Kids Headache in Hindi : बच्चे से घर में रौनक रहती है। लेकिन कई बार बच्चों की बीमारी के कारण पूरा घर सुनसान हो जाता है। आपको बता दें कि सिरदर्द की समस्या बड़ो के साथ ही, बच्चों को भी परेशान कर सकती है। हालांकि, बच्चों का सिरदर्द समय के साथ अपने आप ही ठीक हो जाता है। डॉक्टरों की मानें तो बच्चों को सिरदर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। इसके लिए भारत में कई घरेलू उपायों को अपनाया जाता है। लेकिन कुछ मामलों में बच्चों को इलाज की जरूरत भी पड़ती है। इस विषय पर गुरुग्राम के साइल्ड न्यूरोसेंटर के डॉ. राकेश जैन ने बताया कि बच्चों को सिरदर्द क्यों होता है और उन्हें कब इलाज की आवश्यकता होती है।
बच्चों में सिरदर्द होने के कारण - Causes Of Kids Headache In Hindi
बच्चों में सिरदर्द के कई कारण होते हैं। इनमें शामिल होने वाले कुछ मुख्य कारकों को आगे बताया गया है।
- नींद की कमी
- दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीना
- आंखों में कमजोरी,
- समय पर आहार नहीं खाना,
- हार्मोन में बदलाव होना,
- कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव व आदि।
इसे भी पढ़ें : क्या बिना वजह रोता है आपका बच्चा? इन उपायों से करें बच्चे को करें शांत
बच्चों में सिरदर्द कितने प्रकार के होते हैं? - Types Of Kids Headache In Hindi
बच्चों में सिरदर्द के दो प्रकार होते हैं, इसमें प्राथमिक और सेकेंडरी सिरदर्द को शामिल किया जाता है।
प्राथमिक सिरदर्द
बच्चों में सामान्य तरह का सिरदर्द है। यह किसी बीमारी से संबंंधित नहीं होता है, लेकिन सिर के संवेदनशील विशेष हिस्से में दर्द की वजह से इस तरह का सिरदर्द होता है। इसमें टेंशन सिरदर्द, माईग्रेन सिरदर्द और कल्सटर सिरदर्द को शामिल किया जाता है।
सेकेंडरी सिरदर्द
दिमाग के अंदुरूनी हिस्से में किसी तरह की समस्या होने पर बच्चों को सिरदर्द हो सकता है। इसमें किसी बीमारी व दवाओं के कारण बच्चों को सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
इसे भी पढ़ें : बच्चों को अक्सर रहती है सिरदर्द की समस्या तो हो सकते हैं ये 6 कारण
बच्चों को सिरदर्द में कब डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए? - When To Worry About Kid Headache In Hindi
सिरदर्द होने पर बच्चे को रात के समय नींद नहीं आती है। जिसकी वजह से बच्चों को नींद पूरी नहीं होती है और वह चिड़चिड़े हो जाते हैं। आगे जानते हैं, बच्चों को सिरदर्द होने की किस स्थिति में आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- बच्चों को हाथ, पैरों में कमजोरी, झुनझुनी और सुन्नता होना।
- दो सप्ताह से अधिक समय तक सिरदर्द होना,
- देखने में समस्या होना,
- बार-बार उल्टी होना,
- सिर में चोट लगने की वजह से सिरदर्द होना, आदि।
बच्चों को सिरदर्द होने के सही कारण को समझने के लिए आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है। सबसे पहले डॉक्टर बच्चे की शारीरिक जांच और लाइफस्टाइल से सिरदर्द के पहचान करने का प्रयास करते हैं। इसके साथ ही कुछ टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। यदि बच्चे को तेज सिर दर्द हो रहा है, तो ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह पर ठंडे व गर्म की सिंकाई कर सकते हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version