Foods For Endometriosis- एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय में होने वाली एक बीमारी है, जिसमे गर्भाशय की आंतरिक परत बनाने वाले एन्डोमेट्रियल ऊतक में असमान्य बढ़ोतरी होने लगती है और वह गर्भाशय के बाहर अन्य अंगो में फैलने लगता हैl ये समस्या पेल्विक में मौजूद ओवरीज, फैलोपियन ट्यूब और टिश्यू लाइनिंग को डैमेज करते हैं, जिसके कारण महिलाओं को पेट में तेज दर्द (खासकर पीरियड्स के दौरान) होने लगता है। इतना ही नहीं एंडोमेट्रियोसिस की समस्या होने पर महिलाओं को कंसीव करने में भी समस्या आने लगती है। हालांकि, एंडोमेट्रियोसिस की समस्या से राहत पाने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीजों को शामिल कर सकते हैं, जो इसके कारण होने वाले दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। आइए, न्यूट्रिशनिस्ट और होम्योपैथी डॉक्टर स्मिता भोईर पाटिल से जानते हैं एंडोमेट्रियोसिस में दर्द कम करने के लिए क्या खाना चाहिए?
एंडोमेट्रियोसिस होने पर क्या खाएं? - Which Food is Good For Endometriosis in Hindi?
- क्रूसिफेरस सब्जियों में DIM नाम का कंपाउंड होता है जो एस्ट्रोजन मेटाबोलिज्म को सपोर्ट करता है और शरीर से ज्यादा एस्ट्रोजन को निकालता है। क्रूसिफेरस सब्जियों का सेवन करने के लिए आप ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और पत्तागोभी को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- फ्लैक्स सीड्स लिग्नान से भरपूर होते हैं, जो शरीर में ज्यादा एस्ट्रोजन को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
- ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स जैसे कोल्ड लिवर ऑयल, चिया सीड्स और अखरोट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आपके हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं।
- एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में हल्दी और अदरक का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैंस जिसके सेवन से एंडोमेट्रियोसिस के कारण होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।
- प्रोबायोटिक्स से भरपूर फूड्स आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, सूजन को कम करते हैं और हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स के रूप में आप अपनी डाइट में दही, केफिर, सौकरकूट और किमची शामिल कर सकते हैं।
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या में इन बातों का भी रखें ध्यान- Things To Do With Endometriosis in Hindi
- जेनोएस्ट्रोजेन के संपर्क में आने से बचें, क्योंकि ये सिंथेटिक यौगिक हैं, जो एस्ट्रोजन की नकल करते हैं और प्लास्टिक, व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों और कीटनाशकों में पाए जा सकते हैं।
- नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करने से हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने, शरीर का फैट कम करने और ओवरओल हेल्थ को बेहतर रखने में मदद मिलती है।
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- शरीर की ज्यादा चर्बी एस्ट्रोजन को बढ़ा सकती है, इसलिए डाइट और एक्सरसाइज की मदद से स्वस्थ वजन बनाए रखने की से हार्मोन के स्तर को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।
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