पुरुषों को भी होता है ब्रेस्ट कैंसर, खतरे को बढ़ाती हैं ये 5 बातें

पुरुषों में होने वाला ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं से ज्यादा जटिल होता है। आमतौर पर इसका खतरा बड़ी उम्र के लोगों को ज्यादा होता है मगर युवाओं में भी इसके कुछ मामले देखे गए हैं।
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पुरुषों को भी होता है ब्रेस्ट कैंसर, खतरे को बढ़ाती हैं ये 5 बातें


आमतौर पर लोग ऐसा मानते हैं कि स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर का खतरा सिर्फ महिलाओं को होता है। यह सच है कि ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों में महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा है मगर पुरुषों को भी इसका खतरा होता है। खास बात यह है कि पुरुषों में होने वाला ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं से ज्यादा जटिल होता है। आमतौर पर इसका खतरा बड़ी उम्र के लोगों को ज्यादा होता है मगर युवाओं में भी इसके कुछ मामले देखे गए हैं। पुरुषों के वक्ष पर मांस ज्यादा नहीं होता है इसलिए ब्रेस्ट में ट्यूमर का पता पुरुषों में ज्यादा आसानी से लगाया जा सकता है। पुरुषों में सबसे आम स्तन ट्यूमर ‘डक्टल कैर्सीनोमा’है। कुछ ऐसी बाते हैं, जो पुरुषों में स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं। इसलिए ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए पुरुषों को इन सभी से सावधानी बरतने की जरूरत है।

लिवर की बीमारी

जिन पुरुषों में लिवर की बीमारी होती है उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। अगर कोई भी पुरुष बीआरसीए जीन का वाहक होता है या क्लीन सेल्टर सिंड्रोम से ग्रस्त होता है, तो वह स्तन कैंसर से पीड़ित होने के करीब होता है। इसके अलावा अगर फैटी लिवर और लिवर सिरोसिस का लंबे समय तक इलाज न किया जाए, तो भी ये कैंसर के खतरे को बढ़ा देते हैं।

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रेडिएशन के संपर्क में आने से

कई बार कुछ रोगों के इलाज के लिए रेडिएशन थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। इस थेरेपी के कारण भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यदि आपने सीने में किसी अन्‍य प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए रेडियेशन थेरेपी का सहारा लिया है तो भविष्‍य में ब्रेस्‍ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

उम्र का बढ़ना

पुरुषों में स्‍तन कैंसर के मामले बढ़ती उम्र के साथ ज्यादा देखे गए हैं। आमतौर पर 40 से 60 साल तक के पुरुषों में कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए उम्र के इस पड़ाव पर आकर अपने खान-पान लाइफस्टाइल आदि में जरूरी बदलाव कर लेने चाहिए। इसके साथ ही अपना वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना चाहिए।

मोटापा भी हो सकता है कारण

मोटापा कई अन्य रोगों का कारण बनता है मगर पुरुषों में मोटापे के कारण स्‍तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल मोटापे के कारण फैट सेल्‍स की संख्‍या शरीर में बढ़ जाती है जो बाद में ट्यूमर का कारण बन सकती है। इसके अलावा फैट सेल्‍स से शरीर में एस्‍ट्रोजन की मात्रा बढ़ सकती है, जो कि पुरुषों में ब्रेस्‍ट कैंसर का प्रमुख कारण है।

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शराब और सिगरेट बढ़ाता है खतरा

एल्‍कोहल पीने की आदत के कारण भी पुरुषों में ब्रेस्‍ट कैंसर होने का अधिक खतरा रहता है। इसके अलावा स्मोकिंग भी आपके लिए बहुत हानिकारक है। ये दोनों आदतें शरीर में 100 से ज्यादा रोगों का कारण बन सकती हैं इसलिए शराब और सिगरेट का सेवन अधिक मात्रा में करने से बचना चाहिए, यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिहाज से भी ठीक नहीं है।

पुरुषों में स्तन कैंसर की पहचान

स्तर कैंसर के कारण छाती में भारीपन महसूस होता है। अगर आपको अपने सीने में कोई गांठ महसूस हो या भारीपन लगे, तो चिकित्सक से संपर्क करें। पुरुषों में कई बार हार्मोन के बदलाव की वजह से स्तनों के आकार में फर्क आ जाता है। स्तनों के आकार में जरा सा भी फर्क आने पर अपने चिकित्‍सक से तुरंत संपर्क करें।

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