Doctor Verified

Colorectal Cancer: कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं ये 5 कारक, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय

What Increases The Risk Of Colorectal Cancer In Hindi: कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम कई कारणों से बढ़ सकते हैं, जैसे वर्कआउट न करना, एन्वायरमेंटल फैक्टर आदि। जानें, इसके जोखिम को कम कैसे कर सकते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
Colorectal Cancer: कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं ये 5 कारक, डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय

What Increases The Risk Of Colorectal Cancer In Hindi: कोलोरेक्टल कैंसर एक ऐसा कैंसर है, जो कोलोन या रेक्टम में डेवेलप होता है। पूरी दुनिया में यह सबसे कॉमन कैंसरों में से एक है। वैसे तो कोलोरेक्टल कैंसर का मुख्य कारण क्या है, इसका अब तक पता नहीं चला है। लेकिन, विशेषज्ञों का कहना है कि कोलोरेक्टल कैंसर होने का  मुख्य  कारण जेनेटिकल और एन्वायरमेंटल फैक्टर्स हैं। इसके अलावा, सेल्स में मौजूद डीएनए में बदलाव भी कोलोरेक्टल कैंसर की वजह बन सकती है। कोलोरेक्टल कैंसर होने पर मल से खून निकलना, कब्ज और डायरिया जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आप इस गंभीर बीमारी से बचना चाहते हैं, तो बेहतर है कि आप कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम कारक के बारे में जानें। नई दिल्ली स्थित एक्शन कैंसर हॉस्पिटल में यूनिट हेड एंड सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. जे बी शर्मा से हम कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम कारकों और बचाव के तरीकों के बारे में जानेंगे।

कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं ये कारक

what increases the risk of colorectal cancer 01 (1)

1. बढ़ती उम्र

कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को बढ़ाने के पीछे एक बड़ा कारण बढ़ती उम्र है। विशेषज्ञों की मानें, तो कोलोरेक्टल कैंसर के ज्यादतार मामले 50 साल की उम्र के अधिक लोगों में देखने को मिलती है। आनुवंशिक परिवर्तनों के कारण कोलोन और रेक्टम में कैंसरयुक्त पॉलिप्स का विकास हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में क्यों है कोलन कैंसर होने का जोखिम ज्यादा? डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय

2. पारिवारिक इतिहास

कोलोरेक्टल कैंसर का एक बड़ा जोखिम कारक पारिवारिक इतिहास भी होता है। कहने का मतलब है कि अगर किसी के परिवार में कोलोरेक्टल कैंसर का इतिहास है, तो उनकी भावी पीढ़ी को यह बीमारी होने का जोखिम रहता है।

3. अनहेल्दी डाइट

कोलोरेक्टल कैंसर अनहेल्दी डाइट की वजह से भी होता है। असल में, प्रोसेस्ड मीट से भरपूर डाइट लेने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इससे कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम बढ़ता है। इसके अलावा, अगर फलों और सब्जियों का सेवन कम होता है, तो भी कोलोरेक्टल कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

इसे भी पढ़ें: कोलन कैंसर के विकास को रोकने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, कम होगा कैंसर का जोखिम

4. बढ़ता वजन

मोटापा यानी बढ़ता वजन कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। मोटापे की वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी कई मेडिकल कंडीशंस के होने का खतरा रहता है। इसी तरह, बढ़ता वजन कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। दरअसल, इसकी वजह से कोलोन में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन यानी सूजन हो सकती है। इससे हार्मोन जैसे इंसुलिन में बदलाव हो सकता है। यह स्थिति डीएनए को डैमेज कर कोलोरेक्टल कैंसर का रिस्क बढ़ाती है।

5. शारीरिक गतिविधि

नियमित शारीरिक गतिविधि की कमी भी कई तरह की बीमारियों का रिस्क बढ़ाता है, जिसमें कोलोरेक्टल कैंसर भी शामिल है। यही नहीं, अगर आप तंबाकू और शराब का अतिरिक्त सेवन करते हैं, तब भी कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। इसके अलावा, कुछ पर्यावरणीय यानी एन्वायरमेंटल फैक्टर्स भी कोलोरेक्टल कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।

कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम कारक को कम कैसे करें- Tips To Reduce The Risk Of Colorectal Cancer In Hindi

सीडीसी के अनुसार आप कुछ टिप्स को अपनाकर कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं, जैसे-

  1. फिजिकल एक्टिविटी यानी एक्सरसाइज और वर्कआउट करें।
  2. अपने वजन को नियंत्रण में रखें।
  3. शराब, तंबाकू और बुरी आदतों को छोड़ें।
  4. हेल्दी डाइट लें। डाइट में मौसमी फल और सब्जियां शामिल करें।
All Image Credit: Freepik

Read Next

क्‍या सच में किडनी की गांठ धीरे-धीरे कैंसर बन जाती है? डॉक्‍टर से जानें

Disclaimer