कहीं आप तो नहीं कर रहे ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल में ये 5 गलतियां

आपके द्वारा अपनाये कई गलत उपाय और खाने पकाने के तरीके आपके सभी प्रयासों को बर्बाद कर सकते हैं। सिर्फ खाना पकाने के तेल के इस्‍तेमाल से ही नहीं बल्कि गलतियां इसे खरीदने और स्‍टोर करने से भी हो सकती है।
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कहीं आप तो नहीं कर रहे ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल में ये 5 गलतियां

अपने और अपने परिवार के लिए खाना बनाना बहुत अच्‍छा प्रयास है! लेकिन क्‍या आप वाकई इसे सही तरीके से कर रहे हैं? आपके द्वारा अपनाये कई गलत उपाय और खाने पकाने के तरीके आपके सभी प्रयासों को बर्बाद कर सकते हैं। सिर्फ खाना पकाने के तेल के इस्‍तेमाल से ही नहीं बल्कि गलतियां इसे खरीदने और स्‍टोर करने से भी हो सकती है।

 

olive oil in hindi


ऑलिव ऑयल का सही इस्‍तेमाल स्‍वास्‍थ्‍य के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है। यह चयापचय, पाचन को बढ़ावा देने के साथ हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचाव करता है। या यूं कहिए कि यह आपके समग्र स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार करने में मददगार होता है। लेकिन इसके गलत इस्‍तेमाल से आपको नुकसान हो सकता है। अगर आप भी जैतून के तेल के इस्‍तेमाल से जुड़ी गलतियां कर रहे हैं तो यहां दिये टिप्‍स से प्रेरणा लेकर उनमें सुधार करें।    

 

केवल विशेष अवसरों के लिए उपयोग

आखिरी बार सुपरमार्केट पर जाने पर निसंदेह आपने सबसे अच्‍छी गुणवत्‍ता वाले जैतून का तेल लिया होगा। लेकिन तेल को नियमित रूप से खाना पकाने और भोजन के तैयारी इस्‍तेमाल करने की बजाय विशेष अवसरों के लिए संभाल कर रखना सही नहीं है। ऑलिव ऑयल ताजा होने पर ही सबसे अच्‍छा होता है। ताजा होने पर ही इसका स्‍वाद और पोषक तत्‍व बरकरार रहते है। इसलिए जैतून के तेल को विशेष अवसरों की प्रतीक्षा की तुलना में नियमित इस्‍तेमाल करें।

तलने के लिए इस्‍तेमाल न करना

आपने यह बात तो सुनी ही होगी कि ऑलिव ऑयल तलने के लिए इस्‍तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन सच्‍चाई तो यह है कि जैतून के तेल में अत्‍यंत लो स्मोक पॉइंट नहीं होता और इसमें अपने फूड को डिप फ्राई कर सकते हैं। इसलिए जैतून के तेल को खाना बनाने के लिए नहीं इस्‍तेमाल करने का कोई कारण नहीं है। यह तेल डीप फ्राई, शैलो फ्राई और बार्बिक्यू के लिए इस्‍तेमाल किया जा सकता है।

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उपभोग से बचना

आपने यह भी सुना होगा कि ऑलिव ऑयल के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ तभी मिल सकते हैं जब आप इसका इस्‍तेमाल 2-3 बड़े चम्‍मच ही करें, फिर चाहे आपको हृदय रोग हो रक्तचाप या कैंसर। लेकिन जैतून के तेल के इस्‍तेमाल में कैलोरी की चिंता करने की जरूरत नहीं होती। दैनिक आधार पर इसके सेवन पर भी कैलोरी की सीमा के अंदर ही रहते हैं।

खरीदते समय लेबल की जांच न करना

हो सकता है कि आपके द्वारा खरीदा तेल जैतून का तेल न हो। इसलिए वास्‍तविक गुणवत्‍ता को सुनिश्चित करने के लिए लेबल की जांच जरूर करें। लेबल पर ध्‍यान न देने की स्थिति में हो सकता है कि आप कम गुणवत्‍ता वाला केमिकल रिफाइंड से लेकर अवांछनीय गुणों जैसे फैटी एसिड से मुक्‍त और अप्रिय स्वाद वाला ऑलिव ऑयल खरीद लेते हैं।  

जैतून का तेल का स्‍वाद

अध्ययनों से पता चला है कि कई लोगों को ताजा जैतून के तेल के स्वाद के बारे में पता नहीं है इसलिए वह बासी जैतून के तेल को पसंद करते हैं। ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि जैतून का तेल हल्‍का सा चखने पर आप ताजे जैतून के तेल का उपयोग नहीं कर पायेंगे। जैतून के तेल में कोमतला का स्‍वाद नहीं होता लेकिन इसमें तेज जैसा महसूस होता है। ताजे जैतून के तेल में कुछ कड़वाहट और थोड़ा चटपटापन होता है।

इन उपायों को जानकार आपको जैतून के तेल से जुड़ी गलतियों का अहसास होगा और आप तेल के सही इस्‍तेमाल के तरीकों के बारे में जान पायेगें।

Image Courtesy : Getty Images

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