अमलतास की चटनी खाने से दूर होती है कब्ज और सेहत को मिलते हैं कई फायदे, जानें बनाने का तरीका

कब्ज की परेशानी को दूर करने के लिए आप अमलतास की चटनी का सेवन कर सकते हैं। चलिए जानते हैं बनाने का सही तरीका-  
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अमलतास की चटनी खाने से दूर होती है कब्ज और सेहत को मिलते हैं कई फायदे, जानें बनाने  का तरीका

अमलतास आयुर्वेदिक गुणों मे भरा होता है। आयुर्वेद में कई बीमारियों को दूर करने के लिए अमलतास का इस्तेमाल किया जाता है। पेट में दर्द, बुखार, स्किन की परेशानियों और दिल से जुड़ी बीमारियों को ठीक करने के लिए अमलतास का इस्तेमाल होता है। सिरसा के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि  अमलतास की पत्तियों और फूलों में कई गुण छिपे होते हैं। यह कूलिंग प्रवृति का होता है। इसमें एस्ट्रिंजेंट, लैक्सेटिव, ड्यूरेटिक, एंटी-इंफ्लामेटरी जैसे गुण मौजूद होते हैं, जो आपके शरीर की कई परेशानियों को दूर कर सकता है। इतना ही नहीं अमलतास के फलों के गुदों से तैयार चटनी का सेवन करने से कब्ज की परेशानी से राहत पाया जा सकता है। इसके अलावा इसके कई और फायदे होते हैं। चलिए जानते हैं किस तरह तैयार करें अमलताल की चटनी और इसके फायदे-

कैसे तैयार करें अमलतास की चटनी?

आवश्यक सामाग्री 

  • अमलतास का गुदा - 500 ग्राम
  • नींबू का रस - 1 किलो
  • सौंठ - 20 ग्राम
  • काली मिर्च - 20 ग्राम
  • काली पिपर - 20 ग्राम
  • हींग - 20 ग्राम
  • बड़ी इलायची - 20 ग्राम
  • सेंधा नमक - 50 ग्राम
  • काला नमक - 50 ग्राम
  • सफेद जीरा भुना हुआ - 50 ग्रामॉ
  • मुनक्का - 250 ग्राम
  • अकरकरा - 50 ग्राम

विधि

सबसे पहले नींबू के रस में अमलतास का गुदा और मुनक्का भिगोकर रख दें। इसे करीब 2 दिनों तक भिगोने छोड़ दें। बाकि चीजों को पीस लें। दो दिन बाद नींबू के रस में मौजूद चीजों को मसलकर छान लें। ताकि इसमें मौजूद अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाए। इसके बाद सभी पीसी हुई चीजों को मिला दें। 

कैसे खाएं?

तैयार चटनी को रात के समय सोने से पहले 1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ खाएं। इससे कब्जियत की परेशानी से राहत पाया जा सकता है। अगर आपकी परेशानी ज्यादा है, तो 1.5 से 2 चम्मच चटनी खा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इसका सेवन सिर्फ रात के समय करना है। दिन में इस चटनी का सेवन बिल्कुल भी न करें। 

एक्सपर्ट बताते हैं कि यह चटनी आपकी आंतों को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। इस चटनी को 2 से 4 महीनों तक खा सकते हैँ। अगर आपको चटनी लेने के बाद किसी तरह की परेशानी महसूस होती है, तो एक बार एक्सपर्ट से राय जरूर लें। 

अमलतास की चटनी के फायदे (Benefits of Amaltas Chutney)

बवासीर की शिकायत करे दूर

अमलतास की चटनी का सेवन करने से बवासीर की परेशानी दूर हो सकती है। यह आपके गुदे में होने वाले सूजन और दर्द को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ इस चटनी का सेवन करें। 

