वायु प्रदूषण दुनियाभर में एक गंभीर खतरे के रूप में देखा जा रहा है। इसका प्रभाव पर्यावरण के साथ ही इंसानों में भी तेजी से बढ़ रहा है। यह स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। हाल ही में हुई एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो (EPIC) के मुताबिक वायु प्रदूषण सेहत के लिए धूम्रपान और शराब से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। विश्वभर में इसका असर देखा जा रहा है।
हो सकती हैं ये समस्याएं
स्टडी के मुताबिक प्रदूषण इंसान की शरीर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। यह शरीर के लिए धीरे-धीरे जहर की तरह काम करता है। यह फेफड़ों से जुड़ी समस्या के साथ-साथ स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों का भी कारण बनता है। दूषित हवा में पाए जाने वाले तत्व शरीर के अंदर प्रवेश कर सांस से जुड़ी समस्याओं को भी बढ़ा सकते हैं। इससे अस्थमा से ग्रस्त लोगों की स्थिति और भी बत्तर हो सकती है। यही नहीं यह बच्चों की सेहत को भी कई तरीकों से नुकसान पहुंचाता है।
इसे भी पढ़ें - वायु प्रदूषण से बढ़ रहा है जल्दी मरने और विकलांगता का खतरा, शोध में हुआ खुलासा
क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में 91 प्रतिशत लोग ऐसी जगहों पर रहते हैं, जहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स डब्लयूएचओ की निर्धारित सीमा 5µg/m3 से ज्यादा है। डब्लयूएचओ के मुताबिक 99 प्रतिशत लोग खराब वायु में रह रहे हैं और यही वजह है कि लोग वायु प्रदूषण के जरिए हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अस्थमा जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और इसके चलते हर साल लाखों जानें जा रही हैं।
वायु प्रदूषण से बचने के तरीके
प्रदूषण से बचने के लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाकर निकलें और अपने आस-पास ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाएं। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना भी बेहद जरूरी है। इसलिए ऐसे में खान-पान और डाइट को हेल्दी रखें। अपने आस-पास कचरा फेंकने या फिर कूड़ा आदि जलाने से बचें। ऐसे में प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल कम करें। प्रदूषण के प्रभाव से बचने के लिए आप भाप लेने के साथ ही काढ़ा भी पी सकते हैं।