे तथ्यों का जिक्र करेंगे जिसे सुनते ही न सिर्फ आप चैंक उठेंगे बल्कि होंठों पर बेसाख्ता मुस्कुराहट भी खिल उठेगी।
व्हेल ताउम्र के लिए दोस्ती रखते हैं
आप यह जानकर हैरान हो गए होंगे; लेकिन इंसानों की तरह व्हेल अपने दोस्ती लम्बे समय तक चलाते हैं। यही नहीं व्हेल अपने दोस्तों से समय समय पर मिलने भी जाते हैं। जाहिर है खैरियत पूछने के लिए।
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चूहों को भी गुदगुदी होती है
गुदगुदी होना शब्द सुनते ही हमारे चेहरे पर मंद मुस्कान खिल उठती है। लेकिन इस भाव से चूहे भी अनजान नहीं है। हमारी तरह चूहों को भी गुदगुदी का एहसास होता है।
गिलहरी प्रकृति संरक्षक है
इंसान बड़ी बड़ी मीटिंगें करते हैं, अपने अपने स्तर पर प्रकृति का बचाव करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इस दुनिया में इंसानों से बेहतर प्रकृति संरक्षक यदि गिलहरी को कहा जाए तो कतई गलत नहीं होगा। असल में गिलहरी के कारण प्रति वर्ष कई सैकड़ों पेड़ उगते हैं। आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे? दरअसल गिलहरी अपना खाना खाने के बाद जो बीज फेंकती है, वही पेड़ बन जाता है।
ऊदबिलाव एक दूसरे का हाथ पकड़कर सोते हैं
इंसा अकसर यही सोचते हैं कि भावनाओं के एकमात्र वही धनी हैं। जबकि ऐसा नहीं है। ऊदबिलाव इसका बेहतरीन उदाहरण है। दरअसल ऊदबिलाव इसलिए अपने साथी का हाथ पकड़कर सोते हैं ताकि वह जुदा न हो जाए। मतलब यह कि उन्हें भी बिछड़ने का गम होता है।
डोल्फिन इंसानों की दोस्त है
यह तथ्य तो हर कोई जानता है कि डोल्फिन इंसानों की दोस्त है। मगर क्या आप यह जानते हैं कि डोल्फिन एक सहायक जीव है। वह न सिर्फ इंसानों को बल्कि डूबते हुए किसी भी जीव को बचाने में सहायता देने में खुशी महसूस करती है।
पेंगुइन जीवन में सिर्फ एक ही बार सहवास करते हैं
जी, हां! यह सच है कि पेंगुइन जीवन में सिर्फ एक ही बार सहवास करते हैं। लेकिन इससे भी बड़ा रोचक तथ्य यह है कि पेंगुइन बकायदा इंसानों की तरह प्रपोज करते हैं। यही नहीं वे एक दूसरे को गिफ्ट भी देते हैं। क्या आप जानते हैं कि वे गिफ्ट में क्या देते हैं? वे प्रपोज करते हुए कंकड़ गिफ्ट करते हैं।
जितना सोचते हैं, उतने पतले होते हैं
लगता है यह पंक्ति पढ़कर आपके चेहरे पर हंसी खिल उठी है। लेकिन यह तथ्य है कि आप जितना ज्यादा सोचते हैं, उतनी ज्यादा आपकी कैलोरी खर्च होती है। जितनी ज्यादा कैलोरी खर्च होती है, पतले होने की संभावना उतनी ही बढ़ती है। अतः दिनभर सोचते रहिये। यकीन मानिए यदि आप मोटे हैं तो जल्द पतले हो जाएंगे।
रोज नहाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है
क्या कहा, आप इस तथ्य को नहीं मानते? लेकिन यह सच है कि रोज नहाने से त्वचा रूखी हो जाती है। यही नहीं त्वचा फटने भी लगती है। यही कारण है कि सप्ताह में दो या तीन बार ही नहाना चाहिए।
लड़कियां सिर्फ दो दिन ही बातों को गुप्त रख पाती हैं
यूं तो लड़कियां बातें न पचा पाने के लिए बदनाम हैं। इसलिए लड़के अकसर उन्हें अपने सिक्रेट बताने से बचते हैं। लेकिन शायद आपको यह तथ्य न पता हो कि लड़कियां सिर्फ दो दिन तक ही कोई अपने दिल में दबाए रख सकती हैं। सो, अब तो लड़कों को और भी एलर्ट होना पड़ सकता है।
इसके अवाला हंसना सहज प्रवृत्ति है। हमें अगर कोई न भी हंसाए या हम किसी और को हंसता न भी देखें तो भी हमारे चेहरे पर मुस्कान खिल सकती है। इसकी वजह यह है कि हंसना सहज प्रवृत्ति है।
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