कोरोना से दुनिया भर में लड़ाई जारी है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने ज्यादा नुकसान किया है, लेकिन अब धीरे-धीरे लोग ठीक होने लगे हैं। कोरोना से रिकवरी में योग बहुत फायदेमंद (Yoga For COVID Patients) है। अभी कोरोना की वजह से घर से बाहर जा नहीं सकते इसलिए यहां कुछ ऐसे योगासन और प्राणायाम बताए हैं, जिन्हें करने से आप कोरोना से जल्दी रिकवरी कर पाएंगे। योगासन केवल रिकवरी में ही नहीं बल्कि आपको मानसिक शांति (Yoga Asanas for mental peace during COVID) भी देते हैं। कोरोना ऐसी बीमारी नहीं है जो केवल शरीर पर प्रभाव डाले, यह अपनों के खोने का डर भी दिखाती है, जिस वजह से मानसिक शांति भी भंग हो रही है। लेकिन यहां दिल्ली के कौशल योग संस्थान से जुड़े योग शिक्षक दिव्यांश शर्मा ने कुछ ऐसे आसान योगासन और प्राणायाम बताए हैं जो कोविड मरीज और उनके परिवार दोनों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं। योग शिक्षक दिव्यांश शर्मा ने कहा कि कोविड के समय में योग की महत्ता बढ़ गई है। लोगों को योग से कई फायदे मिल रहे हैं। दूसरी कोरोना के मरीजों को भी कोरोना से रिकवरी में यह योगसान और प्राणायाम बहुत फायदेमंद हैं।
योग से कोरोना मरीजों को होते हैं ये फायदे (Benefits of Yoga Asanas for COVID patients)
योग शिक्षक दिव्यांश शर्मा ने बताया कि कोरोना मरीजों की जल्दी रिकवरी के लिए योगासन और प्राणायाम बहुत लाभदायक हैं। प्राणायाम करने से कोरोना मरीजों के फेफड़े बेहतर तरीके से काम करने लगते हैं। इनसे छाती वाला हिस्सा खुलता है। जिससे फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है। कोविड मरीज बहुत देर तक लेटे रहते हैं, जिससे उनकी पाचन क्रिया सुस्त पड़ जाती है। उसकी फंक्शनिंग करने के लिए बटरफ्लाई जैसे योगासान प्रभावी है और यह शरीर की जकड़न भी दूर करते हैं। इसी तरह तिर्यक ताड़ासन करने से कमर को मजबूती मिलती है और हमारे फेफड़े, किडनी, लिवर औऱ पैनिक्रियाज पर स्टैमुलेशन होता है।
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कोरोना मरीजों के लिए प्राणायाम (Breathing Exercises for COVID patients)
प्रोनिंग
दिव्यांश शर्मा ने बताया कि प्रोनिंग एक वैज्ञानिक तरीका है सांसों को ठीक रखने का। यह भारत सरकार भी मान चुकी है। वे बताते हैं कि जब मरीज को लगता है कि उसका ऑक्सीजन लेवल घट रहा है तो वह हड़बड़ाहट में अस्पताल की तरफ न भागे बल्कि पेट के बल लेटकर गहरी लंबी सांस ले। इसे ही प्रोनिंग कहा जाता है। इसे करने से मरीज के फेफड़े सुचारू रूप से काम करने लगते हैं। पेट के लेटने से शरीर में ऑक्सीजन लेवल ठीक होता है।
साई (Sigh)
इस प्राणाायम में सांस को पहले नाक के अंदर भरना होता है फिर ज्यादा से ज्यादा सांस को अंदर लेने के बाद सांस छोड़ते समय एक पाउट बनाना है, अपने होंठों को सिकोड़कर एक चोंच टाइप का आकार बनाना है। फिर थोड़ी सी ‘हा’ की आवाज के साथ सांस को बाहर छोड़ना है। अगर किसी ने कभी नोटिस किया हो तो यह अभ्यास हम ज्यादातर समय करते हैं, जब किसी परेशानी से बाहर निकलते हैं। जैसे मुसीबत टलने पर मुंह से लंबा हा निकालते हैं। इससे हमारी चिंता दूर होती है। इसे एक बार में 35 से 40 बार करना चाहिए और दिन में 5 से 6 बार करें।
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अनुलोम विलोम
अनुलोम विलोम में नाक के एक नथुने को दबाकर दूसरे नथुने से सांस छोड़ते हैं फिर जिससे नाक छोड़ी है उसे से वापस अंदर भरते हैं। इस तरह दोनों तरफ से यह क्रिया करते हैं। अनुलोम विलोम करने से शरीर में ऑक्सीजन ठीक होता है। इसके अलावा अनुलोम विलोम मानसिक शांति भी देता है।
कपालभाति
कपालभाति करने के लिए सबसे पहले हम लंबी गहरी सांस अंदर लेते हैं। उसके बाद सांस को दोबारा न भरे बिना सांस को बाहर छोड़ते जाते हैं। और हर बार सांस छोड़ते समय अपनी नाभि को अपनी रीढ़ के पास लाने की कोशिश करते हैं। इसे करते समय यह ध्यान रखना है कि अगर आप कोविड के मरीज हैं तो यह ध्यान रखें कि आपके सांस छोड़ने का दबाव इतना ज्यादा न हो कि उसकी वजह से उन्हें थकान महसूस हो।
