अमेरिका के टेक्सास शहर की एक महिला प्रेग्नेंट होने के बाद भी 5 दिन में दूसरी बार प्रेग्नेंट हो गयी। मेडिकल हिस्ट्री का यह अनोखा मामला देखने के बाद डॉक्टर्स भी हैरान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 वर्षीय महिला एक महीने पहले प्रेग्नेंट हुई थी जिसके बाद एक महीने के भीतर ही जब वह दोबारा डॉक्टर्स के पास जांच के लिए गईं तो पता चला कि वह दूसरी बार प्रेग्नेंट हो चुकी हैं। दूसरी बार प्रेगनेंसी का पता चलने पर यह भी जानकारी मिली कि उनके गर्भ में जुड़वां बच्चे नहीं पल रहे हैं। महिला ने जब डॉक्टर से इस बारे में पूछा तो डॉक्टर्स ने बताया कि वह 5 दिनों के भीतर दो बार प्रेग्नेंट हो चुकी हैं और उनके गर्भ में दो बच्चे पल रहे हैं। दरअसल अमेरिका के टेक्सास शहर की रहने वाली इस महिला का बीते साल 3 बार गर्भपात हो चुका था जिसके बाद वह टूट गईं थीं। डॉक्टर्स ने उन्हें बताया कि वह एक महीने में दो बार प्रेग्नेंट हुई हैं और उनकी दोनों प्रेगनेंसी में 5 दिन का गैप है। इस अनोखी घटना को लेकर दुनियाभर में चर्चा है। मेडिकल साइंस की भाषा में इस स्थिति को सुपरफीटेशन (Superfetation in Hindi) कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें कुछ दिनों के भीतर महिला दो बार प्रेग्नेंट हो सकती है। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
महिला ने दिया 2 बच्चे को जन्म (Women Gives Birth To Twins By Superfetation)
जानकारी के मुताबिक सुपरफीटेशन के कारण प्रेग्नेंट होने के बाद दोबारा प्रेग्नेंट होने वाली महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। कैरा नाम की इस 30 वर्षीय महिला ने 6 मिनट के भीतर दो बच्चों को जन्म दिया और दोनों बच्चे खतरे से बाहर हैं। डॉक्टर्स ने कैर को बताया कि सुपरफीटेशन नामक मेडिकल कंडीशन की वजह से उसने 2 बार ओव्यूलेट किया। इस स्थिति में उनके अंडाशय से एग्स रिलीज तो हुए लेकिन उनके फर्टिलाइज होने में एक हफ्ते का गैप था। यह महिला बीते साल फ़रवरी माह में प्रेग्नेंट हुई थी।
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सुपरफीटेशन क्या है? (What is Superfetation in Hindi?)
एक बार प्रेग्नेंट होने के बावजूद कुछ दिनों के भीतर दूसरी बार प्रेग्नेंट होने की स्थिति को मेडिकल की भाषा में सुपरफीटेशन कहा जाता है। स्टार हॉस्पिटल की स्त्री और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ विजय लक्ष्मी के मुताबिक यह एक दुर्लभ स्थिति है जिसके बहुत कम मामले अभी तक सामने आये हैं। यह स्थिति ऐसे उत्पन्न होती है जब एक महिला के गर्भाशय में फर्टिलाइज एग पहले से मौजूद हो और इसी दौरान किसी स्पर्म से दोबारा एग्स फर्टिलाइज हो जाएं। इस स्थिति को सुपरफीटेशन कहते हैं। ऐसी स्थिति में महिला के गर्भ में दो बच्चे पलते हैं लेकिन उन्हें जुड़वां नहीं कहा जाता है। सुपरफीटेशन ज्यादातर मछलियों, में देखने को मिलता है। इस स्थिति की जानकारी लगातार जांच कराने से होती है।
सुपरफीटेशन के लक्षण (Superfetation Symptoms in Hindi)
सुपरफीटेशन एक दुर्लभ स्थिति है और दुनियाभर में इसके अब तक बहुत कम मामले ही सामने आए हैं। सुपरफीटेशन के लक्षण बहुत दुर्लभ हैं और इसका पता लगातार जांच करने के दौरान ही चलता है। डॉक्टर अल्ट्रासाउंड जांच के माध्यम से गर्भ में पल रहे भ्रूण के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हैं उसी दौरान इसका भी पता चलता है। सुपरफीटेशन प्रेगनेंसी होने पर महिला के गर्भ में दो अलग-अलग आकार के भ्रूण दिखते हैं। कुछ मामलों में यह स्थिति ग्रोथ डिसऑर्डर या प्लेसेंटा से जुड़ी समस्याओं के कारण भी हो सकती है।
सुपरफीटेशन की वजह से होने वाली समस्याएं (Complications of Superfetation)
सुपरफीटेशन की स्थिति में महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे अलग-अलग समय पर बढ़ रहे होते हैं। इस स्थिति में महिला अलग-अलग समय पर दो बच्चों को जन्म दे सकती है। ऐसे में बाद में ग्रो करने वाले भ्रूण के देर से परिपक्व होने की संभावना होती है। इसकी वजह से बाद वाले बच्चे का समय से पहले जन्म लेने का खतरा होता है। सुपरफीटेशन के कारण महिलाओं में होने वाली समस्याएं कुछ इस प्रकार से हैं।
- सांस लेने में दिक्कत।
- समय से पहले डिलीवरी।
- जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना।
- ब्लीडिंग की समस्या।
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चूंकि सुपरफीटेशन की स्थिति एक दुर्लभ स्थिति है जो दुनियाभर में कभी-कभार देखने को मिलती है इसलिए इसको लेकर कोई विशेष जानकारी अभी तक मौजूद नहीं है। सुपरफीटेशन की समस्या से बचने के लिए प्रेगनेंसी प्लान करने से लेकर डिलीवरी तक आपको नियमित रूप से अपनी जांच करानी चाहिए और डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए।
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