
नमक के बिना खाने में स्वाद की कल्पना करना भी असंभव है। नमक की जरूरत हमारे शरीर को बहुत होती है लेकिन इसकी अधिकता भी हमारे शरीर के लिए नुकसानदेह है। दे है नमक केवल हमारी भोजन के स्वाद को नहीं बढ़ाता बल्कि यह हमारे जीवन में भी एक अहम भूमिका निभाता है। नमक एक बहुत महत्वपूर्ण मिनरल है जिसे सोडियम क्लोराइड के नाम से भी जाना जाता है अगर इसकी मात्रा हमारे शरीर में ज्यादा हो जाए तो अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, ऑस्टियोपोरोसिस आदि समस्याएं इसके अधिकता के कारण हो सकती हैं। इसके अलावा अस्थमा, स्टमक कैंसर, किडनी से जुड़ी बीमारियां भी इसके अधिक मात्रा में सेवन करने से होती हैं। इसके अलावा कुछ लोग जिनको नमक खाने की आदत को नियंत्रण नहीं कर पाते वह लो सोडियम शार्ट का सेवन करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि इस सॉल्ट का सेवन भी सीमित मात्रा में करना चाहिए। इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि नमक का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए? लो सोडियम सॉल्ट का सेवन कितना सुरक्षित है? साथ ही ऐसे कौन से 9 बदलाव हैं जिनके जरिए आप अपनी सेहत को तंदुरुस्त बना सकते हैं। पढ़ते हैं आगे...
नमक की कितनी मात्रा अच्छी
अक्सर आपने देखा होगा कि जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है वे नमक खाना बिल्कुल ही बंद कर देते हैं पर ऐसा करना गलत है। एक्सपर्ट्स की मानें तो एक साथ नमक बंद करना सही नहीं है। धीरे-धीरे नमक की मात्रा को कम करना ही लाभदायक है। अगर आप पानी की मात्रा को बढ़ा देंगे तो नमक से होने वाले नुकसान यूरिन के जरिए बाहर निकल जाएंगे। बता दें कि शरीर में मौजूद सोडियम और पोटेशियम यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। लेकिन हां, अगर किसी को किडनी की समस्या है तो इस प्रक्रिया में बांधा आती है। जिन लोगों को किडनी की समस्या होती है वे खुद को ज्यादा नमक खाने से रोकें।
लो सोडियम सॉल्ट कितना सही
जो लोग ज्यादा नमक खाने की आदत से परेशान हैं वह लो सोडियम सॉल्ट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या इसका नियमित रूप से सेवन करना सेहत के लिए अच्छा है। इस नमक का स्वाद नमक जैसा होता है पर इसमें सोडियम क्लोराइड के अधिकांश मात्रा को पोटेशियम सॉल्ट में बदल दिया जाता है जो दिल और किडनी पर बहुत प्रभाव डालता है। ऐसे में इसके सेवन से बचना चाहिए। और साथ ही कुछ लोग खाने को जल्दी पकाने के चक्कर में मीठा सोडा या यानी सोडियम बाइ कार्बोनेट डाल देते हैं, जिसकी वजह से हमारी पाचन तंत्र की प्रक्रिया में गड़बड़ आनी शुरू हो जाती है। इसके अलावा व्रत के दौरान जो लोग सामान्य नमक की बजाय सेंधा नमक का सेवन करते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि सेना नमक में आयोडीन नहीं होता है क्योंकि आयोडीन हमारी स्वास्थ्य और मस्तिष्क के लिए एक जरूरी तत्व है। इसलिए सेंधा नमक का प्रयोग समाने नमक की तुलना में करना उचित नहीं। ऐसे में केवल वही नमक खरीदने जो आयोडीन युक्त हो।
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जरूरी 9 बदलाव
- जंक फूड के सेवन से बचें।
- अगर आप खाने का स्वाद बढ़ाना चाहते हैं तो नमक के साथ हरा धनिया, पुदीना, नींबू का इस्तेमाल करें। इससे नमक की मात्रा पूरी हो जाएगी।
- चूंकि पालक, मेथी जैसी हरी सब्जियों में प्राकृतिक नमक होता है इसलिए उसे बिना नमक के ही पकाएं।
- जो लोग अपने घर में सेंधा नमक, काला नमक और चार्ट मसाले का इस्तेमाल करते हैं वे इनका सीमित मात्रा में सेवन करें।
- अपनी डाइट में फलों और सब्जियों को भरपूर मात्रा में शामिल करें।
- अगर आप किसी होटल में जाते हैं तो वहां के सूप या चाइनीस फूड का ऑर्डर ना करें। ऐसे खाने में नमक की मात्रा ज्यादा होती है।
- अपने घरवालों को नमक की आदत छुड़वाने के लिए डाइनिंग टेबल पर नमक ना रखें।
- अगर आप खाने में सोया या पिज़्ज़ा सॉस का इस्तेमाल कर रहे है तो ऊपर से नमक डालने की भूल ना करें।
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