दोपहर के खाने के बाद अक्सर लोगों को नींद आने लगती है। ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी अक्सर इसे 'पावर नैप' कहते हैं। यह खुद को रिचार्ज करने जैसा है। विदेशों में बहुत से ऑफिसेज में पावर नैप के लिए अलग से समय निर्धारित होता है। मगर भारत में ये कल्चर नहीं है। फिर भी देखा जाता है कि नींद के मारे मजबूर इम्प्लाइज कई बार दोपहर में अपने डेस्क पर सोते हुए पाए जाते हैं।
एक्सपर्ट्स की मानें तो दोपहर के खाने के बाद छोटी सी नींद आपके लिए फायदेमंद साबित होती है। कुछ देर की झपकी लंबे समय तक काम करने के कारण होने वाली शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करती है। इसका व्यक्ति की याददाश्त, सोचने-समझने की शक्ति और कार्यक्षमता पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है। इस पावर नैप से आपके स्वास्थ्य को ढेर सारे फायदे मिलते हैं, जो आपको हेल्दी रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा ये पावर नैप आपके काम की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है। आइए आपको बताते हैं इसके 5 जबरदस्त फायदे।
तनाव से रखती है दूर
काम के लगातार दबाव के चलते तनाव और परेशानी आम हो चली है। इसके चलते मस्तिष्क अक्सर थका-थका रहता है। अपनी शक्ति और ऊर्जा वापस पाने के लिए इसे आराम की दरकार होती है। पावर नैप अपने मस्तिष्क को तनाव से दूर रखने का एक बढि़या तरीका है। जब कभी भी आप तनाव में या थके हुए महसूस करें तो बस अपने टेबल पर सिर टिकाइए और जरा सी देर के लिए एक झपकी लें। इसके बाद आप ऊर्जावान, एकाग्र, रिलेक्स और सजग महसूस करेंगे।
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आपको रखती है सजग
बीती रात आपकी नींद पूरी नहीं हुयी। तो जाहिर तौर पर ऑफिस में आपके काम पर इसका असर नजर आएगा। अपने काम के बीच में जरा सी झपकी आपको सावधान और सजग रखने में मदद करेगी। साथ ही यह आपके एनर्जी लेवल को बनाए रखने में भी मदद करती है और साथ ही आपको रखती है रिफ्रेश।
याद्दश्त पर पड़ता है सकारात्मक प्रभाव
थके हुए दिमाग की स्मरण शक्ति भी कमजोर रहती है। दिमाग आसानी से कुछ भी नहीं सीख पाता। पावर नैप मस्तिष्क की कोशिकाओं और मांसपेशियों को आराम पहुंचाती है। थका हुआ दिमाग विषाक्त पदार्थ का निर्माण करने लगता है, जिससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे आप थके-थके और सुस्त रहने लगते हैं। थोड़ी देर की एक झपकी मस्तिष्क की मांसपेशियों को राहत पहुंचाती है और आपको रखती है 'टेंशन फ्री'। इसके साथ ही यह मस्तिष्क को विषाक्त पदार्थ बनाने से भी रोकती है।
दिल के लिए है बेहतर
एक थके हुए मन और शरीर का नकारात्मक प्रभाव आपके दिल पर भी पड़ता है। एक झपकी हृदय पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव को दूर करती है। यह दिल की धड़कन को भी नियंत्रित करती है और साथ ही रक्तचाप भी सामान्य रखती है। जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की शिकायत होती है उन्हें हमेशा नैप लेने की सलाह दी जाती है। इससे उनका रक्तचाप सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है। इस झपकी से दिल अधिक आराम से अपना काम करता है।
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मूड रहता है फ्रेश
कुछ देर की झपकी आपके मूड को भी ताजा बनाए रखती है। यह उन लोगों के लिए खासतौर पर मददगार है जो अधिक दबाव में काम करते हैं। नाइट शिफ्ट में काम करने वाले, विद्यार्थी और मीडियाकर्मियों के लिए खासतौर पर मददगार होता है। आमतौर पर इन लोगों में नींद को लेकर समस्याएं पायी जाती हैं, ऐसे में पावर नैप इनके मन और शरीर को शांत रखने में मदद करती है।
कितनी देर लेनी चाहिए नींद
10 से 20 सेकेंड की झपकी को ‘नैनो नैप’ कहते हैं। ‘नैनो नैप’ लेने से कंघों पर पड़ने वाले तनाव से राहत मिलती है। वहीं 2 से 5 मिनट की झपकी को माइक्रो नैप कहते हैं। इस आलस दूर होता है और बने रहते हैं तरोताजा। 5 से 18 मिनट की झपकी को मिनी नैप कहते हैं। मिनी नैप लेने से व्यक्ति की सतर्कता, कार्य करने की क्षमता पर अच्छा असर पड़ता है। और साथ ही याद्दश्त भी दुरुस्त रहती है। 20 मिनट की झपकी को पावर नैप कहते हैं। पावर नैप लेने से व्यक्ति को माइक्रा और मिनी दोनों नैप्स के फायदे मिलते हैं। इसके साथ ही मांसपेशियों को लंबे समय तक कार्य करने, याददाश्त तेज करने और मस्तिष्क को थकान से दूर रखने में काफी फायदेमंद साबित होती है।
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