बच्चे वही खाते हैं, जिस चीज का स्वाद उन्हें पसंद आता है और बच्चों को आमतौर पर अनहेल्दी चीजों का स्वाद ज्यादा पसंद आता है। खैर आजकल टीवी विज्ञापनों और दुकानों की रंगीन पैकेजिंग के कारण भी बच्चे घर के बाहर की चीजें खाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं। टॉफी, चॉकलेट्स, पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक्स, पफ्स, फ्राइड स्नैक्स, नूडल्स, नमकीन, डोनट्स, कुकीज, बिस्किट आदि चीजें बच्चों को खूब पसंद आती हैं, लेकिन ये सभी अनहेल्दी होती हैं। इसका कारण यह है कि इन्हें बनाते समय जो प्रॉसेसिंग होती है, उसमें ज्यादातर पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा बाजार में बिकने वाले इन फूड्स को ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए इनमें तरह-तरह के आर्टिफिशियल फ्लेवर्स और केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है।
इसलिए अगर आप अपने बच्चों को घर का बना हेल्दी फूड ज्यादा खिलाना चाहते हैं और बाहर मिलने वाली अनहेल्दी चीजों की आदत छुड़ाना चाहते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान तरीके, जिनसे बच्चों को हेल्दी फूड्स खिलाना आसान हो जाता है।
बच्चों के हर समय खाने की आदत छुड़ाएं
अगर बच्चों को आप दिनभर कुछ न कुछ खाने से नहीं रोकेंगी, तो वो बहुत कुछ अनहेल्दी चीजें खाएंगे। इसलिए 3-4 साल की उम्र से ही बच्चों को खाने-पीने के रूटीन की आदत डलवाएं। बच्चों में सबके साथ बैठकर खाने की आदत डालें। इस रूटीन में सुबह नाश्ता, फिर लाइट स्नैक्स, दोपहर में खाना, फिर शाम को स्नैक्स, रात का खाना और 1 ग्लास दूध पीने का समय तय करें। इसके अलावा सप्ताह में 1 दिन तय कर लें, जब बच्चे को जंक फूड्स या बाहर का खाना खिला सकते हैं। इससे बच्चा 6 दिन हेल्दी चीजें खाएगा और अपना फेवरिट जंक फूड खाने के लिए भी उसके पास 1 दिन होगा।
इसे भी पढ़ें: पिज्जा, बर्गर जैसे जंक फूड्स से बच्चों में याददाश्त की कमी और एलर्जी का खतरा, जानें कारण
टॉप स्टोरीज़
घर में अनहेल्दी चीजों का स्टॉक न रखें
कई बार घर में अगर अनहेल्दी चीजें पड़ी हुई हैं, तो आप बच्चे को उसे खाने से नहीं रोक सकते हैं। इसलिए घर में बाजार से आने वाले चिप्स, केक, कोल्ड ड्रिंक्स, फ्राइड स्नैक्स, नमकीन आदि का स्टॉक न रखें। इसके बजाय कोशिश करें कि छुट्टी वाले दिन या जब भी समय हो, कुछ हेल्दी और रेडी टू ईट स्नैक्स बनाकर घर में ही रख लें, जिसे आप भूख लगने पर बच्चों को दे सकें, जैसे- रोस्टेड बादाम, रोस्टेड काजू, अखरोट, रोस्टेड मूंगफली, रोस्टेड मखाना, मुरमुरे, पोहा की नमकीन, बेसन की होममेड नमकीन, नमकपारे, सूखी कचौरियां आदि।
खाने को सजाना सीखें
बच्चों को स्वाद से ज्यादा कलर और प्रेजेंटेशन की तरफ आकर्षित होते हैं। बाजार में मिलने वाली चीजें उन्हें इसलिए भी पसंद आती हैं क्योंकि उन्हें सजाकर परोसा जाता है। इसलिए आपको भी घर में बनी चीजों के साथ थोड़ा एक्सपेरिमेंट करना चाहिए। बाजार में लगभग हर रंग की फल और सब्जियां मौजूद हैं। अलग-अलग रंगों के इस्तेमाल से अपने रोजाना के खाने को थोड़ा सा सजाना सीखें, जिससे बच्चों को इन्हें खाने का मन करें, जैसे आप सब्जियों की मदद से अलग-अलग शेप के जानवर बना सकती हैं। बच्चों के फेविरट फूड्स को घर पर बनाते समय इसमें ज्यादा सब्जियों और अनाज का प्रयोग करके इसे हेल्दी बना सकती हैं, जैसे- आटे से बने होममेड पिज्जा पर रंगीन सब्जियों की टॉपिंग, पास्ता में रंगीन सब्जियां, नूडल्स में अलग-अलग शेप और रंग की सब्जियां, रोटी का अलग शेप आदि कई तरह के एक्सपेरिमेंट आप कर सकते हैं।
3 चीजों से करें परहेज
आप घर में खाना बनाएं, किसी रेस्टोरेंट में खाएं या फिर बाहर से पैकेटबंद चीजें मंगवाएं, इस बात का ध्यान रखें कि आपको खुद के और बच्चों के खाने में 3 चीजों का इस्तेमाल कम से कम करना है। ये 3 चीजें सभी की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होती हैं। ये चीजे हैं- चीनी, नमक और मैदा। बाजार में मिलने वाले ज्यादातर पैकेटबंद स्नैक्स और फूड्स मैदा के प्रयोग से बनाए जाते हैं। मैदा रिफाइन होता है इसलिए अनहेल्दी होता है और इसमें पोषक तत्व बिल्कुल नहीं होते। तो कोशिश करें कि आप खाने में नमक, चीनी और मैदे का प्रयोग कम करें।
इसे भी पढ़ें: स्वाद-स्वाद में जंक फूड्स और ऑयली फूड्स खा लिया तो न हों परेशान, इन 5 टिप्स से दिनभर में करें बॉडी डिटॉक्स
फाइबर वाले फूड्स खिलाएं
बच्चों को खाने में फाइबर वाले फूड्स ज्यादा खिलाएं। फाइबर आमतौर पर नैचुरल फूड्स में ज्यादा होता है, जैसे- फल, सब्जियां, अनाज, नट्स, सीड्स और पेड़-पौधों से मिलने वाले दूसरे फूड्स आदि। इसलिए बच्चे के खाने में ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजों को शामिल करें।
Read More Articles on Tips for Parents in Hindi