विटामिन्स अब्ज़ॉर्ब करने में सहायक है मक्खन, ये हैं 6 फायदे और 5 नुकसान

आजकल लोग तेल ही नहीं, मक्खन में भी सब्ज़ियां बनाते हैं। इससे न सिर्फ उस डिश का टेस्ट बदल जाता है, बल्कि मक्खन से शरीर को कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयोडीन भी मिलता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
विटामिन्स अब्ज़ॉर्ब करने में सहायक है मक्खन, ये हैं 6 फायदे और 5 नुकसान

आजकल लोग तेल ही नहीं, मक्खन में भी सब्ज़ियां बनाते हैं। इससे न सिर्फ उस डिश का टेस्ट बदल जाता है, बल्कि मक्खन से शरीर को कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयोडीन भी मिलता है। इसके अलावा, बटर सेक्स हार्मोन जैसे- एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन भी प्रोड्यूस करने में मदद करता है। और-तो-और, यह बॉडी को विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन के भी प्रोवाइड करता है, जिससे फर्टिलिटी बढ़ती है। लेकिन बटर में मौजूद फैट कई लोगों की हेल्थ के लिए हानिकारक भी है। ये हैं मक्खन के फायदे और नुकसान।

butter

बटर के ये हैं 6 फायदे


1- बटर में मौजूद फैट हमारी बॉडी में वेजिटेबल्स से प्राप्ट कई हेल्दी न्यूट्रिएंट्स को अब्ज़ॉर्ब करने में मदद करता  है। सब्ज़ियों में बीमारियों से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स (कैरोटीनॉड्स) होते हैं जो मक्खन खाने से जल्दी अब्ज़ॉर्ब हो जाते हैं।

इसे भी पढ़ेंः इसलिए इन 8 तरह के लोगों को कभी नहीं पीना चाहिए नारियल पानी

2- इसमें लौरिक एसिड  होता है, जो फंगल इंफेक्शन से लड़ता है।

3- इसे खाने से ज़रूरी विटामिन्स जैसे विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन के आराम से बॉडी में अब्ज़ॉर्ब हो जाते हैं।

4- बटर में मौजूद विटामिन डी शरीर में कैल्शियम अब्जॉर्ब करने में मदद करता है।

5- बटर में एरेसिडोनिक एसिड होता है, जो मस्तिष्क के ठीक तरह से काम करने के लिए ज़रूरी है।

6- इससे हमारे शरीर में फैट की ज़रूरी आवश्यकता भी पूरी होती है।

ये हैं मक्खन खाने के 5 नुकसान


1- ज़्यादा मक्खन खाने से शरीर में  बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है और इससे कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज़ के चांस भी ज़्यादा हो जाते हैं।

इसे भी पढ़ेंः तांबे के बर्तन में दही, अमृत नहीं जहर समान

2- जितना हो सके, सब्ज़ी में कम बटर का इस्तेमाल करें।

3- दिल के लिए ना  तो सेचुरेटेड फैट अच्छा है और ना ही कोलेस्ट्रॉल। इसलिए, हाई सेचुरेटेड फैट वाला बटर खाने से बचें।

4- 1 चम्मच मक्खन में 30 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल और 7 ग्राम सेचुरेटेड फैट होता है। हमारे शरीर की रोज़ाना सेचुरेटिड फैट की ज़रूरत 15 ग्राम से ज़्यादा नहीं है।

5- बटर की जगह लो ट्रांस-फैट मार्जरीन (नकली बटर) का इस्तेमाल करें। मार्जरीन,  वेजिटेबल ऑयल में हाइड्रोजन डालकर बनता है। मक्खन की जगह आप मार्जरीन का उपयोग करें। इसमें 35 प्रतिशत कम फैट होता है और यह ज़ीरो-कोलेस्ट्रॉल से मैच करता है। इससे आपको हेल्थ से जुड़ी परेशानियां कम होंगी।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Healthy Living Related Articles In Hindi

 

Read Next

एक कप कॉफी आपको दे सकती है लंबी उम्र!

Disclaimer