माइक्रोवेव में खाना गर्म करने से पहले इन 7 बातों का रखें ध्‍यान

क्‍या ये प्‍लास्टिक के टिफिन या बतर्न स्‍वास्‍थ्‍य पर कोई नकारात्‍मक असर डालते हैं? क्‍या ये भोजन की गुणवत्‍ता को बिगाड़ देते हैं? हां, ये भोजन की क्‍वालिटी को खराब कर देते हैं जिसका सीधा असर आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है और इस वजह से कई प्रकार की समस्‍याएं हो जाती हैं।
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माइक्रोवेव में खाना गर्म करने से पहले इन 7 बातों का रखें ध्‍यान

आजकल लोग बिजी लाइफ के चलते शॉर्टकट ढूंढते हैं। आमतौर पर लोग तीनों टाइम का खाना एक ही बार में बना लेते हैं। और उसे समय-समय पर भूख लगने पर माइक्रोवेव में गर्म कर के बनाते हैं। लेकिन हम में से अधिकतर लोगों के पास प्‍लास्टिक वाले टिफिन या घरों में प्‍लास्टिक वाले कटोरे होते हैं जिनमें खाने को गर्म किया जाता है। क्‍या ये प्‍लास्टिक के टिफिन या बतर्न स्‍वास्‍थ्‍य पर कोई नकारात्‍मक असर डालते हैं? क्‍या ये भोजन की गुणवत्‍ता को बिगाड़ देते हैं? हां, ये भोजन की क्‍वालिटी को खराब कर देते हैं जिसका सीधा असर आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है और इस वजह से कई प्रकार की समस्‍याएं हो जाती हैं।


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क्‍यों हानिकारक है प्‍लास्टिक में खाना गर्म करना

आमतौर पर प्‍लास्टिक के बर्तन में बिस्फेनॉल (बीपीए) और थैलेट का मिश्रण होता है। बिस्फेनॉल ए को हार्ड प्लास्टिक कहा जाता है और इसे प्लास्टिक को स्पष्ट बनाने के लिए जोड़ा जाता है। थैलेट, प्लास्टिक को नरम और आसान बनाने के लिए मिलाया जाने वाला एक पदार्थ है। ये दोनों ही रसायन बेहद खतरनाक हैं और उन्हें मानव उपभोग से दूर रखा जाना चाहिए। साथ ही यह भी साबित हो चुका है कि प्‍लास्टिक के बर्तनों में खाना गर्म करने से हारमोन परिवर्तित हो जाते हैं और बांझपन की समस्‍या होती है। यहां तक कि भोजन को प्‍लास्टिक में बंद करके रखने से भी भोजन पर असर पड़ता है।

माइक्रोवेव के लिए होते हैं अलग तरह के बर्तन

माइक्रोवेव के लिए कई प्रकार के कंटेनर बाजार में उपलब्‍ध होते हैं। चूंकि अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने माईक्रोवेव में भोजन को गर्म करने के लिए कुछ मानक निर्धारित किये हैं ऐसे में स्‍वीकृत कंटेनरों में ही भोजन को गर्म करना स्‍वीकार्य है। अगर कोई कंटेनर माईक्रोवेव सेफ नहीं है तो कभी भी उसका इस्‍तेमाल न करें। माइक्रोवेव सेफ कंटेनर में इसके लिए एक प्रतीक चिन्‍ह् बना हुआ होता है। जिसे एफडीए के द्वारा स्‍वीकृत किया जाता है।

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हानिकारक प्रभाव

एफडीए की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ये रसायन, ज्यादातर बीपीए, नर और मादा दोनों के प्रजनन पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। एफडीए द्वारा किए गए परीक्षण में समय और तापमान को भी मापा जाता है। इसके अलावा, इसके द्वारा देखा जाता है कि एक प्‍लास्टिक के बर्तन में कितनी बार भोजन को गर्म करने पर आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुँचेगा। इस प्रकार, प्‍लास्टिक के बर्तनों का माईक्रोवेव में इस्‍तेमाल करने के लिए मानक निर्धारित किये जाते हैं। वे उन रसायनों का भी अनुमान लगाते हैं जो विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में माईग्रेट करते हैं या अधिकतम सीमा तक माईग्रेट कर सकते हैं।

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माइक्रोवेव में भोजन गर्म करते समय इन बातों का रखें ध्‍यान

1 ओवन में भोजन को गर्म करने के लिए केवल माइक्रोवेव-स्‍वीकृत कंटेनरों का उपयोग करें।

2 प्लास्टिक की शीट या प्लास्टिक के कंटेनर को माइक्रोवेविंग के दौरान भोजन के संपर्क में न आने दें, क्योंकि यह पिघल सकता है और उपभोक्ता के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

3 वैक्‍स पेपर या व्‍हाइट पेपर टॉव्‍ल में फूड को रखकर गर्म करना भी अच्‍छा विकल्‍प होता है।

4 माइक्रोवेव डिनर ट्रे एक बार उपयोग के लिए हैं। एक बार के उपयोग के बाद उन्हें हटा देना सुनिश्चित करें।

5 टूटे हुए प्लास्टिक माइक्रोवेवबल कंटेनर का उपयोग न करें, क्‍योंकि वो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं।

6 प्लास्टिक बैग के साथ माइक्रोवेव कंटेनर मत रखें।

7 भोजन को माइक्रोवेव करते समय ढक्कन को थोड़ा खोल दें।

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