कोरोना वायरस के ये 4 लक्षण दिखने पर हॉस्पिटल जाना होता है जरूरी, डॉक्टर से जानें इनके बारे में

कोरोना वायरस से पीड़ित ज्यादातर लोग होम आइसोलेशन में हैं। ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि कौन-से लक्षण दिखने पर हॉस्पिटल जाना जरूरी होता है। चलिए जानते हैं इनके बारे में
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कोरोना वायरस के ये 4 लक्षण दिखने पर हॉस्पिटल जाना होता है जरूरी, डॉक्टर से जानें इनके बारे में

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देशभर में कोहराम मचा रखा है। कोरोना के आंकड़ें दिन-पर-दिन सारे रिकॉर्ड टोड़ रहा है। हर रोज हजारों की संख्या में मरीज कोरोना वायरस से हारकर अपनी जान गवां रहे हैं। अस्पतालों में बैड की कमी की वजह से ज्यादातर कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में रहकर ही अपना इलाज करवा रहे हैं। कई लोग घर पर बहुत ही आसानी से कोरोना को मात दे देते हैं, लेकिन कुछ लोगों को होम आइसोलेशन के समय पर कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में वे समझ नहीं पाते हैं कि वे घर पर ही अपना इलाज जारी रखें या हॉस्पिटल जाकर भर्ती हो जाएं। इस पर मसीना हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर संकेत जैन कहते हैं कि कोरोना वायरस में 85 प्रतिशत लोगों को हल्के-फुल्के लक्षण होते हैं और 15 प्रतिशत लोगों को अस्पतालों में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ती है। सभी कोरोना मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है। जिन कोरोना मरीजों को डायबिटीज (Diabetes), हाइपरटेंशन (Hypertension), हृदय रोग (Heart Disease), कर्क रोग (Cancer) और अस्थमा (Asthma) की समस्या हो, उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा अगर 5 दिन से तेज बुखार, ऑक्सीजन लेवल 94 प्रतिशत से कम होने पर और बहुत ज्यादा खांसी होने पर कोरोना मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट करवाने की जरूरत पड़ती है। जिन भी कोरोना मरीजों में ये लक्षण दिख रहे हो, उन्हें तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाने या हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत होती है। कोरोना के इन 4 लक्षणों को आपको बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और जरूरत पड़ने पर अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

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ऑक्सीजन लेवल कम हो जाना (Reduced Oxygen Level)

कोरोना मरीज के ऑक्सीजन लेवल कम होने पर जान जाने का भी बहुत खतरा होता है। ऐसे में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों को एक हर 1-2 घंटे में अपना ऑक्सीजन लेवल चैक जरूर करते रहना चाहिए। ऑक्सीजन लेवल 94 से कम होने पर तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत होती है। लेकिन आजकल देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन सिलेंडर और बैड की भारी किल्लत हो रही है, ऐसे में ऑक्सीजन और बैड मिलना काफी मुश्किल हो रहा है। इसलिए जब तक आपके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर या बैड की व्यवस्था नहीं हो जाती है, तब तक पर प्रोन पोजिशन (Prone Position) से अपने ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं।

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तेज बुखार (High Fever)

आजकल बदलते मौसम की वजह (Seasonal Changes) से हर घर में वायरल फैला हुआ है। ज्यादातर लोग खांसी-जुकाम और बुखार से परेशान हैं। यहीं लक्षण कोरोना वायरस के भी होते हैं। ऐसे में ये वायरल है या कोरोना वायरस इसका पता लगाने के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट या रैपिड टेस्ट करवाया जाता है। टेस्ट पॉजिटिव (Corona Positive) आने पर खुद को घर पर ही आइसोलेट कर दिया जाता है। लेकिन अगर आपको लगातार 5 दिनों से तेज बुखार है, तो आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए अगर आपको लगातार 5 दिनों से तेज बुखार है, तो एक बार अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज (Patients Suffering from Critical illness)

जिन लोगों को कोई गंभीर बीमारी नहीं है, वे बेहद आसानी से कोरोना को हराने में कामयाब हो जाते हैं। इन लोगों को हॉस्पिटल जाने की भी जरूरत नहीं होती है, ये होम आइसोलेशन में रहकर ही खुद को ठीक कर लेते हैं। लेकिन जो लोग डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हृदय रोग, कर्क रोग और अस्थमा से पीड़ित हैं और उन्हें कोरोना हो जाता है तो रिस्क फेक्टर (Risk Factor) बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में तुरंत हॉस्पिटल जाने की जरूरत होती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपको कोरोना के थोड़े बहुत ही लक्षण है, तो हॉस्पिटल जाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वे आपको बता पाएंगे कि आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत है या नहीं।

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तेज खांसी होना (High Cough)

बदलते मौसम में बुखार के साथ ही खांसी की समस्या भी ज्यादातर लोगों में देखने को मिल रही है। लेकिन लंबे समय से सूखी खांसी होने पर आपको कोरोना का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। अगर आपकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो खुद को होम आइसोलेशन में रखें। अगर खांसी काफी तेज हो तो आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। क्योंकि कई बार तेज और लगातार लंबे समय से खांसी होने पर आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने की भी जरूरत हो सकती है। इसलिए तेज खांसी होने पर इसे नजरअंदाज न करें और एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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अगर आप भी कोरोना वायरस से पीड़ित हैं और होम आइसोलेशन में हैं, तो आपको अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण महसूस हो तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें। वे आपको बता सकते हैं कि आपको हॉस्पिटल जाने की जरूरत है या नहीं। ऐसी सिचुएशन में पैनिक होने से बचें, अपने दिमाग को शांत रखें और अच्छा खाना खाएं। इससे आप जल्दी ही कोरोना वायरस को हरा सकते हैं। घर पर रहें, सुरक्षित रहें और अपना ध्यान रखें। इसके साथ ही कोरोना से अपना बचाव करने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना और बार-बार हाथों को धोना जैसे कोरोना गाइडलाइंस का पालन जरूर करें।

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