
बेल फल, जिसे कि Wood Apple के नाम से भी जाना जाता है, जो कि भूरे और हरे रंग का होता है। इसे तमाम और नामों से भी जाना जाता है, जैसे- गोल्डन एप्पल और मंकी फ्रूट, जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। वैसे तो इस फल के कई सारे फायदे हैं जैसे कि यह शरीर में खून की कमी को दूर करने, कब्ज से राहत पाने , लू लगने से बचाने और डायबिटीज में फायदेमंद है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि महिलाओं के लिए बेल फल कितना फायदेमंद है। जी हां, महिलाओं में खून की कमी से लेकर गर्भावस्था के दौरान बेल फल को काफी फायदेमंद माना जाता है, यह आपको निरोग और स्वस्थ प्रसव में मदद कर सकता है। आइए यहां हम आपको बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान बेल फल महिलाओं के लिए सुरक्षित है या नहीं?
गर्भवती महिलाओं के लिए बेल फल (Wood Apple For Pregnant Women)
सौम्या लक्ष्मी, ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनिकॉलजी कंसल्टेंट, एस्टर सीएमआई हॉस्पिटल, बेंगलुरु का कहना हैं, ''Wood Apple जिसे कि स्थानीय भाषा में बेल कहा जाता है, ये फल विटामिन, कैल्शियम, फास्फोरस और फाइबर से भरपूर होता है। जिसकी वजह से यह कब्ज को दूर करने में मदद कर सकता है, जो गर्भावस्था में आम है। अभी तक ऐसी कोई रिसर्च सामने नहीं आई है कि बेल फल के सीमित सेवन के कारण स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ा हो। हालांकि, गर्भकालीन डायबिटीज यानी गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को बेल फल का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ भी सकता है।''
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बेल फल में मौजूद पोषक तत्व (Wood Apple Nutritional value)
बेल फल कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, आइए यहां जानें 100 ग्राम बेल फल में मौजूद पोषण तत्व:
- कार्बोहाइड्रेट31.8 ग्राम
- प्रोटीन1.8 ग्राम
- फाइबर2.9 ग्राम
- पोटैशियम600 मिग्रा
- विटामिन सी8 मिग्रा
- कैल्शियम85 मिग्रा
- आयरन0.7 मिलीग्राम
- फास्फोरस50 मिग्रा
गर्भावस्था में बेल फल के फायदे (Wood Apple Health Benefits During Pregnancy)
1. संक्रमण से लड़ता है
बेल फल के अर्क में कई एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, इसके मजबूत एंटिफंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों की वजह से यह शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। गर्भावस्था के दौरान, अक्सर महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिसकी वजह से उसे कई संक्रमणों का खतरा रहता है। ऐसे में बेल शरबत पीने से महिला को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है और जिससे बच्चे और माँ दोनों स्वस्थ रहते हैं।
2. शरीर में तरल पदार्थों के स्तर को बनाए रखता है
बेल फल में पोटेशियम होता है, जो कि शरीर में तरल पदार्थों के स्तर को संतुलित करने के लिए जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान, शरीर में तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए बेल फल और बेल शरबत काफी मददगार होता है। इसमें मौजूद पोटेशियम तंत्रिका आवेगों को संकेत भेजने में भी मदद करता है, और पोटेशियम मांसपेशियों में संकुचन की स्थिति और शरीर में ऐंठन को भी रोकता है।
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3. पाचन में सहायक
गर्भावस्था के दौरान पाचन की समस्या भी एक आम समस्या है, क्योंकि जैसे-जैसे भ्रूण आकार में बढ़ता है, तो धीरे-धीरे पाचन तंत्र पर दबाव डालना शुरू कर देता है। ऐसे में जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, ऐसे में बेल फल का सेवन पाचन प्रक्रिया को सुखरू करने में मदद कर सकता है। क्योंकि इस फल में फाइबर की मात्रा होती है, जो पाचन में सहायक होता है।
कैसे करें बेल फल का सेवन (How To Consume Wood Apple)
- आप पके हुए बेल फल का सेवन कर सकते हैं और चाहें, तो आप इसका शरबत के रूप में सेवन कर सकते हैं।
- आप पके बेल फल को दूध के साथ मिलाकर भी एक ड्रिंक तैयार कर पी सकते हैं।
- इसके अलावा, आप बेल फल को कस्टर्ड के रूप में या फिर इसकी चटनी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
- एक सबसे आसान तरीका कि आप बेल फल को फ्रूट सैलेड के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
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