महिलाओं के लिए मासिक धर्म एक समस्या की तरह होता है, इस दौरान दर्द होना आम बात है। इसके कारण महिला को दर्द के साथ-साथ थकान, चिड़चिड़ापन, अवसाद, अनिद्रा आदि की समस्या हो सकती है। माहवारी के दर्द के कारण माहिला का मन किसी काम में नहीं लगता है।
योगासन के जरिये आप इस दर्द को आसानी से दूर कर सकते हैं। योगासन इस दर्द से छुटकारा दिलाने के लिए बहुत ही अच्छा प्राकृतिक उपचार है जिसका कोई भी साइड-इफेक्ट नहीं होता है। इस लेख में जानिए उन 4 आसनों के बारे में जिसे आजमाकर आप माहवारी के समय होने वाले दर्द से छुटकारा प सकती हैं।
1 धुनर आसन
इस आसन को करने के दौरान आपके शरीर की स्थिति धनुष की तरह हो जायेगी, इसलिए योग के इस आसन को धनुर आसन बोलते हैं। इस आसन को करने के लिए आप पहले पेट के बल लेट जायें। इस स्थिति में आपके हाथ नीचे की ओर होने चाहिये। धीरे-धीरे अपने पैर और सिर व कंधे को ऊपर की तरफ उठायें। सही स्थिति आने पर अपने हाथों से पैरों को कस कर पकड़ लें। इस स्थिति में करीब 10 सेकेंड तक बने रहें। इस स्थिति में आपके हाथ, पैर, कंधों और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होगा और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलेगी।
टॉप स्टोरीज़
2 मत्स्यासन
मत्स्य का मतलब है, मछली। इस आसन में आपके शरीर का आकार मछली जैसा बनता है, इसलिए यह मत्स्यासन कहलाता है। यह आसन माहवारी के दर्द से छुटकारा दिलाता है। इसे करने के लिए पद्मासन की मुद्रा में बैठ जायें, फिर सावधानीपूर्वक पीछे की तरफ चित होकर लेट जाएं। लेटते समय दोनों घुटने जमीन से ही सटे रहें। फिर दोनों हाथों की सहायता से सिर को जमीन पर टिकाएं। उसके बाद बाएं पैर के अंगूठे और दोनों कोहनियों को जमीन से लगाए रखें। इस स्थिति में 10 सेकेंड तर रहें फिर सामान्य स्थिति में आयें, इस क्रिया को 4-5 बार दोहरायें।
3 उस्त्रासन
इसे कैमल पोज या ऊंट की मुद्रा भी कहते हैं, इस आसन के दौरान आपके शरीर की स्थिति ऊंट की तरह हो जाती है। इस आसान से कमरदर्द, तनाव, थकान आदि दूर होता है। इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ जायें, पीछे की तरफ आराम से झुकते हुए अपने दोनों हाथों से पैरों की एडि़यों को पकड़ेूं। अपने सिर को भी पीछे की तरफ झुकायें, इस स्थिति में 20-25 सेकेंड तक रहें फिर सामान्य स्थिति में आ जायें। इस क्रिया को 4-5 बार दोहरायें।
4 पासासन
इसे फंदा मुद्रा भी कहते हैं, क्योंकि इस आसन के दौरान आपका शरीर हाथों और पैरों के फंदों में फंस जाता है। इस आसन को करने से कमर दर्द, कंधे का दर्द, तनाव आदि की समस्या दूर होती है। साथ ही यह आसान रक्तसंचार को बढ़ाता है जिससे दिल मजबूत रहता है। इससे पेट की मांसपेशियों का खिंचाव होता है जिससे माहवारी के दर्द से राहत मिलती है। इसे करने के लिए नमस्ते की मुद्रा में खड़े होइए, फिर पैरों को सटाकर बैठ जाइए, फिर अपने दाहिने हाथ को बायें पैर से ले जाते हुए दाहिने पैर की एंड़ी को पकडि़ये। अब दाहिने पैर से बायें हाथ को पकड़ें। इस स्थिति में 10-15 सेकेंड तक रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आयें। इस क्रिया को बायें हाथ से भी दोहरायें।
Read More Articles on Womens Health in Hindi