प्रेगनेंसी में शराब पीने से आपका होने वाला बच्चा हो सकता है इस खतरनाक सिंड्रोम का शिकार, जानें खतरे और लक्षण

प्रेग्नेंसी में शराब पीना ना सिर्फ आपके लिए नुकसानदेय हो सकता है, बल्कि आपके भ्रूण में पल रहे बच्चे के लिए भी नुकसानदेय है।
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प्रेगनेंसी में शराब पीने से आपका होने वाला बच्चा हो सकता है इस खतरनाक सिंड्रोम का शिकार, जानें खतरे और लक्षण

स्त्री हो या पुरुष, शराब पीना सभी के लिए खतरनाक साबित होता है। शराब की लत हमें शारीरिक और आर्थिक दोनों ही रूप से प्रभावित करती है। इसलिए शराब से जितना दूर रहा है, उतना ही अच्छा होता है। वहीं, अगर आप गर्भवती हैं और शराब पी रही हैं, तो आज ही इस आदत को छोड़ दें। ये ना सिर्फ आपके लिए घातक साबित हो सकता है। बल्कि आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का जीवन पूरी तरह से नष्ट भी कर सकता है।  जी हां, अगर आपको शराब पीने की लत (Drinking Alchohol) है, तो आज ही सावधान हो जाएं। क्योंकि शराब पीने से आपके भ्रूण में पल रहे शिशु को फेटल एल्कोहल सिंड्रोम हो सकता है, जो शिशु को स्थायी और बुढ़ाने तक परेशान करता है। यह एक शारीरिक और मानसिक सिंड्रोम (Mental Syndrome) है। प्रेग्नेंसी में शराब पीने से गर्भ में पल रहे शिशु के विकास और स्वास्थ्य दोनों पर गहरा असर पड़ता है।  एस बारे में इंदिरापुरम गाजियाबाद अनायाज क्लीनिक की डॉक्टर नीरा सिंह बताती हैं कि प्रेग्नेंसी में शराब पीने से नवजात को फेटल एल्कोहल सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। इसे हम एफएएसडी ( Fetal Alcohol Syndrome) के नाम से जानते हैं। यह आपके बच्चे को कम और गंभीर दोनों रूप से प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही इससे शिशुओं को कई मानसिक (Mentally) और शारीरिक ( Physically) दोष उत्पन्न हो सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में-

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम के प्रकार (Types of fetal Alchohol Syndrome)

च्भ्रूण में शिशु को एल्कोहल सिंड्रोम होना एक बहुत ही गंभीर स्थिति है। इस सिंड्रोम के कारण बच्चों की याददाश्त क्षमता, देखने की क्षमता, सुनने की क्षमता औऱ ध्यान देने की क्षमता प्रभावित होती है। इसके साथ ही इस सिंड्रोम के कारण शिशु को अन्य बच्चों की तुलना में सीखने और समझने में ज्याद समय लगता है। 

  • आंशिक फेटल अल्कोहल सिंड्रोम
  • अल्कोहल से संबंधित न्यूरोडेवलपमेंट विकार
  • अल्कोहल से संबंधित जन्म दोष
  • जन्म से पहले अल्कोहल के संपर्क में आने से तंत्रिता संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम के कारण (Causes of Fetal Alchohol Syndrome)

दरअसल, गर्भवती महिलाएं जब शराब पीती हैं, तो यह उनके नाल से आसानी से भ्रूण तक पहुंच जाता है। गर्भावस्था में एल्कोहल को पचाना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में यह एल्कोहल भ्रूण में जमा होने लगता है, जिसके कारण भ्रूण को पर्याप्त रूप से ना तो पोषक तत्व मिल पाता है और ना ही पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन मिल पाता है। ऐसे में शिशु को ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। 

प्रेग्नेंसी में अगर महिलाएं काफी ज्यादा शराब पीती हैं, तो उनके शिशु के लिए यह खतरनाक साबित हो  सकता है। कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि गर्भवस्था का पहला तीन माह शिशुओं के लिए काफी जोखिम भरा होता है। इस दौरान मां को एल्कोहल से पूरी तरह दूरी बनानी चाहिए। 

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम के लक्षण (Symptoms of Fetal Alchohol Syndrome)

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम में बच्चा मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से प्रभावित होता है। ऐसे में उनके अंदर दोनों तरह के लक्षण दिखते  हैं।  

शारीरिक लक्षण

फेटल सिंड्रोम में बच्चे के चेहरे पर कई तरह की असामान्याएं नजर आती हैं। 

  • भद्दी और छोटी नाक
  • कम हाइट और कम वजन
  • चौड़ी और छोटी आंखें
  • ऊपरी लिप्स अधिक पतला होना
  • सिर काफी छोटा
  • गुर्दे में खराबी,
  • दिल से संबंधित समस्याओं का शिकार होना
  • जोड़ों, अंगों और उंगलियों में विकृति
  • शारीरिक विकास काफी धीमा होना
  • किडनी और हड्डियों में कमजोरी
  • देखने और सुनने में कमी
  • सिर छोटा और एक्टिव ना होना। 

मानसिक लक्षण

  • सोचने समझने में परेशानी होना।
  • ध्यान को एकाग्र करना 
  • अपनी बात को व्यक्त करने में परेशानी
  • बौद्धिक रूप से कमजोर होना
  • लोगों से समन्वय बिठाने में परेशानी महसूस होना।
  • निर्णय लेने की क्षमता का अभाव करना।
  • घबराहट या अति सक्रियता,
  • व्यवहार में जल्दी-जल्दी गलत बदलाव होना।
  • तर्क और समस्या को हल करने में परेशानी होना। 

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम का निदान (Diagnosis of Fetal Alcohol Syndrome)

अगर आप गर्भवती हैं और शराब का सेवन कर रही हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ ही अपने डॉक्टर को यह बताएं कि आप गर्भावस्था के दौरान क्या खा रहे हैं और क्या नहीं खा रहे हैं। डिलवरी के कुछ समय बाद शिशु में असामान्य लक्षण दिख रहे हैं, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर इस तरह करते हैं फेटल अल्कोहल सिंड्रोम की जांच -

  • चेहरे का आसामान्य दिखना
  • बच्चे का धीमा विकास होना
  • सुनने और देखने में कमी होना
  • समन्वय बैठाने में कमजोर महसूस करना
 
 

फेटल अल्कोहल सिंड्रोम का कैसे करें बचाव (How to prevent Fetal Alcohol Syndrome)

डॉक्टर कहती हैं अगर प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं शराब का सेवन नहीं करती हैं, तो फेटल अल्कोहल सिंड्रोम के खतरे से पूरी तरह बचा जा सकता है। इसके साथ ही आप इन बातों का ख्याल रखें। 

प्रेग्नेंसी में ना पिएं शराब

अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो शराब को पूरी तरह से ना कहें। या फिर शराब को पूरी तरह से छोड़ने के बाद ही बच्चे का प्लान करें।

असुरक्षित यौन संबंध के दौरान न ले शराब

अगर आप रोजाना सेक्स के आदी हैं, तो असुरक्षित यौन संबंध बनाते समय शराब का सेवन ना करें। इन दिनों शराब के सेवन से आपके शिशु को फेटल अल्कोहल सिंड्रोम का खतरा हो सकता है।  

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शराब की है लत, तो करें ये काम

अगर आपको शराब पीने की आदात है और इससे आदत से उबर नहीं पा रहे हैं औऱ बेबी का प्लान कर रही हैं, तो फौरन डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपको प्रेग्नेंसी के पहले और दूसरे सप्ताह में उचिल सुझाव दे सकते हैं। 

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