मोटापे पर नियंत्रण के लिए लोग कई तरह के फंडे आजमाते हैं, इनमें एक है एंटी-ओबेसिटी पिल्स। वजन कम करने वाली इन दवायें हमारे स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छी नहीं हैं, यदि इनका प्रयोग ज्यादा किया जाये तो दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है। मोटापा एक बीमारी है, यदि इसपर काबू न पाया जाये तो इसके कारण कई घातक बीमारियां हो सकती हैं, डायबिटीज, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर आदि कई रोग मोटापे के कारण हो सकते हैं। लेकिन इस पर नियंत्रण पाने के लिए सही तरीके आजमायें जायें तो उनका नकारात्मक असर स्वास्थ्य पर नहीं पड़ता। कुछ लोग मोटापे पर जल्द नियंत्रण के लिए वजन घटाने की गोलियों का प्रयोग करते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि एंटी-ओबेसिटी की गोलियां आपके लिए कितनी नुकसानदेह हैं।
क्या कहता है शोध
आस्ट्रेलिया का उपभोक्ता संगठन (च्वॉइस) और कंज्यूमर एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर (सीईआरसी) ने मोटापे पर निंयत्रण पाने वाली गोलियों के असर पर संयुक्त रूप से अध्ययन किया। इस अध्ययन के अनुसार इन गोलियों का व्यापक असर शरीर के लिए नुकसानदेह है और यदि इनका प्रयोग ज्यादा दिनों तक किया जाये तो आदमी की मौत भी हो सकती है।
सीईआरसी ने इन गोलियों के दुष्प्रभाव पर दावा करते हुए यह भी कहा कि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। यदि इन स्लिमिंग पिल्स को चिकित्सक से परामर्श के बगैर सेवन करते हैं तो इनके खतरनाक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इनमें मौजूद घटकों की जांच करनी चाहिए तथा जिसमें कड़वा संतरा, चिटोसन या कीमियम पिकोलिनेट हो उसे खाने से बचना चाहिए। इनका सेवन करने से हृदयघात, स्ट्रोक और बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा इनके सेवन के कारण पोषक तत्वों को पचाने की शरीर की क्षमता घट जाती है और डीएनए के क्षतिग्रस्त होने की समस्याएं हो सकती हैं।
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प्रतिबंध भी लगा
मोटापा कम करने वाली दवाओं के दुष्प्रभावों को देखते हुए इन पर प्रतिबंध भी लगा। 2010 में भारतीय औषधि महानियंत्रक डीसीजीआई ने देश में कुछ एंटी-ओबेसिटी दवाओं (रेडुक्टिल, मेरिडिया और सिबुरटैक्स नाम से बेची जाने वाली सिबुट्रामिन युक्त मोटापा रोकने वाली औषधियों) की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह कदम रिसर्च के बाद आने वाले परिणामों के आधार पर लगे, जिसमें पता चला कि सिबुट्रामिन खाने से दिल के दौर, स्ट्रोक, बेहोशी और कुछ मामलों में मौत तक हो जाती है।
वजन घटाने वाली दवाओं के दुष्प्रभाव
वजन बढ़ने की संभावना
चिकित्सकों के अनुसार इस तरह की गोलियां मुख्य तौर पर भूख ही घटाती हैं, इनका सेवन करने से खुराक कम हो जाती है और शरीर की कैलोरी जलने लगती है। लेकिन एक बार जब व्यक्ति इसे खाना छोड़ देता है तो पहले वाली खुराक लौट आती है और कुछ मामलों में तो भूख पहले से भी ज्यादा बढ़ जाती है। इसके कारण आदमी को मोटापा और बढ़ जाता है।
विटामिन की कमी
किसी भी एंटी ओबेसिटी पिल को लेने से पहले यह जरूर देख लें कि यह दवा आपके लिए कितना सुरक्षित है। ज्यादातर मोटापा कम करने वाली गोलियां ऐसी होती हैं जो भूख को तो दबा देती हैं, लेकिन इनका साइड इफेक्ट भी बहुत ज्यादा होता हैं। इन गोलियों के सेवन करने से शरीर में विटामिन ए, डी और ई की कमी हो जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर
वजन कम करने वाली दवाओं के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इन दवाओं का नियमित सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी असर पड़ता है। आहार का ठीक ढंग से सेवन न करने के कारण त्वचा में सूखापन आ जाता है। इन दवाओं को लेने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते जिसके कारण त्वचा की समस्या होती है।
अन्य दुष्प्रभाव
एंटी-ओबेसिटी पिल्स कितनी नुकसानदेह हैं इसका अनुमान पूरी तरह नही हो पाया है। लेकिन वैसे लोग जिन्हें बहुत ज्यादा तनाव है, बेचैनी या अवसाद में हैं या फिर ड्रग या अल्कोहल लेते हैं, उन लोगों को इन पिल्स का इस्तेमाल करने से पहले अपना इलाज करा लेना चाहिए। कोई भी मानसिक बीमारी इन दवाओं से नुकसान पहुंचा सकती हैं। हालांकि हर दवाई का अपना नुकसान होता है इसीलिए इन एंटी-ओबेसिटी दवाइयों को बिना डॉक्टर की सलाह लेने से बचें।
यदि आप अपने वजन पर नियंत्रण पाना चाहते हैं तो लाइफस्टाइल में बदलाव लाइए, नियमित व्यायाम और डाइट पर कंट्रोल कीजिए। इन दवाओं के भरोसे रहकर वजन कम करने की कोशिश मत कीजिए। यदि मोटापा कम करने में दिक्कत आ रही है तो चिकित्सक की सलाह ले सकते हैं।
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