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डायबिटीज के मरीजों को प्रदूषण के कारण क्या समस्याएं हो सकती हैं? जानें डॉक्टर से

What Problems can Diabetes Patients Face Due to Pollution: अक्सर लोगों को लगता है कि वायु प्रदूषण के कारण सिर्फ फेफड़ों संबंधी समस्याएं होती हैं, लेकिन इसका प्रभाव डायबिटीज के मरीजों पर भी देखने को मिलता है।
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डायबिटीज के मरीजों को प्रदूषण के कारण क्या समस्याएं हो सकती हैं? जानें डॉक्टर से


What Problems can Diabetes Patients Face Due to Pollution: दिल्ली, नोएडा, मुंबई समेत भारत की लगभग सभी मेट्रो सिटीज में वायु प्रदूषण और डायबिटीज दोनों ही गंभीर समस्या बनकर उभर रही हैं। बड़ी-बड़ी फैक्ट्री, गाड़ियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है और जीवनशैली व खानपान की वजह से डायबिटीज जैसी लाइलाज हो रही है। वायु प्रदूषण और डायबिटीज के बढ़ते मामलों के बीच यह जानना जरूरी कि क्या प्रदूषण डायबिटीज के मरीजों के लिए और भी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है? आज इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने मुंबई के गोरेगांव स्थित हौट डायबिटीज केयर सेंटर के डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. निखिल प्रभु से बात की।

 

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डायबिटीज के मरीजों को प्रदूषण के कारण क्या समस्याएं हो सकती हैं? | What Problems can Diabetes Patients Face Due to Pollution in hindi

डॉ. निखिल प्रभु के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों के लिए वायु प्रदूषण बहुत ही घातक साबित होता है। वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से डायबिटीज के मरीजों की शारीरिक व ब्लड शुगर संबंधी परेशानियां और भी बढ़ जाती हैं। वायु प्रदूषण में मौजूद हानिकारक कण, जैसे पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे कण फेफड़ों में पहुंचकर खून में मिल जाते हैं और शरीर में सूजन (इन्फ्लेमेशन ) पैदा हो सकती है। डायबिटीज के मरीज पहले से ही इन्फ्लेमेशन के जोखिम में होते हैं और वायु प्रदूषण इसे और बढ़ा देता है। डायबिटीज एक्सपर्ट का कहना है कि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से इंसुलिन का प्रभाव कमजोर हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित हो जाता है। जिसकी वजह से डायबिटीज के मरीजों की परेशानियां बढ़ सकती है।

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प्रदूषण के कारण डायबिटीज रोगियों को हार्ट प्रॉब्लम का खतरा- Diabetes patients are at risk of heart problems due to pollution

जब कोई व्यक्ति प्रदूषित हवा में सांस लेता है, तो धूल, मिट्टी और कई हानिकारक कण फेफड़ों के जरिए शरीर में पहुंचते हैं। इसकी वजह से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है। डायबिटीज के मरीजों को ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण के कारण डायबिटीज के मरीजों में हार्ट अटैक और हार्ट फेल्योर की संभावना भी बढ़ जाती है।

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डायबिटीज के मरीजों के लिए प्रदूषण से बचाव के तरीके- Ways to protect diabetes patients from pollution

  • डायबिटीज के मरीजों को प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए नीचे बताए गए उपायों को अपना सकते हैं।
  • वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए घर से बाहर निकलते वक्त मास्क का इस्तेमाल करें। वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए सिर्फ N95 मास्क का उपयोग करें। 
  • वायु प्रदूषण के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव करने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • घर के अंदर की हवा को शुद्ध रखने के लिए एयर प्यूरीफायर लगाएं। 
  • योग और ध्यान का अभ्यास करें ताकि वायु प्रदूषण के कारण होने वाले मानसिक तनाव को नियंत्रित किया जा सके। 

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निष्कर्ष

वायु प्रदूषण डायबिटीज के मरीजों के लिए एक घातक स्थिति है। वायु प्रदूषण न केवल उनकी मौजूदा स्थिति को और खराब करता है, बल्कि अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है। ऐसे में प्रदूषण से बचाव के लिए ऊपर बताए गए उपायों को अपनाएं। देखें VIDEO...

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