ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर को टीएनबीसी भी कहा जाता है। यह ब्रेस्ट कैंसर का का स्टेज है जो एस्ट्रोजन, प्रोगेस्टेरॉन और ह्यूमन ग्रोथ फैक्टर रिसेप्टर 2 की कमी के कारण होता है। यदि टेस्ट में तीनो रिसेप्टर्स निगेटिव आते हैं तो ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर होता है। टीएनबीसी स्तन कैंसर की बहुत खतरनाक स्टेज होती है। ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों में लगभग हर 10 में से 1 को ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर होता है। आइए हम आपको इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
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किसे होता है टीएनबीसी
ट्रिपल निगेटिव बेस्ट कैंसर किसी को भी हो सकता है। यह ज्यादातर 40 से 50 साल की उम्र में होता है, लेकिन यदि 60 साल के बाद यह जाये तो स्थिति खतरनाक हो सकती है। अन्य देशों की तुलना में यह बीमारी अफ्रीकन और अमेरिकन महिलाओं को ज्यादा होती है। बीआरसीए1 जीन्स के उत्परिवर्तन के कारण भी यह होता है। बीआरसीए1 जीन्स का उप्परिवर्तन वंशानुगत होता है।
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ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के कारण
हालांकि अभी तक ब्रेस्ट कैंसर के इस प्रकार के फैलने के कारणों का पता नही चल पाया है, लेकिन सेल्स और हार्मोन में बदलाव के कारण यह बीमारी हो सकती है। यह आनुवांशिक कारणों से भी हो सकता है। बीआरसीए1 जीन्स इसके लिए उत्तरदायी होता है। यदि घर में पहले भी किसी को ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो घर के अन्य सदस्यों को भी यह हो सकता है।
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ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर का निदान
ब्रेस्ट कैंसर के अन्य प्रकार की तरह इसका भी निदान उसी तरह से होता है। इसके निदान के लिए स्तन के आसपास के ऊतकों का नमूना लेकर जांच की जाती है, माइक्रोस्कोप से इन ऊतकों का परीक्षण कर कैंसर का निदान होता है। यदि कैंसर स्तनों के अन्य हिस्सों में भी फैल गया है तो आपको अन्य जांच की जरूरत भी पड़ सकती है।
ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर का उपचार
ब्रेस्ट कैंसर के अन्य प्रकार की तरह इसका भी इलाज रेडियेशन थेरेपी, सर्जरी और कीमोथेरेपी के जरिए होता है। इसके स्टेज के आधार पर आपका चिकित्सक इसका इलाज करता है। यदि इसका पता शुरूआत में चल जाए तो इलाज आसानी से हो सकता है।
ट्रिपल निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के मरीज को कम वसायुक्त आहार का सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, एल्कोहल और धूम्रपान का सेवन बिलकुल नही करना चाहिए। अपने चिकित्सक के अनुसार ही इसका इलाज करायें।
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