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नाक पर तितली के आकार में नजर आते हैं रैशेज, डॉक्टर से जानें इस बटरफ्लाई (मलेर) रैश के बारे में सबकुछ

Malar Rash in Hindi: मलेर रैश जिसे बटरफ्लाई रैश भी कहते हैं, यह आपके चेहरा की खूबसूरती को बिगाड़ सकती है। ऐसे में जानते हैं क्या है यह बीमारी और इसके कारण, लक्षण बचाव टिप्स।
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नाक पर तितली के आकार में नजर आते हैं रैशेज, डॉक्टर से जानें इस बटरफ्लाई (मलेर) रैश के बारे में सबकुछ

Malar Rash in Hindi: मलेर रैश, त्वचा से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इस बीमारी की वजह से आपके चेहरे का रंग-रूप बदल सकता है। इस समस्या में आपके चेहरे पर तितली के आकार का रैश हो जाता है। इसमें नाक पूरा लाल हो जाता है और चेहरे पर तितली के पंख के आकार में रैशेज नजर आते हैं। लेकिन, सवाल यह है कि मलेर रैश या बटरफ्लाई रैश की समस्या क्यों हो जाती है। इसके कारण क्या है, लक्षण क्या है और इस समस्या से अपना बचाव कैसे करें। आइए, जानते हैं इस बारे में Dr. Logeshwari J, Consultant Dermatologist से। पर सबसे पहले जान लेते हैं मलेर रैश की समस्या क्यों होती है।

बटरफ्लाई रैश का कारण-Butterfly Rash Causes

Dr. Logeshwari J, मलेर रैश, बटरफ्लाई रैश के नाम से भी जाना जाता है। यह गालों और नाक के पुल पर तितली के समान लालिमा या पपड़ीदार त्वचा के घाव के रूप में दिखाई देता है। कुछ लोगों की तो पूरी स्किन ही इस वजह से प्रभावित हो जाती है। दरअसल, यह जिन लोगों को होता है उनमें इसके कई कारणों को आप देख सकते हैं। जैसे कि
-ऑटोइम्यूनिटी-ल्यूपस, डर्मेटोमायोसिटिस जैसी समस्याओं की वजह से आपको यह दिक्कत हो सकती है।
- इंफेक्शन जैसे कि सेल्युलाइटिस और एरिसिपेलस की वजह से भी बटरफ्लाई रैश की समस्या ट्रिकर कर सकती है।
-सूजन, जैसे कि रोसैसिया और सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस की वजह से भी आपको बटरफ्लाई रैश हो सकता है।
-आनुवंशिक स्थितियां भी इस रैश की वजह बन सकती हैं।
-विटामिन बी3 की कमी जिससे व्यक्ति को पेलाग्रा (Pellagra) भी हो सकता है, इस स्थिति में मलार रैश की दिक्कत हो सकती है। यह पुरानी शराब, बिना प्रोसेस किए हुए मक्का, ज्वार और कई अन्य चीजों के अधिक सेवन के कारण हो सकता है।
-कुछ दवाएं भी इस स्थिति को ट्रिगर कर सकती हैं। इसलिए आपको बटरफ्लाई रैश के इन कारणों से बचना चाहिए।

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हालांकि, आप इसके उन कारणों को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते जो कि बटरफ्लाई रैश को ट्रिगर करते हैं। जैसे कि आप नोटिस कर सकते हैं जब आप अचानक अल्ट्रावॉयलेट रेज के संपर्क में आते हैं तो यह रैशेज हो सकते हैं। कुछ लोगों में यह आते जाते रहते हैं खासकर कि कुछ कैमिकल्स के संपर्क में आकर। जैसे कि कुछ स्किन प्रोडक्ट्स या मेकअप वाली चीजें से भी यह दिक्कत आपको हो सकती है। तो इस बीमारी में सबसे जरूरी है कि आप अपने ट्रिगर्स को जान लें।

