कैंसर जैसी घातक बीमारी से हर साल दुनियाभर में हजारों लोग अपनी जान गवां देते हैं। इस साल वर्ल्ड कैंसर डे की थीम "क्लोज द केयर गैप: एवरीवन डिजर्व्स एक्सेस टू कैंसर केयर" (Close the Care Gap: Everyone Deserves Access To Cancer Care) है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका पता अगर शुरुआती दिनों पर चल जाए तो इसके खतरे को कम किया जा सकता है और इलाज के बाद कैंसर से बचा जा सकता है। बजट सत्र के दौरान देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन पर बात की और 9 साल से 14 साल की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन फ्री में लगााए जाने की घोषणा की है। इस लेख में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गौरव कुमार से जानेंगे सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है?
सर्वाइकल कैंसर होने का मुख्य कारण क्या है? - What Causes Cervical Cancer In Hindi
1. ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण से सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
2. ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) असुरक्षित यौन संबंध (Sexually Transmitted) बनाने के कारण सबसे ज्यादा फैलता है।
3. हालांकि, जरूरी नहीं है कि एचपीवी वायरस शरीर के अंदर जाने के बाद कैंसर पैदा करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि कुछ लोगों के शरीर की इम्यूनिटी इस वायरस से लड़कर इसे खत्म कर देती है।
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4. अगर आपके शरीर की इम्यूनिटी कमजोर है तो यह वायरस सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है।
5. अलग-अलग लोगों के साथ असुरक्षित यौन संबंध से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
6. धूम्रपान और अधिक मात्रा में शराब पीने से भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
7. शरीर की कमजोर रोग प्रतिरोध क्षमता भी सर्वाइकल कैंसर के विकास में एक कारक है।
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8. यदि किसी के परिवार में सर्वाइकल कैंसर का इतिहास है, तो आने वाली पीढ़ी में इस कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
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सर्वाइकल कैंसर से कैसे बचें - How To Prevent Cervical Cancer
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा (Uterine cervix) में धीरे-धीरे विकसित होता है। इस कैंसर की शुरुआती स्टेज में लक्षण पहचान में कम आते हैं, जिसके कारण समस्या गंभीर हो सकती है। सर्वाइकल कैंसर के खतरे से बचने के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। इसके अलावा हर 3 साल में HPV test या पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Smear Screening also called cervical cytology) करवाया जा सकता है, जिससे अगर आपके शरीर में कैंसर का विकास हो रहा होगा तो शुरुआती दिनों में ही पहचाना जा सकता है और इलाज के बाद इससे बचा जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए एक पार्टनर के साथ ही सेफ सेक्सुअल रिलेशन रखें।
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