आमतौर पर जुकाम और साइनस संक्रमण होने के कारण गले बैठने की समस्या देखी जाती है। इस समस्या के साथ-साथ कुछ और भी लक्षण नजर आते हैं जैसे गले में खुजली होना, जलन महसूस करना या गला का सूखना। ऐसे में अगर यह समस्या दो हफ्तों के अंदर ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर से संपर्क करना भी जरूरी होता है। आज का हमारा लेख गला बैठने के ऊपर ही है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप गला बैठने के पीछे क्या लक्षण हैं साथ ही कारण और बचाव भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
गले बैठने के लक्षण (causes of hoarseness)
गले बैठने के दौरान इस तरह के लक्षण नजर आते हैं-
1 - सूखी खांसी आना
2 - निगलने में कठिनाई महसूस करना
3 - सांस लेने में परेशानी होना
4 - नाक बंद होना
5 -आवाज में घरघराहट महसूस करना
6 - बलगम के साथ खून आ जाना
7 - गले का सूखना
8 - थूक का काम बनना
9 - आवाज में परिवर्तन आना
10 - मुंह से बदबू आना
बता दें कि गला बैठने की समस्या अगर दो हफ्तों से ज्यादा समय तक रहे तो इससे कई परेशानियां पैदा हो सकती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपनी जांच करवाएं। लापरवाही बरतने से गले की कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
टॉप स्टोरीज़
बैठने के कारण (causes of hoarseness)
1 - गले बैठने की समस्या सर्दी, जुकाम या श्वसन तंत्र में संक्रमण होने के कारण हो सकती है।
2 - कुछ न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के कारण ये समस्या होती है, जैसे लकवा मार जाने से आवाज में कमजोरी आ जाती है।
3 - जब स्वर तंत्रियों में सिस्ट या सूजन आ जाती है या स्वर तंत्रिओं का मांस बढ़ने लगता है तब भी गला बैठने की समस्या देखी जाती है।
4 - जब पेट का एसिड गले तक पहुंचता है तो गले की तंत्रिओं में सूजन आ जाती है और जिसके कारण गला बैठ सकता है। साधारण भाषा में कहें तो एसिडिटी के दौरान गले बैठने की समस्या हो सकती है।
5 - स्वर तंत्रिओं में कैंसर होने के कारण गला बैठ जाता है।
6 - जब हम अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं तब यह समस्या हो जाती है।
7 - अधिक मात्रा में बर्फ के सेवन करने से या ठंडे पेय पदार्थ से गला बैठने की संभावना बढ़ जाती है।
8 - मिर्च या मसालेदार भोजन खाने से भी स्वर तंत्रिओं में सूजन आती है और गला बैठ सकता है।
इसे भी पढ़ें- क्या आपका भी सूखता है गला? एक्सपर्ट से जानें, लक्षण, कारण और बचाव
गला बैठने से बचाव
1 - धूम्रपान से बचें।
2 - अधिक शराब का सेवन ना करें।
3 - अगर आपको किडनी और लिवर से संबंधित समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें और सीमित मात्रा में पेय पदार्थों का सेवन करें।
4 - गर्म पानी से स्नान करें।
5 - सोने से लगभग 3 घंटे पहले खाना खाएं, जिससे एसिड न बने।
6 - धूल वाले स्थान से दूर रखें।
7 - अगर आपको साइनस है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और धूल मिट्टी के स्थान से बचें।
इसे भी पढ़ें- मौसम बदलने और प्रदूषण के कारण आप भी गले की समस्या से परेशान है, तो अपनाए ये टिप्स
बता दें कि गले बैठने की जांच के लिए डॉक्टर कुछ परीक्षण करने की सलाह देते हैं। वह बायोप्सी के साथ-साथ कंपलीट ब्लड काउंट, थायराइड फंक्शन टेस्ट आदि की सलाह देते हैं।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि गला बैठने की समस्या आम है लेकिन अगर इसके लक्षण कई हफ्तों तक नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ठंडे पानी का सेवन सोने से पहले ना करें।
Read More Articles on Other Diseases in Hindi