
कई लोगों की चाहत होती है कि उनका शरीर सुंदर और आकर्षक दिखें। इसके लिए वह कई तरह की एक्सरसाइज और किट का भी इस्तेमाल करते हैं क्योंकि केवल वजन घटाने से आपका शरीर सुंदर और आकर्षक नहीं दिखता है बल्कि सुडौल शरीर के कारण भी आप फिट नजर आते हैं। साथ ही शरीर के गलत पोश्चर के कारण कई तरह की समस्याएं और दर्द की परेशानी भी हो सकती है। लगातार एक ही ओर देखने से आपकी गर्दन में दर्द और अकड़न हो सकता है। गलत तरीके से सोने पर भी आपके शरीर में दर्द और पोश्चर बिगड़ सकता है। पोश्चर सुधारने के लिए आप ये आसान योगा कर सकते हैं।
पोश्चर सुधारने के लिए करें ये योग
1. माउंटेन पोज़
माउंटेन पोज या ताड़ासन का अभ्यास करना काफी सरल होता है। इससे शरीर सही वर्टिकल अलाइनमेंट में होता है और इसमें आपके कंधे, छाती और हाथों में भी मजबूती आती है। इससे शरीर सुडौल बनता है।
कैसे करें अभ्यास
1. इसके लिए सबसे पहले आप अपने दोनों पैर के पंजों को मिलाकर या कुछ दूरी पर रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। अपने हाथों को साइड में रखें।
2. अपने शरीर का वजन दोनों पैरों पर एक समान रखने की कोशिश करें।
3. अब अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और उंगलियों को फंसाकर हथेलियों को ऊपर की ओर रखें। इस दौरान दोनों हाथ सिर के ऊपर सीध रखने की कोशिश करें।
4. पूरे अभ्या के दौरान दृष्टि को एक बिंदु पर टिकाएं और अंत तक टिकाएं रखें।
5. सांस लेते हुए भुजाओं, कंधों और छाती के साथ पूरे शरीर को ऊपर की ओर तानें साथ ही अपनी एड़ियों को ऊपर उठाते हुए पैरों के पंजों पर खड़े हो जाएं।
6. बिना संतुलन खोए पंजों से लेकर सिर तक अपने पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचें और कुछ देर तक सांस रोकर इस स्थिति में खड़े रहें।
7. इसके बाद सांस छोड़ते हुए वापस पूर्व की मुद्रा में आ जाएं और इस आसन का अभ्यास आप 10-15 बार कर सकते हैं।
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2. गोमुखासन योग
यह आसन आपकी रीढ़ की हड्डी को सीधा करने में मदद करता है। यह रीढ़ की हड्डी के प्राकृतिक वक्र को बनाए रखता है। यह शरीर में लचीलापन और गतिशीलता बनाए रखता है ताकि शरीर में अकड़न और गलत पोश्चर की शिकायत न हो।
कैसे करें अभ्यास
1. इसके लिए योग मैट पर दोनों पैरों को आगे करके बैठ जाएं।
2. अब अपने बाएं पैर को घुटने से मोड़ें और एड़ी को दाएं नितंब के पास जमीन पर रख दें।
3. अब दाएं पैर को मोड़ें और बाएं पैर के ऊपर रखें। इस दौरान दाएं पैर की एड़ी बाएं पैर के हिप्स के पास रखने का प्रयास करें।
4. फिर अपने बाएं हाथ को पीठ के पीछे से ऊपर की ओर ले जाएं। इस दौरान पीठ को सीधा रखने की कोशिश करें।
5. उसके बाद अपने दाएं हाथ को कोहनी से मोड़ें और पीछे से कंधों से नीचे की ओर ले जाएं।
6. अब दोनों हाथों की हथेलियों को इंटरलॉक कर लें। इस दौरान सांस लेते और छोड़ते रहें।
7. इस योगासन को आप दूसरे पैर की मदद से भी कर सकते हैं। इसे आप 3-5 बार कर सकते हैं।
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3. ब्रिज पोज
ब्रिज पोज या सेतु बंध सर्वांगासन एक आसान बैकबेंड है, जो आपकी छाती और कंधों की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करता है। इससे आपके खराब शारीरिक मुद्रा को ठीक करने में सहायता मिल सकती है। साथ ही पेट की मांसपेशियों में भी खिंचाव आता है और अतिरिक्त चर्बी भी कम हो सकती है। इससे शरीर में लचीलापन भी आता है।
कैसे करें अभ्यास
1. ब्रिज पोज करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
2. फिर अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों को फर्श पर सीधा रखने की कोशिश करें।
3. घुटनों को हिप्स से अलग रखें और घुटनों तक स्ट्रेच करने का प्रयास करें।
4. पैरों और बाहों को फर्श से प्रेस करते हुए, सांस लें और अपने हिप्स और चेस्ट को ऊपर उठाने की कोशिश करें।
5. अब अपनी पीठ को झुकाएं और रीढ़ की हड्डी को फर्श से ऊपर उठाएं।
6. इस दौरान इस बात का ध्यान रखें कि आपके कंधे और सिर फर्श को छू रहे हों।
7. कुछ सेकंड के लिए आप इस मुद्रा में रहें।
8. इस आसन को कम से कम 4-5 बार दोहराएं।
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4. ईगल पोज
ईगल पोज़ या गरुड़ासन शरीर के संतुलन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह आपके कोर और एब्स मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही रीढ़ की हड्डी भी इससे मजबूत होती है। यह कंधों को भी सही आकार देता है और उन्हें टोन बनाता है। शरीर को शक्ति प्रदान करने के लिए ये अच्छा अभ्यास है।
कैसे करें अभ्यास
1. ईगल पोज करने के लिए आप अपने पैरों को मोड़ें और भुजाओं को एक-दूसरे लपेट लें। भुजाओं से शुरू करें।
2. अपना वजन अपने बाएं पैर पर शिफ्ट करें और अपने दाहिने पैर को फर्श से उठाएं।
3. अपनी बाईं जांघ के ऊपर अपनी दाहिनी जांघ को रखें। अपने दाहिने पैर को अपने बाएं के चारों ओर झुकाएं।
4. अपनी बाहों को अपने सामने उठाएं, फर्श के समानांतर पर रखें।
5. इसके बाद अपनी बाहों को मोड़ें, उन्हें कोहनियों से जोड़ने के लिए बाईं ओर दाईं ओर क्रॉस करें।
6. इस दौरान सांस लेते और छोड़ते रहें और इसे आप 5-10 बार कर सकते हैं।
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