क्या शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को खाना चाहिए पपीता? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

गर्भावस्था के दौरान पपीता ना खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन क्या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी नहीं खाना चाहिए पपीता?
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क्या शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को खाना चाहिए पपीता? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट


गर्भावस्था के दौरान हमें खानपान का विशेष ख्याल रखना होता है। गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर इस दौरान पपीता ना खाने की सलाह देते हैं। एक्सपर्ट की मानें तो गर्भावस्था में पपीता खाने से महिलाओं के ग्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। दरअसल, पपीते में लेटेक्स होता है, तो गर्भाशय को संकुचित करता है। ऐसे में यह गर्भ में पल रहे शिशु और मां के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अब सवाल यह है कि क्या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी गर्भावस्था के दौरान पपीता नहीं खाना चाहिए? अगर आपके मन में भी यह सवाल है. तो चलिए जानते हैं क्या कहती हैं हमारी एक्सपर्ट-

क्या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को खाना चाहिए पपीता?

फॉर्टिस की शिशु एवं महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ममता साहू का कहना है कि गर्भावस्था में महिलाओं को कच्चा पपीता खाने से नुकसान हो सकता है, लेकिन स्तनापान कराने वाली महिलाओं को इससे किसी तरह का नुकसान नहीं होता है। पपीता स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। पीपते में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा कच्चे पपीते के सेवन से दूध की गुणवत्ता भी अच्छा होती है। इसलिए पपीता या फिर कच्चा पपीता स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नुसकान नहीं पहुंचा सकता है।

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ब्रेस्टफीडिंग कराने से वाली महिलाओं को पपीता खाने से होते हैं ये फायदे

  • पपीता सेहत के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए उत्तम आहार है। पपीता में विटामिन सी भरपूर रूप से होता  है, ऐसे में यह पपीते के सेवन से इम्यूनिटी पावर बेहतर होती है। 
  • स्किन के लिए भी कच्चा पपीता काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो शरीर को बीमारियों से बचाता है। 
  • प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को काफी कमजोरी होती है, ऐसे में पपीता उन्हें एनर्जी देता है। 
  • पपीते में विटामिन ए भरपूर रूप से होता है, जो आंखों की रोशनी के लिए अच्छा माना जाता है। 
  • मांसपेशियों को मजबूत करने में भी पपीता काफी अच्छा होता है। 
  • इसके अलावा पपीते में फाइबर की भी प्रचुरता होती है, जो पाचन क्रिया को बेहतर करने में मददगार साबित होता है। 
  • प्रेग्नेंसी के बाद पीरियड्स को सामान्य रूप से करने में पपीता आपकी मदद कर सकता है। पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द और फ्लो को ठीक करने में यह असरकारी माना जाता है।

ये फल स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए होते हैं फायदे

एवोकाडो

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए एवोकाडो भी बहुत ही फायदेमंद फल है। यह शिशु और मां दोनों के लिए ही बहुत ही अच्छा माना जाता है। यह पोटैशियम से भरपूर होता है, जो शिशु के आंखों की रोशनी के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा बालों की गुणवत्ता और दिल को स्वस्थ रखने में भी एवोकाडो बहुत ही फायदेमंद माना जाता है।

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खरबूजा (Cantaloupe)

खरबूजा स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन बी, सी मैग्नीशियम, फाइबर, पोटैशियम, थियामिन और फोलेट जैसे तत्वों की प्रचुरता होती है, तो आपके शरीर के लिए बेहतर होता है। इसके अलावा यह हमारी बॉडी को हाइड्रेट रखने में भी हमारी मदद करता है। खरबूजा शिशु के लिए विशेष रूप से बहुत ही अच्छा माना जाता है।

अंजीर (Figs)

शरीर में आयरन की कमी होने पर अंजीर का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए यह फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के बाद अधिकतर महिलाओं के शरीर में ब्लड की कमी देखी गई है। इसके अलावा अंजीर में मैग्नीशियम, कैल्शियम, कॉपर और मैग्नीज जैसे तत्व पाए जाते हैं, तो शिशु के विकास के लिए अच्छे होते हैं। 

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