एनीमिया से बचाव के लिए क्या अपनाएं और किन चीजों से रहें दूर? बता रही हैं न्यूट्रिशनिस्ट

एक्सपर्ट की मानें तो गलत खानपान की आदतों के चलते और आहार में पोषक तत्वों की कमी के कारण एनीमिया की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।

Garima Garg
Written by: Garima GargUpdated at: Dec 12, 2020 16:11 IST
एनीमिया से बचाव के लिए क्या अपनाएं और किन चीजों से रहें दूर? बता रही हैं न्यूट्रिशनिस्ट

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एनीमिया की समस्या स्त्रियों और बच्चों में ज्यादा देखी जाती है। ऐसे में सही खान-पान से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। बता दें कि जब हीमोग्लोबिन का स्तर घटने लगता है तो शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। एक्सपर्ट मानते हैं कि खानपान में पोषक तत्वों की कमी के कारण यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे में लोगों को पता होना चाहिए कि उन्हें अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल करना है और किन चीजों को निकालना है। इसके लिए हमने आकाश हेल्थकेयर की न्यूट्रीशनिस्ट अनुजा गौर से भी बात की। जानते हैं। पढ़ते हैं उनकी सलाह

anemia diet

एनीमिया की समस्या

अधिक व्यस्तता के कारण अक्सर स्त्रियां अपने खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। भोजन में प्रोटीन, विटामिंस, आयरन, फोलिक एसिड आदि की कमी होने लगती है, जिसके कारण शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स कम होने लगते हैं। इस परिस्थिति को एनीमिया कहा जाता है। युवा पीढ़ी जंक फूड का अधिक मात्रा में सेवन करती हैं, जिसके कारण भी शरीर में खून की कमी हो जाती है। लड़कियों में पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग के कारण भी एनीमिया के लक्षण देखने को मिलते हैं।

अपनी डाइट में अपनाएं ये चीजें

  • अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा खजूर, मूंगफली, गुड़, सूखे मेवे, अनार, चुकंदर, सेब आदि को भी शामिल करें।
  • इस समस्या से बचने के लिए शरीर में फोलिक एसिड की मात्रा भरपूर होनी चाहिए। ऐसे में अपनी डाइट में ओटमिल, गोभी, मशरूम, ब्रॉकली, शहद, कूटू का आटा आदि को जोड़ें।
  • सब्जियों को पकाते वक्त लोहे की कढ़ाई का इस्तेमाल करें इससे भोजन में आयरन की मात्रा पूरी होगी।
  • ताजे फलों का जूस और हरी सब्जियों का सूप इस समस्या को दूर करने में बेहद मददगार है। लेकिन ताजे फलों का जूस मौसम के अनुकूल ही पिया जाए तो ज्यादा सही है।
  • अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है तो डॉक्टर प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी आदि अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। इसके लिए आप दाल, संतरा, आंवला, अंगूर, अनाज आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इन सब चीजों से आयरन के अवशोषण की क्षमता भी बढ़ जाती है।
  • जो लोग नॉन वेजिटेरियन है वह अपनी डाइट में अंडे के अलावा रेड मीट को भी शामिल कर सकते हैं।

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इन चीजों को निकालें अपनी डाइट से

  • एक्सपर्ट मानते हैं कि एनीमिया खानपान की गलत आदतों और पोषण की कमी के कारण होता है। ऐसे में जीवन शैली में बदलाव करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप अपनी डाइट में क्रेश डाइटिंग और लो कैलरी फूड को निकाल दें।
  • थोड़ी-थोड़ी समय पर कुछ न कुछ खाते रहें। बेवजह के उपवास से बचें।
  • कुछ लोगों की आदत होती है कि वे जल्दबाजी में जंक फूड या डिब्बाबंद जूस का सेवन करते हैं। अपनी इस आदत को बदल लें क्योंकि इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है। साथ ही प्रिजर्वेटिव्स सेहत के लिए नुकसानदेह होते हैं।
  • जो लोग सब्जी को काटने के बाद धोते हैं उन्हें बता दें कि ऐसा करने से जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसीलिए सब्जी को काटने के बाद ना धोएं साथ ही ज्यादा देर तक ना पकाएं।
  • खीरा, अमरुद, नाशपाती, सेब आदि फलों को छिलके सहित खाएं। ऐसा करने से आपको आयरन और विटामिंस भरपूर मात्रा में मिलेंगे।

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इन बातों का रखें ध्यान

  • साल में एक बार कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट‌ जरूर करवाना चाहिए और ध्यान दें कि अगर हीमोग्लोबिन का स्तर 12 ग्राम से कम है तो तुरंत अपनी डाइट में बदलाव करें और डॉक्टर की सलाह पर फॉलिक एसिड और आयरन की गोलियों का सेवन करें। 
  • कंसीव करने से पहले भी हीमोग्लोबिन लेवल की जांच करवाएं।
  • अगर थकान महसूस हो तो लापरवाही ना बरतें बिना देरी के डॉक्टर की सलाह लें।
  • 40 साल के बाद अगर पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग या मेनोपॉज की समस्या के लक्षण नजर आए तब भी एनीमिया की परेशानी हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें।

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