इसके लिए आप यह कल्पना कर सकते हैं कि आपकी नाक के आगे एक रूई का फाहा रखा है, और जब आप सांस छोड़ते हैं तब वह रूई का फाहा ज्यादा हिला डुले ना। आपकी सांस को छोड़ने और अंदर भरने में यह ध्यान रखना कि सांस को छोड़ने या बाहर निकालने में ज्यादा एफर्ट न लगें।
कोविड मरीजों के लिए योगासन
कोविड के समय हम निम्न योगासन कर सकते हैं। यहां हम आपको कुछ आसान योगासन बताएंगे जिन्हें करने में आपको ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। क्योंकि कोविड मरीजों में कमजोरी बहुत आ जाती है। इसलिए शरीर में उतनी ताकत नहीं रहती की हार्ड योगासन किए जाएं। तो यहां दिव्यांश शर्मा ने कुछ आसान योगासन बताए हैं जिन्हें आराम से कोरोना मरीज कर सकते हैं।
ताड़ासन
- -योगा मैट पर खड़े हो जाएं।
- -पैरों को जितना करीब ला सकते हैं उतना लाएं। कोशिश करें कि पैरों को जोड़ लें। या फिर पैरों के बीच तीन से चार इंच का अंतराल रखें।
- -अपनी दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ें और उंगलियों को आपस में फंसाते हुए अपने शरीर को सांस भरते हुए आसमान की तरफ खींचेंगे।
- -पैरों की एड़ियां भी जमीन से ऊपर उठेंगी।
- -अगर किसी को संतुलन बनाने में दिक्कत हो रही है तो दीवार का सहारा लेकर करें। अगर यह आसन करते समय आपको बहुत थकान हो रही है तो इसे कम से कम करें।
आसन शुरू करने से पहले अपने वॉक कर सकते हैं। इससे हमारे पैरों की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं। जिससे योगासन करने में मदद मिलती है।
कोबरा आसन
- -पेट के बल लेट जाएं।
- -दोनों पैरों को मिला लें।
- -हाथों को कंधों के नीचे रखें और यहां से सांस लेते हुए शरीर को नाभि तक उठाएं।
- -ध्यान रखें कि कोहनियां मुड़ी होनी चाहिए।
- -अगर आपको कमर में दर्द की परेशानी है तो इसको पैरों में गैप के साथ करें और हिप्स में संकुचित करना है।
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तिर्यक ताड़ासान
- -मैट पर खड़े हो जाएं।
- -दोनों पैरों को आपस में जोड़ें।
- -दोनों उंगलियों को आपस में फंसाएंगे, सांस लेते हुए ऊपर की तरफ खीचेंगे। लेकिन एड़ियों को नहीं उठाएंगे।
- -सांस को छोड़ते हुए दाएं तरफ छुकेंगे। किनारे से छुकेंगे। अपने राइट हैंड की तरफ छुकेंगे। इसकी वजह से पेट के राइट वाले हिेस्से पर दबाव महसूस होगा। पेट के लेफ्ट वाले हिस्से पर खिंचाव महसूस होगा।
- -इस आसन को 10 से 12 सांस तक रोकें।
- -अगर इस आसन को करते समय आपको थकान होती है, तो आप रुक कर बालासन में आ सकते हैं।
- -इसी आसन को लेफ्ट साइट से भी दोहराएं।
- -इस आसन का दिन में तीन से 5 बार अभ्यास करें।
त्रिकोण आसन
- -पैरों में ज्यादा अंतराल करें। इतना ज्यादा अंतराल न हो कि आपका संतुलन बिगड़ जाए और इतना कम भी न हो कि आपका आसन ठीक से न हो पाए। कंधों से दोहरा अंतराल होगा।
- -अपने हाथों को कंधों जितनी ऊंचाई पर लेकर आएंगे। यहां से अपने राइट पंजे को बाहर की ओर निकालेंगे। सांस छोड़ते हुए अपनी दाईं साइड पर मुड़ जाना है।
- -दाईं साइड मुडते हुए अपने पैरों के निचले भाग को छू सकते हैं। दूसरे हाथ को आसमान की तरफ रखें।
- -इस आसन में 8 से 10 सांस तक रूकें। विधिवत तरीके सांस को लेते हुए वापस आ जाएं।
- -यही योगासन आप लेफ्ट साइड से भी दोहराएं।
- -इसे तीन से पांच बार दोनों तरफ दोहराएंगे।
बटरफ्लाई पोज
- -इस आसन में किसी भी जगह बैठ जाना है और अपने दोनों पैरों को सामने की तरफ खोल देना है।
- -अपने पैरों के तलवों को मिलना है।
- -तलवों को पेल्विस वाले भाग के समीप लाना है। तो आपकी एड़ियां आपके पैरों के जोड़ के सबसे ज्यादा नजदीक आनी चाहिए।
- -अपने हाथों से अपने पैरों को पकड़ लें और कुछ देर होल्ड करें।
- -इस आसन में पैरों के घुटनों को ऊपर और नीचे जमीन पर लाएं। इसे अपनी क्षमता के अनुसार 10 से 20 बार दोहराएं।
- -इसे दिन में 3 से 5 बार कर लें।
कोरोना मरीजों में रिकवरी के दौरान कमजोरी बहुत आ जाती है, ऐसे में उन्हें कोई भी काम करने में थकान महसूस होती है, लेकिन इस लेख में जो योगासन और प्राणायाम बताए गए हैं वे उनकी बेहतर रिकवरी के लिए बहुत अच्छे हैं। यह बहुत ही आसान योगासन हैं, जिन्हें कोविड मरीज आसानी से कर से कर सकते हैं।
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