Who Should Avoid Eating Bel Patra in Hindi: सावन के महीने में शिव मंदिरों में भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाया जाता है। हर मंदिर के बाहर आसानी से बेलपत्र मिल जाते हैं। इतना ही नहीं कई लोग भगवान शिव को चढ़ाए गए बेलपत्रों को प्रसाद के रूप में भी खाते हैं। आयुर्वेद में भी बेलपत्र औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। बेलपत्र एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल, एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी जैसे गुणों से भरपूर होते हैं, जो पाचन से लेकर डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद होता है। हालांकि, आयुर्वेद के अनुसार हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति दूसरे व्यक्ति से अलग होती है और इसलिए, हर औषधि या डाइट सभी के लिए सही हो ये जरूरी नहीं होती है। ऐसे में आइए नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी से जानते हैं औषधीय गुणों से भरपूर बेलपत्र का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए? (belpatra kise nahi khana chahiye)
बेल की पत्तियां किसे नहीं खाना चाहिए?
बेल पत्र का सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए-
1. प्रेग्नेंट महिलाएं
आयुर्वेद में प्रेग्नेंट महिलाओं को बेलपत्र का सेवन करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि बेलपत्र गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है, जिससे गर्भपात या समय से पहले डिलिवरी की संभावना बढ़ सकती है। खासकर बेल के पत्तों में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो गर्भाशय की मांसपेशियों को संकुचित कर सकते हैं।
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2. कब्ज की समस्या
बेल का फल दस्त और डायरिया की समस्या के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह मल को सख्त करने में मदद करता है। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति को कब्ज की समस्या है तो उसे बेलपत्र का सेवन करने से बचना चाहिए। बेल पत्र की तासीर ठंडी और रूखी होती है, जो आंतों की गति को धीमा कर सकती है और मल त्याग को मुश्किल बना सकती है।
3. दवा ले रहे डायबिटीज के मरीज
बेल की पत्तियों का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इन पत्तियों में ऐसे गुण होते हैं, डो आपके ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से डायबिटीज की दवाओं का सेवन कर रहा है तो उन्हें इन पत्तियों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) यानी लो ब्लड शुगर का कारण बन सकता है। इसलिए, अगर आप डायबिटीज की दवा लेने के साथ बेलपत्र का सेवन कर रहे हैं तो नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच करना जरूरी होता है।
4. पित्त प्रकृति वाले व्यक्ति
आयुर्वेद के अनुसार शरीर में त्रिदोषों- वात, पित्त और कफ का संतुलन बहुत जरूरी माना गया है। बेलपत्र की तासीर ठंडी होती है लेकिन कुछ लोगों में यह पित्त दोष को बढ़ा सकता है, खासकर उनमें जिनकी पाचन अग्नि तेज हो और शरीर में गर्मी ज्यादा हो। पित्त प्रकृति वाले व्यक्तियों में बेलपत्र का सेवन एसिडिटी, जलन, स्किन रैशेज, सिरदर्द आदि समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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5. जिन्हें एलर्जी हो
कुछ लोगों को बेलपत्र के सेवन से एलर्जी की समस्या हो सकती है, खासकर इसके सेवन से उनके स्किन पर सीधे असर पड़ सकता है, जिससे खुजली, लाल चकत्ते और जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर आपको बेलपत्र से एलर्जी है या इन्हें खाने के बाद स्किन पर समस्याएं होती है, तो इनके सेवन से परहेज करें।
निष्कर्ष
बेलपत्र एक औषधीय पौधा है, जो कई बीमारियों को दूर करने और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन, कुछ लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए या सीमित मात्रा में करना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की समस्या से बचाव संभव हो।
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FAQ
बेलपत्र के पत्ते खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
बेलपत्र का सेवन पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे अपच, एसिडिटी और लूज मोशन की समस्या से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है। इसके अलावा, बेलपत्र का सेवन डायबिटीज कंट्रोल करने में भी मदद करता है, हार्ट हेल्थ में सुधर करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।बेलपत्र का जूस पीने के क्या फायदे हैं?
बेलपत्र का जूस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, शरीर ठंडा रहता है और शरीर को कई तरह से फायदा मिलता है। यह जूस आपके पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और शरीर को ताकत देने में मदद करता है।क्या हम बेल पत्र रोज खा सकते हैं?
बेलपत्र में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने और मौसमी बीमारियों से बचाव करने में मदद करते हैं।