जाती सर्दी और आती गर्मी ऐसा समय है, जिसमें कई बीमारियों और संक्रमणों के बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। इस दौरान बहुत से लोग मौसम के बदलाव को हल्के में लेकर लापरवाही बरतने लगते हैं, जिसका खामियाजा कई बार उन्हें वायरल इंफेक्शन के तौर पर भी भुगतना पड़ता है। वसंत का आगमन हमारे लिए कई अच्छे संकेत लाता है तो कई लोगों के लिए सर्दी जुकाम जैसी समस्याएं भी लाता है। भारत में फरवरी और मार्च का महीना सर्दी के जाने का समय है। वहीं इस मौसम में हल्की गर्मी भी होने लगती है। कुछ लोग इस मौसम में पंखे और सामान्य तापमान वाले पानी का सेवन करते हैं, जो ज्यादातर लोगों को बीमार करता है। गलत और दूषित खान पान भी इस समस्या का एक कारण है। ऐसे में डाइट पर ध्यान नहीं देने से भी अनेकों स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि यह बेहद सामान्य तकलीफें हैं, जिनपर थोड़ा सा भी ध्यान देने मात्र से इनसे बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इस मौसम में होने वाली समस्याएं और खुद को चुस्त दुरुस्त रखने के कुछ सरल तरीके
इन बीमारियों का रहता है खतरा
1. सर्दी जुकाम
सर्दी, जुकाम, नाक बहना, बुखार आदि की समस्याएं सर्दियों में आपको काफी परेशान कर सकती है। यह बेहद आम समस्याएं हैं, लेकिन समय पर उपचार न मिलने से यह आपको काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं। अमूमन लोगों में यह समस्या केवल लापरवाही बरतने के कारण होती हैं। सर्दियों में ठंडे पानी के सेवन, शरीर का तापमान कम होने आदि पर यह समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि यह बहुत ही सामान्य बीमारियां हैं, जिसमें कई घरेलू नुस्खों को अपनाकर इनसे निजात पाई जा सकती है।
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2. त्वचा में रूखापन
यह समस्या भी काफी आम है, जो अक्सर सर्दियों के मौसम में होती है। सर्दियों में या सर्दियों के जाते मौसम में आपकी त्वचा अपना मिजाज बदलने लगती है। आपके हाथ, पैर, मुंह आदि में रूखापन आ सकता है। साथ ही होठ और ऐड़ियां भी फटने लगती हैं। ऐसा इसलिए होता है कि सर्दियों में आपकी शरीर में नमी की कमी आ जाती है, जिस कारण त्वचा में दरारें भी आने लगती हैं। कई बार नहाते या हाथ, मुंह धोते समय गर्म पानी के अधिक सेवन से भी आपकी त्वचा फटने लगती है। नारियल के तेल और कई मौश्चराइजर क्रीमों के उपयोग से आप इस समस्या से दूर रह सकते है।
3. जोड़ों में दर्द
सर्दी के मौसम में आप हड्डियों की बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं, जिसमें से सबसे सामान्य है जोड़ों का दर्द। हालांकि जोड़ों का दर्द आपको किसी भी समय हो सकता है, लेकिन सर्दी में यह आपको अधिक परेशान कर सकता है। वहीं हड्डियों की अन्य बीमारियां जैसे आपकी शरीर के किसी अंग में पहले से फ्रैक्चर हुआ हो या आप पहले से ही स्पॉंडिलाइटिस या फिर स्पाइन की किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो इसका दर्द और भी बढ़ सकता है।
4. बच्चों में निमोनिया का होना
जाती सर्दी या बदलते मौसम में केवल बड़े ही नहीं बल्कि बच्चों को भी बीमारियां लगने का खतरा रहता है। सर्दी में कई बच्चे निमोनिया की चपेट में आ जाते हैं। ऐसा होने पर घबराएं नहीं बल्कि बच्चे को घरेलु नुस्खों के जरिए ठीक करने का प्रयास करें।
5. अस्थमा
इस बीमारी से ग्रस्त लोगों को सर्दियों में स्वास्थ्य के प्रति अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। देखा गया है कि तापमान संतुलित नहीं होने के कारण सर्दियों में कई बार सांस लेने में परेशानी भी होती है। वहीं यह समस्या उन लोगों के लिए गंभीर रूप ले सकती है, जो पहले से ही अस्थमा से पीड़ित हैं। ऐसे में ठंडे पदार्थों का सेवन त्यागकर गर्म पानी पियें और भाप लें।
इन चीजों का रखें खास ख्याल
1. इम्यूनिटी को करें मजबूत
बहुत से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है, जिससे वे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते रहते हैं। सर्दी में या जाती हुई सर्दी के मौसम में इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की आपका इम्यून सिस्टम ठीक तरह से कार्य कर रहा है या नहीं। इसके लिए आप हर समय गर्म पानी का सेवन करें। आप चाहें तो गिलोय की लकड़ियां उबालकर उसका रस बनाकर भी पी सकते हैं। यह आपके इम्यून सिसटम के लिए बहुत मददगार औषधि साबित हो सकती है।
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2. पानी की कमी न होने दें
हममें से बहुत से लोग दिनभर में बहुत कम पानी पीते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बिलकुल ठीक नहीं है। शरीर में पानी की कमी के कारण पाचन तंत्र और पेट से जुड़ी अनेकों प्रकार की बीमारियां पैदा हो सकती हैं, इसलिए हमें दिनभर में कम से कम दो से तीन लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए। कई लोग ऐसे भी होते हैं जो कड़कती धूप में खड़े होकर ठंडा पानी पीते हैं, ऐसा करना बिलकुल नुकसानदेह है। हो सके तो पानी को बैठकर संतुलित मात्रा में पीएं। जिससे शरीर में दूषित पदार्थ साफ हो सकें और आपका शरीर स्वस्थ रह सके।
3. मौसमी सब्जियों का करें सेवन
बेहतर स्वास्थ्य के लिए मौसम के साथ हमें खुद में और अपने खानपान में भी बदलाव लाना चाहिए। जाती सर्दियों में हमें मौसमी सब्जियों जैसे मटर, गाजर, आंवला, पालक आदि और मौसमी फलों जैसे सेब, अंगूर संतरे आदि का सेवन करना चाहिए। इनमें मौजूद पोषक तत्व हमें बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं।
जाती सर्दी में बचाव करना बेहद जरूरी है, ऐसे में पौष्टिक आहार और कुछ खनिज पदार्थों के सेवन से आप खुद को स्वस्थ रखकर जाती सर्दी का सामना कर सकते हैं। इस लेख में दिए गए सुझावों को आप अपने डेली रुटीन में शामिल कर सकते हैं।
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