सिर्फ वजन घटाने के लिए नहीं स्वस्थ रहने के लिए भी अपनाएं एरोबिक्स एक्सरसाइज

एरोबिक एक्सरसाइज आपको दिमागी और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखती है। जानिये एरोबिक एक्सरसाइज से सम्बंधित कुछ खास बातें जो आपको चुस्त दुरुस्त रखने के साथ ही बीमारियों से भी बचाती है।
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सिर्फ वजन घटाने के लिए नहीं स्वस्थ रहने के लिए भी अपनाएं एरोबिक्स एक्सरसाइज

नियमित तौर पर एरोबिक्‍स एक्‍सरसाइज जैसे -पैदल चलना, साइकिल चलाना और स्विमिंग लंबी और सेहतमंद जिंदगी जीने में मदद करता है। जानिए कैसे एरोबिक्‍स एक्‍सरसाइज दिल, फेफड़ों और रक्‍त-संचार पर सकारात्‍मक प्रभाव डालती हैं।

benifits of aerobic एरोबिक एक्‍सरसाइज पर कैसे प्रतिक्रिया करता है आपका शरीर


एरोबिक गतिविधियों के दौरान बाजुओं, टांगों और कूल्‍हों की मांसपेशियों पर काफी जोर पड़ता है। और इससे शारीरिक प्रतिक्रिया में तेजी आती है।

एरोबिक एक्‍सरसाइज करते समय आप तेजी से गहराई तक सांस लेते हैं। इससे रक्‍त में अधिक मात्रा में ऑक्‍सीजन पहुंचती है और दिल भी तेजी से धड़कने लगता है। इससे मांसपेशियों में रक्‍त संचार बढ़ जाता है। साथ ही फेफड़े भी बेहतर तरीके से काम करने लगते हैं। आपकी छोटी रक्‍त-वाहिनियां खुल जाती हैं जिससे मांसपेशियों को अधिक ऑक्‍सीजन पहुंचने लगती है। साथ ही कार्बन डाई ऑक्‍साइड और लेक्टिक एसिड जैसे विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। एरोबिक्‍स एक्‍सरसाइज से शरीर एंडोरफिन्‍स नामक हार्मोन का स्राव करने लगता है, जो कुदरती तौर पर एक दर्द-निवारक है। इससे आपका आत्‍मविश्वास भी बढ़ने लगता है।

एरोबिक एक्‍सरसाइज आपके लिए हमेशा फायदेमंद रहती है, भले ही आपकी उम्र या वजन और एथलीट क्षमता भी चाहे कुछ भी हो। एरोबिक एक्‍सरसाइज से धीरे-धीरे आपका शरीर मजबूत और फिट होता जाता है।



वजन घटाए एरोबिक्‍स

एरोबिक्‍स के साथ स्‍वस्‍थ आहार का सेवन वजन घटाने में मदद करता है। इससे आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ती है। हो सकता है शुरुआत में एरोबिक एक्‍सरसाइज आपको थका दें, लेकिन जैसे-जैसे आपका स्‍टेमिना बढ़ता है आप इसका आनंद उठाने लगते हैं।


वायरल बीमारियों से बचाए

एरोबिक एक्‍सरसाइज आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। इससे आप छोटी-मोटी वायरल बीमारियों से बचे रहते हैं। मौसम बदलने के साथ होने वाले सर्दी और जुकाम जैसे रोग से बचाने में एरोबिक आपकी मदद करता है।


कम होते हैं स्‍वास्‍थ्‍य खतरे

एरोबिक एक्‍सरसाइज कई बीमारियों के खतरे को कम करती हैं। यह आपको मोटापे, दिल की बीमारियों, उच्‍च रक्‍तचाप, टाइप 2 डायबिटीज, स्‍ट्रोक और कुछ खास किस्‍म के कैंसर से बचाने में मददगार होती हैं। वजन कम करने वाले एरो‍बिक व्‍यायाम जैसे पैदल चलना आदि ऑस्टियोपोरोसिस जैसे गंभीर रोग का खतरा कम करता है।


दिल को बनाए मजबूत

मजबूत दिल को तेज धड़कने की जरूरत नहीं पड़ती। मजबूत दिल की खून पंप करने की क्षमता अधिक होती है। इससे आपके पूरे शरीर में रक्‍त संचार बढ़ जाता है। एरोबिक एक्‍सरसाइज आपके दिल को मजबूत बनाने का काम करती है।


धमनियों को रखे साफ

एरोबिक एक्‍सरसाइज शरीर में गुड कोलेस्‍ट्रोल की मात्रा बढ़ाकर बैड कोलेस्‍ट्रोल को कम भी करती है। इससे धमनियों में किसी तरह की कोइ रुकावट पैदा नहीं होती। धमनियों में से रक्‍त सुचारू रूप से प्रवाहित होता रहता है।


मूड बनाए

एरोबिक एक्‍सरसाइज आपको उदासी और अवसाद से बाहर निकालने में मदद करते हैं। वह तनाव से चिंता को दूर कर आपको अधिक ऊर्जावान और आशावान बनाने का काम करती है। एरोबिक एक्‍सरसाइज करके आप अधिक खुश रह सकते हैं।


उम्र के असर को बताएं धता

एरोबिक एक्‍सरसाइज मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं। इससे आप उम्र बढ़ने के बाद भी क्रियाशील रह सकते हैं। एरोबिक एक्‍सरसाइज आपका मस्तिष्‍क की कार्यक्षमता भी बढ़ाती हैं। सप्‍ताह में तीन दिन तीस मिनट की एरोबिक एक्‍सरसाइज उम्र के असर को कम कर सकती है।


जियें लंबा जीवन

कई शोध इस बात को प्रमाणित कर चुके हैं कि जो लोग नियमित रूप से एरोबिक व्‍यायाम करते हैं, वे ऐसे लोगों के मुकाबले अधिक लंबा जीवन जीते हैं जो नियमित तौर पर व्‍यायाम नहीं करते। इसके साथ ही आपकी उम्र न केवल लंबी होती है, बल्कि सेहतमंद भी होती है


पहला कदम यानी सही शुरुआत

तो, अब आप एरोबिक एक्‍सरसाइज के लिए तैयार हैं। आप छोटे कदमों से शुरुआत कीजिए। अगर आपने काफी लंबे समय से एरोबिक एक्‍सरसाइज नहीं की है या फिर आपको कोई स्‍वास्‍थ्‍यगत समस्‍या है, तो व्‍यायाम शुरू करने से पहले डॉक्‍टरी से अनुमति जरूर ले लें।


कैसे करें शुरुआत


धीरे-धीरे शुरुआत करें। रोजाना सुबह शाम पांच मिनट की सैर से भी शुरुआत की जा सकती है। दूसरे दिन पैदल चलने की गति और समय बढ़ाया जा सकता है। जल्‍द ही आप रोजाना तीस मिनट तक की तेज चाल तक पहुंच जाएंगे।

इसके अलावा आप क्रॉस कंट्री स्‍कीइंग, डान्सिंग, तैराकी, सी‍ढ़‍ियां चढ़ना, साइक्लिंग, जॉगिंग, रोइंग आदि जैसे एरोबिक व्‍यायाम भी काफी लाभप्रद होते हैं। कई स्‍वास्‍थ्‍यगत समस्‍यायें व्‍यायाम करने से रोकती हैं। जैसे अर्थराइटिसग्रस्‍त व्‍यक्ति एक्‍यूट एक्‍सरसाइज का सहारा ले सकते हैं। इससे जोड़ों पर जोर डाले बिना एरोबिक एक्‍सरसाइज का लाभ मिलता है।

 

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