स्वाइन फ्लू से बचाव में मास्क की भूमिका

स्वाइन फ्लू जैसी संक्रमित महामारी से बचना हो तो भी मास्क का प्रयोग किया जाता है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए भी मास्क का सहारा लेना फायदेमंद रहता है। फ्लू के मरीजों या संदिग्ध लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों को भी मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।
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स्वाइन फ्लू से बचाव में मास्क की भूमिका

आमतौर पर धूल-मिट्टी से बचाव के लिए मास्क बेहतर उपाय होता है। डॉक्टर खुद भी कीटाणुओं से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करते हैं। यदि स्‍वाइन फ्लू जैसी किसी संक्रमित महामारी से बचना हो तो भी मास्क का उपयोग किया जाता है। बीते वर्ष की ही तरह स्वा‍इन फ्लू ने इस वर्ष भी बहुत से लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके बचाव के लिए अलग-अलग उपाय किए जा रहे हैं। वहीं स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए मास्क का सहारा लेना भी एक फायदेमंद बचाव का तरीका है। आइए जानें स्वाइन फ्लू से बचाव में मास्क कितना लाभप्रद है।

 


कैसे फैलता है स्वाइन फ्लू

खांसने या छींकने पर हवा में या जमीन पर या जिस भी सतह पर थूक या मुंह और नाक से निकले द्रव कण गिरते हैं, वह स्थान स्वाइन फ्लू के वायरस से जद में आ जाता है। यह कण हवा के द्वारा या किसी के छूने पर व्यक्ति के शरीर में मुंह या नाक के माध्यम से प्रवेश कर जाते हैं। मसलन, संक्रमित दरवाजे, फोन, कीबोर्ड या रिमोट कंट्रोल आदि सामान्य छुई जाने वाली चीजों के ज़रिए भी यह वायरस फैलता है।

Swine Flu Masks in Hindi

मास्क के बारे में ज़रूरी बातें

 

  • फ्लू के मरीजों या संदिग्ध लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों को भी मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों मसलन, सिनेमा हॉल या बाजार आदि में जाने से पहले सावधानी के तौर पर मास्क पहना जा सकता है।
  • मरीजों की देखभाल करने वाले डॉक्टर, नर्स और हॉस्पिटल के बाकी स्टाव व रोगी के परिजनों को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिये।
  • वातानुकूलित ट्रेनों या बसों में यात्रा करने वाले लोगों को ऐहतियात के तौर पर मास्क पहनना चाहिए।

 

मास्क कितनी देर करता है काम

 

  • स्वाइन फ्लू से बचने के लिए सामान्य मास्क कारगर नहीं होता, मगर थ्री लेयर सर्जिकल मास्क चार घंटों के लिये व एन-95 मास्क आठ घंटों तक सुरक्षा करता है।
  • ट्रिपल लेयर सजिर्कल मास्क इस्तेमाल करने पर वायरस से 70 से 80 प्रतिशत तक बचाव हो सकता है, वहीं एन-95 मास्क से से 90 प्रतिशत तक बचाव हो सकता है।
  • फ्लू के वायरस से बचाव में मास्क तभी कारगर होगा जब उसे सही तरह से पहना जाए। तो जब भी मास्क पहनें, तो उसे ऐसे बांधें कि मुंह और नाक पूरी तरह से ढक जाएं। क्योंकि वायरस साइड से भी प्रवेश कर सकते हैं।
  • थ्री लेयर सर्जिकल मास्क चार से छह घंटो तक ही चलता है, इससे ज्यादा देर तक इसे इस्तेमाल न करें, क्योंकि खुद की सांस से भी मास्क खराब हो जाता है।

 

Swine Flu Masks in Hindi

 

कैसा मास्क पहनें व क्या सावधानियां रखें

 

  • केवल ट्रिपल लेयर और एन 95 मास्क ही वायरस से बचाव में उपयोगी है। क्योंकि सिंगल लेयर मास्क की 20 परतें भी बचाव नहीं करती हैं।
  • मास्क न होने पर मलमल के साफ कपड़े की चार तहें बनाकर उसे नाक और मुंह पर बांधा जा सकता है।
  • यदि मास्क को उपयोग के बाद सही से नष्ट न किया जाए या उसका इस्तेमाल एक से ज्यादा बार किया जाए तो स्वाइन फ्लू फैलने का खतरा ज्यादा हो जाता है।
  • खांसी या जुकाम आदि होने पर मास्क अवश्य पहनें।
  • मास्क को बहुत ज्यादा टाइट बांधने से यह थूक लगकर गीला हो सकता है, जो गलत है।
  • यात्रा के दौरान लोग मास्क पहनते समय सुनिश्चित कर लें कि मास्क एकदम सूखा हो।



बाजार में आमतौर परथ्री लेयर सजिर्कल मास्क 10 से 12 रुपये का तथा एन-95 मास्क 100 से 150 रुपये का मिल जाता है। तो मास्क का उपयोग करने के लिये उपरोक्त सावधानियां जरूर बरतें। 

 

 

 

 

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