पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पेट के निचले हिस्से यानी पेल्विक एरिया में दर्द, पेट में मरोड़, मूड स्विंग्स और दूसरी कई समस्याएं पीरियड्स के दिनों में महिलाओं के डेली रूटीन को अस्त-व्यस्त कर देती हैं। थोड़े स्तर पर ये परेशानियां सभी महिलाओं को होती हैं लेकिन देखा जाता है कि कुछ महिलाओं को असहनीय दर्द और असामान्य चिड़चिड़ेपन का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों का कारण कई बार महिलाओं की गलतियां होती हैं। पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए, जिनके बारे में हम आपको आगे बता रहे हैं। इन बातों को नजरअंदाज करने से पीरियड्स के दौरान आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
खाना न छोड़ें
कई बार दर्द और परेशानी के कारण कुछ महिलाओं को खाना खाने की इच्छा नहीं करती है, इसलिए कई बार वो नाश्ता नहीं करती हैं या सुबह और रात के खाने में कुछ हल्का-फुल्का खाकर काम चला लेती हैं। ये आदतें गलत हैं क्योंकि पीरियड्स के दिनों में आपको अतिरिक्त एनर्जी की जरूरत होती है। अगर आप खाना या नाश्ता छोड़ देती हैं, तो आपके शरीर का एनर्जी लेवल डाउन होता है, जिससे परेशानियां और बढ़ती हैं। इसलिए परेशानी के बावजूद नाश्ता और खाना बराबर खाते रहें।
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दूध से बने फूड्स और मांसाहारी भोजन का सेवन कम करें
पीरियड्स के दिनों में आपको दूध और दूध से बने दूसरे प्रोडक्ट्स (Dairy Products) जैसे- चीज़, पनीर, योगर्ट, दही आदि का सेवन कम कर देना चाहिए या छोड़ देना चाहिए। रिसर्च के अनुसार इन फूड्स में 'एरैकिडोनिक एसिड' पाया जाता है, जो पेड़ू (पेल्विक एरिया) में होने वाले दर्द को बढ़ा सकता है। दूध के अलावा मांसाहारी भोजन जैसे- चिकन, पोर्क, बीफ, टर्की आदि में भी ये एसिड काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इनका सेवन भी इन दिनों में नहीं करना चाहिए।
जंक फूड्स और फास्ट फूड्स न खाएं
पीरियड्स के दिनों में अनहेल्दी चीजें, जैसे जंक फूड्स, फास्ट फूड्स, पैकेटबंद स्नैक्स आदि खाना आपकी तकलीफ को बढ़ा सकता है। इन जंक फूड्स में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, जो आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। इसलिए ऐसी चीजें खाने से आपकी ब्लीडिंग बढ़ सकती है और दर्द भी तेज हो सकता है। पीरियड्स के दिनों में आपके शरीर को हेल्दी और पौष्टिक खाने की जरूरत होती है।
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दिनभर लेटी या बैठी न रहें
दर्द के कारण महिलाओं के लिए रोजमर्रा के काम करना मुश्किल होता है, इसलिए अक्सर इन दिनों में महिलाएं दिनभर लेटी या बैठी रहती हैं। मगर ऐसे गतिहीन रहने से तकलीफ और बढ़ सकती है और दर्द ज्यादा समय तक रह सकता है। बैठे रहने या लेटे रहने से आपका ध्यान बार-बार दर्द की तरफ जाता है, इसलिए आपको दर्द ज्यादा महसूस होता है। इसके बजाय अगर आप कुछ काम करें, मूवी देखें या किताब पढ़ें तो आप अपने माइंड को दर्द से हटा सकती हैं। इसके अलावा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करने से भी पीरियड्स के दर्द में थोड़ी राहत मिलती है।
लंबे समय तक एक ही पैड या टैम्पॉन का इस्तेमाल न करें
पीरियड्स के दिनों में आप टैम्पॉन या पैड, जिसका भी इस्तेमाल करती हैं, ध्यान रखें कि बहुत देर तक एक ही पैड या टैम्पॉन को न लगाए रखें। इसका कारण यह है कि देर तक इसे लगाए रखने से बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है, जो आपकी तकलीफ को बढ़ा देगा। इसलिए पैड्स को 6 से 8 घंटे में और टैम्पॉन्स को 3 से 4 घंटे में बदलते रहें और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
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