
नीम का 30-60 मिलीग्राम अर्क 10 सप्ताह तक प्रतिदिन दो बार लेने से पेट और आंतों के अल्सर को ठीक करने में मदद मिलती है। पर इससे ज्यादा लेना, नुकसानदेह है
आयुर्वेद में नीम को कई बीमारियों का रामबाण इलाज माना गया है। इसकी पत्तियों से लेकर इसके छाल और निबौरियों तक को कई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार रोज सुबह खाली पेट नीम का सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है पर इससे कई बीमारियों से भी निजात मिलती है। साथ ही ये एंटीबैक्टीरिल गुणों वाला भी है, जिसे आप चेहरे और बालों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। पर क्या कभी आपको नीम की पत्तियों को खा कर शरीर में कोई एलर्जी महसूस हुई है? जैसे कोई रैशेज या खुजली। अगर हां, तो ये नीम का नुकसान (side effects of neem)है, जो कि आपको कई कारणों से हो सकती है। आज हम आपको नीम के कारण होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में बताएंगे, जिसे किसी को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
नीम के पत्ते खाने का नुकसान-Side Effects Of Neem
1. ब्लड शुगर का अधिक लो हो जाना
नीम की पत्तियों का सेवन करने से शरीर के अंदर हाइपोग्लाइसेमिक या ब्लड शुगर का स्तर कम होता है। शुगर के कारण शरीर में होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है। पर अगर आप नीम की पत्तियों का रोज और ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर ज्यादा लो हो सकता है। ये खास तौर पर डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदेह है क्योंकि डॉक्टर मधुमेह के रोगियों के लिए नीम के पत्तियों को चबाने की सलाह देते हैं क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। लेकिन, जब अधिक मात्रा में लिया जाता है, तो व्यक्ति को हाइपोग्लाइसीमिया की परेशानी हो सकती है, जिसके कारण चक्कर आना और कमजोरी आदि हो सकती है।
2. एलर्जी
किसी भी चीज को जब शरीर संभाल नहीं पाता है, तो उसे एलर्जी के रूप में पहचानता है। ऐसा ही कुछ नीम के साथ होता है। नीम को लेकर किए किए एक अध्ययन के अनुसार लगातार तीन हफ्तों तक नीम का सेवन करने से शरीर में एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई। इसमें बताया गया कि एलर्जी नीम के प्रति शरीर की सेंसिटिवनेस है, जो कि दाने और चक्कते के रूप में नजर आते हैं। कई बार इसके कारण लोगों के शरीर पर बिना वजह खुजली होती है, जिसमें कि व्यक्ति को कुछ दिनों के लिए नीम लेना बंद कर देना चाहिए।
इसे भी पढ़ें : इन 3 तरीके से लोगों को परेशान करता है कोहनी का दर्द, एक्सपर्ट से जानें कोहनी में दर्द का कारण और घरेलू उपचार
3.किडनी डैमेज का डर
नीम आपके शरीर को प्यूरीफाई करता है और डिटॉक्स कर देता है। पर अगर ये ज्यादा हो जाए और शरीर में कुछ वेस्ट प्रोडक्ट न बनें, तो किडनी फ्लेयोर का डर बढ़ जाता है। हालांकि नीम के सेवन और गुर्दे की क्षति के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, इसलिए किसी भी व्यक्ति को इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
4.पेट की परेशानियां हो सकती हैं
नीम आपकी पेट से जुड़ी परेशानियों का भी कारण बन सकता है। ज्यादा नीम की पत्तियों का सेवन करने से आपको मतली या पेट में जलन आदि हो सकती है। ऐसा इसलिए कि नियमित रूप से नीम का रस पीने से आपको पेट साफ करने में मदद मिलेगी और आपके चयापचय में सुधार होगा। जब आप इसे ज्यादा मात्रा में लेंगे, तो ये आपके फैट को ज्यादा बर्न करेगा और आपको खाली पेट जलन और मतली आदि हो सकती है।
5. इम्यून सिस्टम को ओवर एक्टीवेट कर सकता है
नीम या नीम आधारित उत्पादों का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा दे सकता है। हालांकि, आपको डॉक्टर से पूछ कर ही इसका सेवन करना चाहिए। क्योंकि नीम का अधिक सेवन इम्यून सिस्टम को एक्टिवेट कर सकता है और अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों को ट्रिगर कर सकता है।
इसे भी पढ़ें : मोटापा कम करने में आपके लिए फायदेमंद है तेज पत्ता, एक्सपर्ट से जानें इसके गुण और प्रयोग का तरीका
कितनी मात्रा में लें नीम?
WebMD की मानें, तो
- -नीम के पत्तों का अर्क या जेल दांतों और मसूड़ों पर 6 सप्ताह तक लगातार इस्तेमाल किया जा सकता है।
- - ब्रश करने के बाद 30 सेकंड के लिए माउथवॉश के रूप में 15 एमएल नीम का ही उपयोग करें।
- -बालों में जू होने पर नीम के 100 एमएल शैंपू को 10 मिनट के लिए सूखे बालों पर लगाएं और जू खत्म हो जाने के बाद सौम्य शैंपू का इस्तेमाल करें।
- -रोजाना 3 मिलीग्राम या इससे ज्यादा नीम के पत्तियों के अर्क का सेवन न करें।
इस तरह अगर आप रोज नीम की पत्तियों को चबाने की सोच रहे हैं या रोज इसका जूस पीना चाहते हैं, तो पहले किसी डाइटिशियन से बात करें और कोशिश करें कि रोज नीम का सेवन न करें। इससे आपके शरीर को नुकसान हो सकता है।
Read more articles on Home-Remedies in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।