पीलिया से दिलाए राहत

अमलतास के फलों का गुदा पीलिया जैसी खतरनाक बीमारी को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। पीलिया की शिकायत होने पर किसी अच्छे आयुर्वेदाचार्य से संपर्क करें। उनके सलाहनुसार आप अमलतास का सेवन कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल से आपकी परेशानी काफी हद तक ठीक हो सकती है।

जोड़ों के दर्द से दिलाए आराम

जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में अमलतास आपके लिए लाभकारी हो सकता है। अगर आपको गठिया की वजह से जोड़ों में दर्द हो रहा है, तो अमलतास की चटनी का सेवन 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ करें। इससे आपको जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकता है। 

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रक्त पित्त से दिलाए छुटकारा

शरीर के अंगों जैसे- कान, नाक इत्यादि से खून निकलने की परेशानी को रक्त पित्त (Haemoptysis) कहते हैं। इस परेशानी को दूर करने के लिए भी आप अमलतास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे खून बहनी समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। 

वात विकार को करे दूर

अमलतास की चटनी का सेवन करने से बात विकार को भी दूर किया जा सकता है। वात विकार होने पर भी आप इसका सेवन कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इसकी उचित मात्रा जानने के लिए एक बार आयुर्वेदाचार्य से भी संपर्क करें। 

डायबिटीज को करे कंट्रोल

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप अमलतास की चटनी का सेवन कर सकते हैं। रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी के साथ 1 चम्मच अमलतास की चटनी का सेवन करें। इसका सेवन आप लगातार 6 महीनों तक कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको किसी तरह की परेशानी महसूस हो रही है, तो एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें। इससे आपका ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर भी कंट्रोल हो सकता है। 

हाइड्रोसील की परेशानी में हो सकता है लाभकारी

हाइड्रोसील की परेशानी से राहत दिलाने में भी अमलतास गुणकारी हो सकता है। इसके गुदों से तैयार चटनी का सेवन करने से अंडकोष की वृद्धि को रोका जा सकता है। हाइड्रोसील होने पर एक बार आयुर्वेदाचार्य से संपर्क करें। ताकि वह आपको उचित सलाह दे सकें।

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अन्य तरीकों से भी कर सकते हैं अमलतास का सेवन

1. पानी में अमलतास के पत्तों को उबालकर इसका काढ़ा तैयार करके पिया जा सकता है। 

2. अमलतास की पत्तियों से तैयार काढ़े में आप थोड़ा सा गाय का घी मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। 

3. गठिया की परेशानी होने पर सरसो तेल में अमलतास की पत्तियों को पकाकर इसका सेवन करेँ। इससे आमवात से लाभ मिलेगा।

4.  इसके अलावा अमलतास के फलों का गुदा और पत्तों का लेप तैयार करके आप प्रभावित स्थान पर लगा सकते हैं। इससे जोड़ों में दर्द से छुटकारा मिल सकता है। 

5. स्किन में किसी तरह की परेशानी होने पर आप अमलतास के जड़ों को पीसकर इसका लेप स्किन पर लगा सकते है। इससे संक्रमण की परेशानी दूर होगी। साथ ही दाद और खुजली की समस्या से लाभ मिलेगा।

6. कनेर के पत्तों के साथ मिलाकर इसका लेप भी लगाया जा सकता है। इससे स्किन रोग दूर हो सकते हैं। 

7. स्ट्रेच मार्क्स होने पर अमलतास की पत्तियों को दूध में पीसकर लगाएं। इससे स्ट्रेच मार्क्स दूर हो सकता है। 

अमलतास की चटनी कब्ज की परेशानी को दूर करने में असरकारी हो सकता है। इसके अलावा यह कई अन्य बीमारियों से भी राहत दिला सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से उचित सलाह जरूर लें। ताकि आगे होने वाली गंभीर परेशानी से बचा जा सके। साथ ही इसका सेवन करने की उचित मात्रा जानने के लिए आयुर्वेदाचार्य से संपर्क जरूर करें। 

 

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