
Who Should Avoid A Vegan Diet In Hindi: वीगन डाइट एक तरह का डाइट पैटर्न होता है। इसमें नॉन-वेज और दूध से बने प्रोडक्ट शामिल नहीं होते हैं। इस तरह की डाइट के अपने विशेष फायदे होते हैं। इस तरह की डाइट फॉलो करने से हार्ट हेल्थ में सुधार होता है, डायबिटीज के रोगी ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज करे सकते हैं, वजन कम करने में मदद मिलती है और पाचन क्षमता में भी सुधार होता है। इसका मतलब है कि वीगन डाइट फॉलो किया जा सकता है। लेकिन, वीगन डाइट को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई तरह के सवाल घूमते हैं। जैसे क्या वीगन डाइट फॉलो करने से बॉडी को पर्याप्त पोषण मिल सकते हैं? कहीं वीगन डाइट की वजह से किसी तरह का नुकसान तो नहीं? और इस तरह की डाइट आखिर किन लोगों को फॉलो नहीं करना चाहिए। आइए, दिल्ली के भाग्य आयुर्वेदा की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट पूजा सिंह से सब चीजें जानते हैं विस्तार से।
किन लोगों को वीगन डाइट फॉलो नहीं करना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के दौरान
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को वीगन डाइट फॉलो नहीं करना चाहिए। दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान डाइट को बैलेंस्ड रखना बहुत जरूरी होता है। अगर इस समय डाइट के प्रति जरा भी लापरवाही की जाए, तो इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। जाहिर है, ऐसा करने से प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे के विकास पर निगेटिव असर पड़ सकता है।
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मेडिकल कंडीशन में
कई तरह की मेडिकल कंडीशन ऐसी होती है, जिसमें आपको वीगन डाइट फॉलो नहीं करना चाहिए। असल में, वीगन डाइट फॉलो करने की वजह से मेडिकल कंडीशन बिगड़ सकती है। हालांकि, कई बीमारियों में जैसे कैंसर में वीगन डाइट को लाभकारी माना जा सकता है। लेकिन, हर तरह की बीमारी या मेडिकल कंडीशन जैसे डायबिटीज, थायराइड या ब्लड प्रेशर में इस तर हकी डाइट फॉलो करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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एनीमिया के मरीज
एनीमिया के मरीजों को भी वीगन डाइट को फॉलो नहीं करना चाहिए। ध्यान रखें, एनीमिया का मतलब है कि शरीर में खून की कमी का होना। जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो एनीमिया हो सकता है। जो लोग वीगन डाइट फॉलो करते हैं, अगर वे सही तरह से डाइट को बैलेंस न करें, तो उन्हें एनीमिया का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए, जिन्हें पहले से ही एनीमिया है, उन्हें वीगन डाइट को फॉलो नहीं करना चाहिए।
ओस्टियोपोरोसिस के मरीजों को
ओस्टियोपोरोसिस हड्डियों से जुड़ी बीमारी है। इस तरह की समस्या उन लोगों में अधिक होती है, जिनमें कैल्शियम और प्रोटीन की कमी की वजह से इस तरह की बीमारी अधिक होती है। वहीं, वीगन डाइट फॉलो करने से कई बार बॉडी में विटामिन-सी, आयरन और प्रोटीन जैसे तत्वों की कमी हो जाती है। आपको बात दें कि वेजीटेरियन लोगों के लिए प्रोटीन का मुख्य स्रोत दूध और दूध से बने प्रोडक्ट होते हैं। वीगन डाइट फॉलो करने वोल डेयरी प्रोडक्ट से दूर रहते हैं। ऐसे में उन्हें जोड़ों की तकलीफ और ओस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ सकता है। यहां तक कि जिन्हें पहले से ही जोड़ों की तकलीफ है, तो उन्हें वीगन डाइट नहीं फॉलो करनी चाहिए।
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