शरीर हो हेल्दी बनाए रखने के लिए हमें सभी तत्वों की आवश्यकता होती है। अधिकतर लोग सिर्फ विटामिन ए, बी, सी और डी पर ही ध्यान देते हैं। लेकिन इन विटामिंस के अलावा कई अन्य विटामिंस भी हैं, जिसकी कमी से शरीर को परेशानियां हो सकती हैं। इन्हीं में से एक है विटामिन बी3, जिसे कई लोग नियासिन के नाम से भी जानते हैं। यह बहुत ही आवश्यक पोषक तत्व है। यह शरीर के कई अंगों को ढंग से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। नियासिन एक ऐसा तत्व है, जो मस्तिष्क के कार्यों को बढ़ावे देने, कोलेस्ट्रॉल और गठिया जैसे रोगों को नियंत्रित करने का कार्य करता है। शरीर में नियासिन की कमी होने पर पेलाग्रा रोग (pellagra) जैसी कई घातक बीमारी हो सकती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं विटामिन बी3 के बारे में विस्तार से-
विटामिन बी3 क्या है ? (What is niacin)
डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी का कहना है कि विटामिंस 8 तरह के होते हैं, जिसमें से एक है विटामिन बी3। इसका रासायनिक नाम नियासिन है। यह विटामिन खाए जाने वाले भोजन को उर्जा के रूप में बदलने का कार्य करता है। यह एक घुलनशील विटामिन है। इसे शरीर में संग्रह नहीं किया जा सकता है, इसलिए भोजन में इसकी प्रतिदिन आवश्यकता होती है। हेल्दी डाइट से आप प्रतिदिन नियासिन की पूर्ति कर सकते हैं। विटामिन बी3 की कमी काफी दुर्लभ देखी गई है। यह विटामिन मुख्य रूप से दो रूपों में पाया जाता है। एक है निकोटिनिक एसिड (Nicotinic acid) और दूसरा है नियासिनमाइड या निकोटिनामाइड (Niacinamide or nicotinamide)। निकोटिनामाइड शरीर में सोरायसिस (psoriasis) के इलाज में हमारी मदद कर सकता है। साथ ही यह नॉन मेलेनोमा स्किन कैंसर (non-melanoma skin cancer) के जोखिमों को कम करने में अहम भूमिका निभाता है।
टॉप स्टोरीज़
नियासिन की कमी के लक्षण ( Niacin deficiency symptoms)
- सूर्य की रोशनी के संपर्क में आने से स्किन पर लाल चकत्ते होना।
- स्किन रूखी और बेजान दिखना
- जीभ का लाल और चमकदार दिखना
- काफी ज्यादा थकान महसूस होना।
- उल्टी कब्ज और दस्त की शिकायत होना।
- ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी
- सिर दर्द
- डिप्रेशन (depression)
- याददाश्त में कमी
शरीर में नियासिन या विटामिन बी3 की कमी के कारण पेलाग्रा रोग (pellagra) और मतिभ्रम (Hallucinations) जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।
विटामिन बी3 की कमी के कारण (Vitamin B3 Deficiency causes)
अपने डाइट में ट्रिप्टोफैन (tryptophans) की कमी होना।
हार्टनप रोग (Hartnup disease) और कार्सिनॉइड सिंड्रोम (carcinoid syndrome) के कारण भी कुछ लोगों को विटामिन बी3 की कमी होती है।
एनोरेक्सिया (anorexia) और शराब की लत (alcoholism) वाले लोगों के शरीर में भी नियासिन की कमी होती है।
इसके अलावा सूजन आंत्र रोग (inflammatory bowel disease) के कारण भी यह अल्पपोषण की समस्याएं हो सकती है।
विटामिन बी 3 के खाद्य स्रोत (Source of Vitamin B3)
पका हुआ ब्राउन राइस (Cooked brown rice)
सूखी भुनी हुई मूंगफली (Dry roasted peanuts)
समृद्ध नाश्ता अनाज (Enriched breakfast cereal)
मांस, मछली, चिकन, अंडे, नट और फलियां, इत्यादि में नियासिन की कमी होती है।
इसे भी पढ़ें - वजन को कंट्रोल करने में आपकी मदद करे जुकिनी, जानिए इसके 8 फायदे और कुछ नुकसान
