बच्चों के सेहत को ध्यान में रखते हुए उनके डाइट प्लान को बनाना एक चुनौती भरा काम हो सकता है। छोटे बच्चों के खानपान का समुचित ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। बच्चों की अच्छी सेहत के लिए माता-पिता को ये जानना बेहद जरूरी है कि उन्हें किस उम्र में किन चीजों की आवश्यकता होती है। शरीर के अच्छे और संतुलित पोषण के लिए किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए लेकिन इससे भी बड़ी बात यह है कि किसी भी माता-पिता को यह भी जानना बेहद जरूरी है कि बच्चों की सेहत पर कुछ खाद्य पदार्थों का उल्टा असर भी हो सकता है। छोटे बच्चे जिनकी उम्र 2 साल से कम है उन्हें कुछ चीज़ें बिलकुल नही खिलानी चाहिए, इन चीजों का सेवन बच्चों के लिए लाभदायक नही हो सकता। तो आइये जानते हैं उन खाद्य पदार्थों के बारे में जिन्हें छोटे बच्चों को भूल से भी नही खिलाना चाहिए।
1. नमक (Salt)
छोटे बच्चों को ज्यादा नमक का सेवन नही करना चाहिए। बच्चों की सेहत के लिए नमक का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। बच्चों के भोजन में हो सके तो नमक की कम मात्रा ही रखें, इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें की बच्चे नमकीन खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स, नमकीन, रेडी तो ईट मील आदि का सेवन न करें। नमक का अधिक सेवन करने से उसमें मौजूद सोडियम की अधिक मात्रा बच्चों के गुर्दे के लिए हानिकारक होती है। इसलिए बच्चों की डाइट में नमक की कम से कम मात्रा ही रखें।
2. चॉकलेट (Chocolate)
बच्चों की अच्छी सेहत के लिए चॉकलेट का सेवन लाभदायक नही माना जाता है। चॉकलेट में कैफीन की मात्रा होने की वजह से यह बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा चॉकलेट में शुगर की भी अच्छी मात्रा होती है ऐसे में बच्चों की सेहत के लिए इसका अधिक सेवन हानिकारक माना जाता है। खासतौर पर 1 से 1.5 साल की उम्र तक बच्चों को चॉकलेट से दूर रखना चाहिए। बच्चों में कम उम्र से चॉकलेट के सेवन की आदत उनके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है।
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3. डिब्बाबंद फ्रूट जूस (Packed Fruit Juice)
फलों के जूस का सेवन वैसे तो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है, लेकिन डिब्बाबंद जूस के सेवन छोटे बच्चों के लिए हानिकारक भी हो सकता है। डिब्बाबंद फलों का जूस अनेकों फ्लेवर में आता है लेकिन इन्हें पैक करते समय इस्तेमाल किया गया Preservative बच्चों की सेहत के लिए अच्छा नही माना जाता है। डिब्बाबंद जूस की जगह बच्चों को ताजे फलों का स्वच्छ और सुरखित जूस देना ज्यादा फायदेमंद होगा।
4. कच्ची और बिना पकी सब्जियां (Raw and Uncooked Vegetables)
कच्ची और अधपकी सब्जियां छोटे बच्चों को नही खिलानी चाहिए। सब्जियों के बड़े टुकड़ों को गलती से भी बच्चों को नही खिलाना चाहिए, बड़े टुकड़ों को खाने पर इनका बच्च्चों के गले में फंसने का ख़तरा रहता है और बच्चों के पाचन के लिए भी यह नुकसानदायक होते हैं। कच्ची और बिना पकी सब्जियों में नाइट्रेट की भी अधिक मात्रा पाई जाती है जो 1 साल के उम्र के बच्चों के लिए फायदेमंद नही होती है। बच्चों को हल्की और मौसमी सब्जियों का सेवन करना चाहिए लेकिन इन्हें अच्छी तरीके से पकाने के बाद ही बच्चों के भोजन में इन्हें शामिल करना चाहिए।
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5. मूंगफली और पीनट बटर (Peanut and Peanut Butter)
बच्चों की अच्छी सेहत के लिए मूंगफली और पीनट बटर का सेवन फायदेमंद नही माना जाता है। मूंगफली का सेवन बच्चों को एलर्जी से जुड़ी कई समस्या से ग्रसित कर सकता है। कच्ची और कड़ी मूंगफली खिलाने की जगह आप इसे किसी दूसरी डाइट के रूप में बच्चों के भोजन में शामिल कर सकते हैं लेकिन यह ध्यान रहे कि कम मात्रा में ही इसका सेवन ज्यादा सुरक्षित होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक पीनट बटर और मूंगफली का सेवन 4 साल की उम्र तक के बच्चों को कम मात्रा में करना चाहिए।
6. फ्रोज़ेन फ़ूड (Frozen Food)
बच्चों के लिए फ्रोज़ेन फ़ूड का सेवन करना फायदेमंद नही होता है। इनमें मौजूद सैच्युरेटेड फैट की अधिक मात्रा सेहत के लिए फायदेमंद नही होती है, इसका सेवन ह्रदय से जुड़ी बीमारियों के खतरे को पैदा करता है। डिब्बाबंद फ्रोज़ेन फ़ूड में प्रिजर्वेटिव्स और सोडियम की भी मात्रा पाई जाती है जिसका सेवन बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
इस तरह के खाने को बच्चों को देने से बचें, इससे उनकी तबीयत बिगड़ सकती है, ज्यादा जानकारी के लिए डायटीशियन से संपर्क करें।
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