
Dry Fasting on Karwa Chauth: हर साल करवाचौथ का व्रत कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस साल करवाचौथ का व्रत 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। करवाचौथ (Karwa Chauth 2025) का निर्जला उपवास हर साल लाखों महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। हालांकि, इस उपवास में कई महिलाएं पानी भी नहीं पीतीं, जो उनके शरीर और सेहत के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है, खासकर अगर पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या हो। इसलिए हम आपको कुछ ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मौजूदगी में, निर्जला उपवास रखने से बचना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के होली फैमिली हॉस्पिटल की डाइटिशियन सना गिल से बात की।
इस पेज पर:-
1. डायबिटीज में न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting if Diabetic
2. किडनी की समस्या होने पर न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Kidney Problem
3. लो बीपी में न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Low BP
4. इंडाइजेशन होने पर न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Digestive Issues
5. प्रेग्नेंसी में न रखें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting in Pregnancy
1. डायबिटीज में न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting if Diabetic

डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं के लिए निर्जला उपवास खतरनाक हो सकता है। पूरे दिन भूखा-प्यासा रहने से ब्लड शुगर लेवल कम या ज्यादा हो सकता है। शरीर को नियमित रूप से एनर्जी की जरूरत होती है, जो भोजन और पानी से मिलती है। बिना पानी या भोजन के, डायबिटिक रोगियों में कमजोरी, चक्कर आना, बेहोशी या शुगर लेवल कम होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इसे भी पढ़ें- पहली बार रख रही हैं करवाचौथ का व्रत, तो न करें डाइट से जुड़ी ये 5 गलतियां, बिगड़ सकती है सेहत
2. किडनी की समस्या होने पर न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Kidney Problem
किडनी की बीमारी से पीड़ित महिलाओं को निर्जला उपवास रखने से बचना चाहिए। निर्जला उपवास में शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता, जिससे किडनी को सही तरीके से काम करने में मुश्किल होती है। किडनी का मुख्य काम शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालना होता है, और यह काम पानी की कमी में प्रभावित होता है। इससे किडनी पर दबाव बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
3. लो बीपी में न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Low BP
लो ब्लड प्रेशर से जूझ रही महिलाएं अगर निर्जला उपवास रखती हैं, तो उन्हें कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बिना पानी और भोजन के बीपी और भी कम हो सकता है, जिससे बेहोशी की स्थिति भी पैदा हो सकती है। इसलिए, अगर आपको पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो निर्जला उपवास न रखें और डॉक्टर से सलाह लें।
4. इंडाइजेशन होने पर न करें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting With Digestive Issues
जो लोग गैस्ट्रिक, एसिडिटी या अल्सर जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, उनके लिए निर्जला उपवास खतरनाक हो सकता है। खाली पेट रहने से एसिडिटी बढ़ जाती है और पेट में जलन, उल्टी या पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर, बिना पानी पिए पूरे दिन रहने से पेट के अंदर का एसिड ज्यादा एक्टिव हो जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
5. प्रेग्नेंसी में न रखें निर्जला उपवास- Avoid Dry Fasting in Pregnancy
गर्भवती महिलाओं के लिए निर्जला उपवास बिल्कुल सही नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी और पोषण की जरूरत होती है। निर्जला उपवास में पानी और भोजन की कमी से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। डिहाइड्रेशन, कमजोरी, चक्कर आना या भ्रूण के विकास में बाधा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं उपवास रखने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इन स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित महिलाओं को करवाचौथ पर निर्जला उपवास रखने से बचना चाहिए। अगर संभव हो, तो पानी पीकर या फलाहार करके उपवास करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
image credit: gorajasthan.travel, newsroompost.com
यह विडियो भी देखें
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Oct 16, 2024 16:55 IST
Published By : Yashaswi Mathur