विटामिन बी 3 (नियासिन) के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Vitamin B3)
LDL कोलेस्ट्रॉल कम करने में है सहायक (Niacin Benefits for Lowers LDL Cholesterol)
उच्च कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में नियासिन मुख्य भूमिका अदा कर सकता है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ-साथ गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
हृदय रोग की रोकथाम में है सहायक (Benefits of niacin Prevent Heart Diseases)
शरीर में नियासिन की उचित मात्रा होने से यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करता है, जो हृदय रोग की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी वजह से हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए नियासिन थेरेपी (niacin therapy) दी जाती है। दिल के दौरे (heart attack), स्ट्रोक (stroke) को कम करने के लिए नियासिन थेरेपी लेने की सलाह दी जाती है।
इसे भी पढ़ें - फैटी लिवर के रोगी फॉलो करें ये खास डाइट प्लान, जानें क्या खाएं क्या न खाएं
मस्तिष्क कार्यों को करे बेहतर (Vitamin B3 Benefits for Brain Function)
मस्तिष्क कार्यों के लिए नियासिन का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मस्तिष्क कोशिकाओं में होने वाली परेशानियों या फिर किसी अन्य प्रकार की क्षति को कम करने में विटामिन बी3 फायदेमंद हो सकता है। सिज़ोफ्रेनिया (schizophrenia), ब्रेन फॉग, अल्जाइमर रोग एवं अन्य मानसिक रोग के लक्षणों को कम करने के लिए नियासिन लेने की सलाह दी जाती है।
त्वचा के लिए है फायदे (Niacin Benefits for Skin)
सूर्य की रोशनी से स्किन को होने वाली परेशानियों को कम करने में नियासिन आपकी मदद कर सकता है। टैनिंग की समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग की जाने वाली क्रीम में भी नियासिन का इस्तेमाल होता है। अध्ययन में देखा गया है कि नियासिन के सेवन से नॉन मेलेनोमा स्किन कैंसर (non-melanoma skin cancer) के खतरे को कम किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें: स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है पर्याप्त मात्रा में तांबा, जानें कैसे है ये आपके लिए फायदेमंद
गठिया में है फायदेमंद (Vitamin B3 Benefits for Arthritis)
नियासिन (विटामिन बी3) में ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) के लक्षणों को कम करने का गुण छिपा होता है। इसके सेवन से जोड़ों में होने वाली परेशानी कम कर सकते हैं। यह नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स की आवश्यकता को कम करने में असरकारी साबित हो सकता है। इसके साथ ही विटामिन बी 3 के सेवन से गठिया (Arthritis) में होने वाले सूजन को कम कर सकते हैं।
विटामिन बी3 से नुकसान (Vitamin B3 side effects)
शरीर में विटामिन बी3 की अधिकता होने पर आपके अंदर निम्न तरह के लक्षण दिख सकते हैं।
- त्वचा पर लालिमा या खुजली उत्पन्न होना
- पेट में जलन
- जी मिचलाना
- उल्टी होना
- सिरदर्द होना।
- कब्ज की समस्या
- शरीर पर लाल चकत्ते (rash) होना।
- आंखों की समस्याएं उत्पन्न होना (धुंधला जैसा दिखना)।
- जठरांत्र संबंधी (gastrointestinal) समस्या होना
- चक्कर आना।
- गाउट (gout) को ट्रिगर करनालिवर डैमेज (liver damage) होने का अधिक खतरा रहना।
- ब्लड प्रेशर की कमी इत्यादि।
Read more articles on Healthy-Diet in Hindi