कुछ लोगो को तेल-मसाला और चटपटा खाना खाने के बाद पूरे समय गैस बनने की शिकायत होती है। गैस बनने के बाद बहुत तकलीफ होती है। पेट में भारीपन महसूस होना, बार-बार शौच लगना और जी मिचलाने जैसी समस्याएं भी होती हैं। अगर आप भी इन समस्याओं से निजात पाने का प्रयास कर रहे हैं तो योग आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। योग करना सभी के लिए अच्छा होता है और अगर आप सुबह सुबह योग करने का समय नहीं निकाल पाते हैं तो खाना खाने के बाद योग करना आपके पाचन के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इसलिए आज हम आपको पेट में गैस की शिकायत से राहत दिलवाने वाले तीन योगासनों के बारे में बताएंगे। इन योगासनों को आप खाना खाने के 1 घंटे बाद कर सकते हैं। इन योगासनों के रोज खाने के बाद करने से न सिर्फ आपकी पाचन क्रिया अच्छी होगी साथ ही साथ गैस की शिकायत से भी राहत मिलेगी।पहले जानिए लक्षण।
पेट में गैस की समस्या होने के कुछ लक्षण (Symptoms)
- दर्द होना
- गैस बनना
- बार-बार मरोड़ उठना
- पेट में गड़गड़ाहट होना
- जी मिचलाना
- उल्टी आना

खाने के बाद अच्छे पाचन के लिए ये तीन योगासनों का रोज अभ्यास करना चाहिए।
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1. पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)
पवनमुक्तासन, आसन पेट के पाचन तंत्र से बेकार गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और यही कारण है कि इसे अंग्रेजी में (Wind Releasing Pose) कहा जाता है। यह एक बहुत ही सरल आसन है, अच्छे पाचन के लिए बहुत जरूरी है और इसे रोज करना चाहिए।
पवनमुक्तासन करने की विधि :
- योग चटाई पर लेट जाना है वो भी पेट के बल।
- बाएं घुटने को मोड़कर उसे पेट के पास ले जाएं ।
- अपनी सांस को छोड़ते हुए दोनों हथेलियों को एक दूसरे से मिलाएं।
- अपने हाथ के अंगुलियों को अपने घुटनों से थोड़ी नीचे रखें।
- अब आप अपने बाएं घुटने से खुद की छाती को छूने की कोशिश करिए।
- अपने सर को जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं।
- नाक को घुटनों को छूने की कोशिश करे इसके बाद 10 से 20 सेकेंड तक इसी अवस्था में रहें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते जाएं।
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2. वज्रासन ( Vajrasana)
- भोजन करने के 15 मिनट बाद एक योग चटाई बिछाएं और दोनों पैर सामने की तरफ फैलाकर बैठ जाएं।
- एक पैर का घुटने को मोड़कर ऐसा बैठे के पैरो के पंजे पीछे तथा ऊपर की ओर हो।
- अब दुसरे पैर का घुटना भी मोड़कर ऐसा बैठे के पैरो के पंजे पीछे तथा ऊपर की ओर हो।
- दोनों पैर के अंगूठे को एक दूसरे से मिलाकर रखें।
- दोनों एड़ियो के बीच दूरी बनाकर रखें।
- अपने दोनों हाथो को घुटने पर ही रखें।
- अपनी आंखो को बंद रखें साथ ही साथ गहरी साँसे ले और छोड़ें।
- शुरुआत में केवल 3 से 5 मिनट तक ही करे।
3. सेतु बंध सर्वांगासन (Setu Sarwangasana)
सेतु बंध सर्वांगासन के योग से थायरॉयड ग्रंथि में उत्तेजना बढ़ने लगती है और मेटाबॉलिज्म सामान्य होने लगता है। सेतु बंधासन उन लोगों के लिए सही है जो दिन भर कंप्यूटर या लैपटॉप के काम करते हैं।
सेतु बंध सर्वांगासन करने की विधि
- योग चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं।
- सांसों को सामान्य रखें।
- इसके बाद हाथों को बगल में रखें।
- फिर अपने पैरों को मोड़कर कमर के पास ले जाइए।
- कमर को जितना हो सके उतना जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं।
- हाथ जमीन पर ही रखें ।
- कुछ देर के लिए सांस को रोक कर रखें।
- इसके बाद अपनी सांस को छोड़ते हुए वापस जमीन पर आएं।
इन योग आसनों का करना आपके पाचन तंत्र की सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।
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