जब महिलाओं की सेहत की बात आती है तब यूरिनरी इनफेक्शन यानी यूटीआई जैसी गंभीर समस्या का नाम भी आता है। इस समस्या को अक्सर स्त्रियां नजरअंदाज कर देती है लेकिन इससे अनेक बीमारियां पनपने लगती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान भी ऐसा ही होता है महिलाएं यूटीआई जैसी गंभीर समस्या को आम समझ लेती हैं लेकिन यह उनकी भूल भी हो सकती है। ऐसे में महिलाओं को पता होगा कि यूटीआई के लक्षण और इसकी वजह क्या है तो वह इस समस्या से बच सकती हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे की प्रेगनेंसी में यूटीआई की आशंका क्यों बढ़ जाती है। साथ ही इसके लक्षण, वजह और उपचार क्या है। इसके लिए हमने एक्सपर्ट से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
गर्भावस्था में यूटीआई की आशंका क्यों बढ़ जाती है?
गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों के शरीर में प्रोजेस्टरॉन का स्तर बढ़ जाता है। यही कारण होता है कि यूटीआई की आशंका प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा बढ़ जाती है। बता दें कि प्रोजेस्टरॉन एक तरह का हार्मोन होता है जो यूट्रस को गर्भावस्था के दौरान तैयार करता है। लेकिन प्रेगनेंसी में जब यूरेटर्स और ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर और ढीली पड़ जाती है तो यही कारण होता है कि यूरिनरी ट्रैक की संरचना झुक जाती है, जिसके कारण यूरिन का प्रभाव किडनी को छूते हुए बाहर निकलता है। यही वजह होती है कि गर्भावस्था में यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा किडनी को भी काफी नुकसान पहुंचता है।
टॉप स्टोरीज़
यूटीआई के प्रमुख लक्षण
- यूरिन डिस्चार्ज करते वक्त जलन होना
- दर्द और खुजली होना
- बार बार टॉयलेट जाना
- यूरिन का रंग पीला होना
- यूरिन से बदबू आना
- शरीर में कपकपाहट महसूस करना
- बुखार आना
- कम भूख लगना
- थकान महसूस करना
- कमजोरी आना
- यूरिन में ब्लड आना लेकिन तब जब स्थिति ज्यादा खराब हो जाए
इसे भी पढ़ें-महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए योग है फायदेमंद, एक्सपर्ट से जानें
यूटीआई से बचाव
- प्रेगनेंसी में सार्वजनिक टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और अगर आप किसी कारणवश इस्तेमाल कर भी रहे हैं तो पहले फ्लश करना ना भूलें।
- अंदरूनी हिस्सों की सफाई का ध्यान रखना।
- पानी की मात्रा बढ़ा देना।
- समस्या ज्यादा बढ़ने पर डॉक्टर को दिखाना।
यूटीआई की वजह
- पर्सनल हाइजीन का ध्यान और गंदे टॉयलेट के इस्तेमाल से इस समस्याएं होना स्वभाविक है।
- गलत खानपान के चलते भी समस्या हो सकती है।
- कम पानी के पीने की वजह से भी समस्या हो सकती है।
- देर तक यूरिन को रोकने से इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि ज्यादा देर यूरीन रोकने से हमारे शरीर में मौजूद नुकसानदेह बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं, जिससे संक्रमण फैल सकता है।
इसे भी पढ़ें- सर्दियों में आने वाला है शिशु? नवजात शिशु और मां ऐसे रखें अपना ध्यान
महिलाओं में यूटीआई से बचाव के सुझाव
- पीरियड्स के दौरान पर्सनल हाइजीन का विशेष ध्यान रखना
- पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल ना करना
- प्राइवेट पार्ट्स की सफाई इंटर कोर्स के पहले और बाद में जरूर करना
- अगर यह समस्या छोटी बच्चियों में नजर आती है तो उनकी पर्सनल हाइजीन का विशेष रूप से ध्यान रखना
- यूटीआई के ठीक होने के बाद भी कोर्स को बीच में ना छोड़ना कभी-कभी एंटीबायोटिक का कोर्स अधूरा छोड़ने से बैक्टीरिया फिर से सक्रिय हो सकते हैं।
Read More Articles on Women Health in Hindi