यूरिनरी इंकंटिनेंस यानि मूत्र असंयम यूरिनरी सिस्टम से जुड़ी एक बीमारी है। इस बीमारी में व्यक्ति का अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रहता है। इसके कारण रोकने के प्रयास के बावजूद उसका यूरिन निकल सकता है। कई बार यूरिनरी इंकंटिनेंस के कारण बहुत ज्यादा दर्द होता है और कई बार लोगों को शर्मिन्दा भी होना पड़ता है। दुनिया भर में करोड़ों लोग इस समस्या से ग्रस्त हैं। ऐसा माना जाता है कि महिलाओं में यह समस्या अधिक होती है। ये रोग कई प्रकार का हो सकता है।
स्ट्रेस इंकंटिनेंस
पेट की निचली मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव बनने की सूरत में कई व्याक्ति को अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रहता। ऐसा व्यायाम, छीकने, हंसने अथवा खांसने के दौरान हो सकता है। तनाव असंयम आमतौर पर तब होता है जब किसी व्यक्ति के पेल्विक उत्तक और मांसपेशियां कमजोर होते हैं। इसका एक कारण गर्भावस्था और शिशु का जन्म भी हो सकता है। इन परिस्थितियों में तनाव तो होता ही है साथ ही श्रोणि क्षेत्र की मांसपेशियों पर अधिक दबाव भी पड़ता है। कुछ अन्य कारण जो तनाव असंयम को बढ़ा सकते हैं, उनमें अधिक वजन होना, कुछ दवायें और प्रोस्टेट सर्जरी भी शामिल हैं।
टॉप स्टोरीज़
ओवरफ्लो इंकंटिनेंस
अगर कोई व्यक्ति अपना मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं कर पाता है, तो यह इस बात का संकेत है कि वह ओवरफ्लो असंयम से जूझ रहा है। इस परिस्थिति में मूत्राशय पूरा भरने के बाद व्यक्ति को मूत्र लीक होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह परिस्थिति पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा अधिक देखी जाती है। इसके मुख्य कारण मूत्राशय की कमजोर मांसपेशियां, ट्यूमर जैसी चिकित्सीय परिस्थितियां जिसके कारण मूत्र पूरी तरह प्रवाहित नहीं हो पाता। मूत्रमार्ग में रुकावट और कब्ज आदि के कारण यह समस्या हो सकती है।
अर्ज इंकंटिनेंस
अति सक्रिय मूत्राशय के कारण ऐसी समस्या होती है। इस परिस्थिति में व्यक्ति को शौचालय तक पहुंचने की बहुत जल्दी होती है, लेकिन वहां तक पहुंचने तक भी वह अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाता। अति सक्रिय मूत्राशय कई कारणों से हो सकता है –
- नर्वस सिस्टम को नुकसान
- मूत्राशय के नर्वस सिस्टम को नुकसान
- श्रोणिक क्षेत्र की मांसपेशियों का क्षतिग्रस्त होना
कुछ अन्य चिकित्सीय समस्यायें भी इसका कारण बन सकती हैं। इसमें सिलेरोसिस, मूत्राशय की पथरी और मूत्राशय संक्रमण आदि प्रमुख हैं। कुछ प्रकार की दवायें भी मूत्र असंयम का कारण बन सकता है।
फंक्शनस इंकंटिनेंस
यह उस परिस्थिति को कहते हैं, जब व्यक्ति समय पर मूत्र कर पाने में असक्षम होता है। अर्थराइटिस और डिमेंशिया जैसी चिकित्सीय समस्याओं के कारण भी यह परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है।
क्या है इसका इलाज
जीवनशैली में कुछ बदलाव लाकर आप मूत्र असंयम की शिकायत को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रोणि क्षेत्र के कुछ व्यायामों के जरिये भी इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। बॉयोफीडबैक के जरिये मूत्राशय पर अधिक नियंत्रण हासिल कर भी मूत्र असंयम को कम किया जा सकता है। इसके अलावा इंजेक्शन, डिवाइस, सर्जरी, ब्लैडर ट्रेनिंग, दवाओं और बिजली के उपयोग से इस समस्या को काबू किया जा सकता है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles on Urinary Incontinence in Hindi