मांसपेशियों में गांठें एक आम समस्या है, जिसके कारण कई लोगों को प्रभावित स्थान पर दर्द की शिकायत रहती है। मांसपेशियों में गांठें किसी भी व्यक्ति को हो सकती हैं, चाहे वह एक्टिव लाइफस्टाइल जी रहे हों या फिर लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने वाले लोग हों। मांसपेशियों का ज्यादा तनाव, गलत पॉश्चर के अलावा अन्य कारणों से भी मांसपेशियों में गांठ की समस्या हो सकती है। खासकर, गर्दन, कंधे, पीठ और जांघों की मांसपेशियों में गांठें ज्यादा होती हैं। अगर समय पर इनका इलाज नहीं किया जाए, तो ये परेशानी लंबे समय तक बनी रह सकती है और अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है। मांसपेशियों की गांठों को कम करने और दर्द से राहत पाने के लिए योग और स्ट्रेचिंग बेहद प्रभावी माने जाते हैं। इस लेख में दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित योग जंक्शन के योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम, मांसपेशियों की गांठों के लिए योग और स्ट्रेचिंग के लाभ बता रहे हैं।
मांसपेशियों में गांठ की समस्या में योग और स्ट्रेचिंग
योग और स्ट्रेचिंग मांसपेशियों की गांठों को कम करने और उन्हें दोबारा बनने से रोकने में मददगार साबित होते हैं। योग के आसन और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज मांसपेशियों में खिंचाव और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं, जिससे तनाव कम होता है और मांसपेशियों में आराम महसूस होता है। नियमित योग और स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों में जमी हुई गांठें धीरे-धीरे ढीली होती हैं, इसके साथ ही योगासन और स्ट्रेचिंग के जरिए मांसपेशियों में लचीलापन आता है, जिससे मांसपेशियों के तनाव में कमी होती है।
मांसपेशियों की गांठों के लिए योगासन
1. अधोमुखश्वानासन
यह योगासन शरीर की मांसपेशियों को खींचने और लचीलापन बढ़ाने के लिए सबसे प्रभावी है। अधोमुखश्वानासन से कंधों, पीठ और पैरों में खिंचाव होता है, जिससे मांसपेशियों में बनी गांठें ढीली होती हैं और दर्द से राहत मिलती है।
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2. बालासन
बालासन पीठ, कंधों और गर्दन की मांसपेशियों को आराम देता है। यह मुद्रा मांसपेशियों की गांठों को कम करने में मदद करती है।
मांसपेशियों की गांठों के लिए स्ट्रेचिंग
1. गर्दन की स्ट्रेचिंग
गर्दन में मांसपेशियों की गांठों को ठीक करने के लिए यह स्ट्रेचिंग प्रभावी है। इससे गर्दन के आसपास की मांसपेशियों में तनाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है।
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2. कंधे की स्ट्रेचिंग
कंधों में मांसपेशियों की गांठें अक्सर लंबे समय तक बैठे रहने या कंप्यूटर पर काम करने के कारण होती हैं। कंधे का स्ट्रेच इन गांठों को कम करने में मदद करता है और मांसपेशियों को राहत देता है।
3. हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच
यह स्ट्रेचिंग निचली पीठ की मांसपेशियों की गांठों को दूर करने के लिए उपयोगी है। यह स्ट्रेच शरीर में लचीलापन बढ़ाने और मांसपेशियों की जकड़न को कम करने में मदद करता है।
योग और स्ट्रेचिंग के अन्य फायदे
- योग और स्ट्रेचिंग मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करने के लिए सबसे अच्छे उपाय हैं।
- ये न केवल मांसपेशियों की गांठों को दूर करने में मदद करते हैं, बल्कि मांसपेशियों को मजबूत और लचीला भी बनाते हैं।
- नियमित योग और स्ट्रेचिंग मांसपेशियों में सही मात्रा में ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखते हैं।
निष्कर्ष
मांसपेशियों की गांठों को कम करने के लिए योग और स्ट्रेचिंग प्रभावी और प्राकृतिक तरीकों में से एक हैं। इन तकनीकों के नियमित अभ्यास से न केवल मांसपेशियों की गांठों को कम किया जा सकता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर किया जा सकता है। यदि आप मांसपेशियों में गांठों से जूझ रहे हैं, तो योग और स्ट्रेचिंग को डेली रूटीन में शामिल करें।
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