बटरफ्लाई रैश के लक्षण-Butterfly Rash Symptoms in Hindi

  • -ल्यूपस में बटरफ्लाई रैश जोड़ों के दर्द, मुंह के छालों, धूप में निकलने पर चेहरे पर जलन के साथ महसूस हो सकता है।
  • -डर्माटोमायोसिटिस की वजह से बटरफ्लाई रैश निकलने के साथ आपको कुछ लक्षण महसूस हो सकते हैं। जैसे कि जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी जैसे बैठने की स्थिति से उठने में कठिनाई, सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत, शर्ट के बटन लगाने, बालों में कंघी करने से पहचाना जा सकता है।
  • -मलेर रैशेज दर्दनाक भी हो सकते हैं और इसलिए इनके साथ आपको ठंड लगने के साथ बुखार महसूस हो सकता है।
  • -यह सेल्युलाइटिस और एरिसिपेलस जैसे संक्रमणों के कारण हो सकता है।
  • -ब्लूम सिंड्रोम नामक कुछ आनुवंशिक स्थिति में भी इस रैशेज के लक्षण नजर आ सकते हैं।
  • -जिन लोगों को यह दिक्कत बचपन से है उनकी हाइट छोटी हो सकती है और लोगों को सूरज की रोशनी से एलर्जी महसूस हो सकती है।
  • -मलेर रैशेज होने पर आपका मल ढीला हो सकता है और आपको तंत्रिका संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
  • -सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस की वजह से होने वाले बटरफ्लाई रैश में, लोगों को रैशेज के साथ स्कैल्प पर रूसी, दाढ़ी और चेहरे पर लाल चकत्ते हो सकते हैं।
Malar Rash in hindi

बटरफ्लाई रैश से बचाव के उपाय-Butterfly Rash Precautions

    • -बटरफ्लाई रैश से बचने के लिए धूप से बचाव बहुत जरूरी है। कम से कम 30 SPF वाला ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन इस्तेमाल करें। इसे कान, गर्दन, हाथों पर लगाना न भूलें। SPF लिप बाम का भी इस्तेमाल करें।
    • -हर दिन सनस्क्रीन लगाना न भूलें। इससे आपके पूरे स्किन की सुरक्षा होगी।
    • -सुरक्षात्मक कपड़े जैसे लंबी आस्तीन, लंबी पैंट और चौड़ी किनारी वाली टोपी। पराबैंगनी सुरक्षा कारक (UPF) नंबर वाले कपड़े चुनें।

अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं और सप्लीमेंट्स के बारे में बताएं जो आप ले रहे हैं। कुछ दवाएं सूर्य की संवेदनशीलता को बढ़ा सकती हैं या ल्यूपस को ट्रिगर कर सकती हैं। इससे भी यह दिक्कत हो सकती है। अपने त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करें। अपने रैश का उचित निदान के लिए डॉक्टर से बात करें और सही समय पर इलाज लें।

FAQ

  • किस विटामिन की कमी से मलेर दाने होते हैं-What vitamin deficiency causes malar rash?

    विटामिन बी3 की कमी से मलेर रैश हो सकता है। यह नियासिन (Niacin) यानी विटामिन बी की कमी के कारण हो सकता है। इससे आपकी दिक्कत बढ़ सकती है और आपको इसके लक्षण बार-बार आ सकते हैं।
  • क्या धूम्रपान करने से त्वचा रोग होता है?

    हां, धूम्रपान करने से आपको त्वचा से जुड़ी समस्या हो सकती है। स्मोकिंग ल्यूपस को खराब कर सकता है और भड़का सकता है। इतना ही नहीं, यह बटरफ्लाई रैश की भी वजह भी बन सकता है। इसके अलावा धूम्रपान की वजह से आपके स्किन की हीलिंग पॉवर भी प्रभावित रहती है। 
  • क्या साबुन से रोजेशिया खराब होता है?

    रोजेशिया (Rosacea) वाले लोगों में कठोर साबुत स्थिति को खराब कर सकता है। इसलिए इस स्थिति में हल्के पर सुगंध रहित क्लींजर का उपयोग करें। कठोर साबुन और स्क्रब से बचें। हाइपोएलर्जेनिक और गैर-कॉमेडोजेनिक स्किन केयर प्रोडक्ट्स का चुनाव करें।

 

 

 

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