What Causes Hand Cramps: जब बात क्रैंप्स की होती है, तो लोगों के दिमाग में सबसे पहले पीरियड्स क्रैम्प्स ही आते हैं। हालांकि, आज के इस आर्टिकल में हम पीरियड्स या पेट के क्रैंप्स की बात नहीं कर रहे हैं। यहां हम बात हाथों में आने वाले क्रैंप्स की कर रहे हैं। अक्सर रात में सोते समय, जब हम हाथ को दबाकर सो जाते हैं, तो उसमें क्रैंप्स आ जाते हैं। बता दें कि हाथों में क्रैम्प या ऐंठन का मतलब है, आपकी उंगलियों, हथेली या बांह में अनैच्छिक मांसपेशी संकुचन (Muscle Contractions) या ऐंठन का होना। ये क्रैम्प हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। ये कुछ सेकंड से लेकर कई मिनट तक रह सकते हैं। आइए इस बारे में विस्तार से डॉ. अखिलेश यादव, एसोसिएट डायरेक्टर-ऑर्थोपेडिक्स एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, मैक्स हॉस्पिटल, वैशाली (Dr. Akhilesh Yadav, Associate Director-Orthopedics & Joint Replacement, Max Hospital,Vaishali) से जान लेते हैं।
हाथों में क्रैम्प कब आ सकता है?- When Can Cramps Come in the Hands
डॉ. अखिलेश यादव बताते हैं कि हाथ की ऐंठन दर्दनाक हो सकती है, जो अक्सर आपको लिखने, टाइप करने या चीजों को पकड़ने जैसे रोजमर्रा के कार्य करने में परेशानी दे सकती है। ये अनैच्छिक मांसपेशी संकुचन (Muscle Contractions) आम तौर पर ज्यादा उपयोग, थकान या दोहराव वाली गति के परिणामस्वरूप होते हैं, जो आपके हाथों की छोटी मांसपेशियों पर दबाव डाल सकते हैं। अगर आप लंबे समय तक कंप्यूटर पर बिता रहे हैं या मोटर एक्टिविटीज करते हैं, तो आपके हाथ आपकी सोच से कहीं अधिक मेहनत करते हैं।
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हाथों में क्रैम्प क्यों आते हैं?- Why Do Cramps Occur in the Hands
हाथों में क्रैंप्स की समस्या डिहाइड्रेशन और आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे कि पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम के निम्न स्तर पर भी मसल्स में ऐंठन का कारण बन सकते हैं। ये पोषक तत्व स्वस्थ तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, खराब डाइट या बहुत ज्यादा पसीना निकलना आपके जोखिम को बढ़ा सकता है।
इसके साथ ही, गठिया, डायबिटीज, कार्पल टनल सिंड्रोम या यहां तक कि तंत्रिका संबंधी विकार जैसी अंदरूनी चिकित्सा स्थितियां भी पुरानी या बार-बार होने वाली हाथ की ऐंठन में योगदान दे सकती हैं। ऐसे मामलों में, ऐंठन के साथ अक्सर सुन्नता, झुनझुनी या कमजोरी की समस्या भी हो सकती है।
हाथों के क्रैंप्स से कैसे करें बचाव?- How to Prevent Hand Cramps
हाथों के क्रैंप्स की समस्या से बचाव के लिए आप कुछ टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। आइए इस बारे में जान लेते हैं:
- नियमित एक्सरसाइज: हाथों के क्रैम्प्स की समस्या से बचने के लिए आप रोजाना एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है और क्रैंप्स की संभावना कम होती है।
- इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन: इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लेना और पर्याप्त पानी पीना बहुत जरूरी है। इससे भी हाथों के क्रैंप्स से बचा जा सकता है।
- डिहाइड्रेशन से बचाव: पर्याप्त पानी पीने से डिहाइड्रेशन से बचा जा सकता है। यह हाथों के क्रैंप्स से बचने के लिए जरूरी है।
- मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग: मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग करने से क्रैंप्स की संभावना कम हो सकती है।
- आराम: पर्याप्त आराम करने से मांसपेशियों को ठीक होने का समय मिलता है। इससे भी क्रैंप्स की संभावना कम होती है।
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कुल मिलाकर, हाथ की ऐंठन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए आपको हाइड्रेटेड रहने, संतुलित आहार खाने, लंबे और मेहनत वाले कामों के दौरान ब्रेक लें और अपने हाथों को नियमित रूप से स्ट्रेच कर सकते हैं। बता दें कि अगर ऐंठन बनी रहती है या बिगड़ जाती है, तो ज्यादा गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
FAQ
हाथ-पैरों में क्रैम्प क्यों आते हैं?
मसल्स को ठीक से काम करने के लिए नियमित रूप से खिंचना पड़ता है। ऐसे में लंबे समय तक एक ही काम करने से मसल्स में ऐंठन होने की संभावना बढ़ जाती है।क्या चिंता से मांसपेशियों में दर्द होता है?
स्ट्रेस की वजह से मसल्स में क्रैम्प आ सकते हैं। बता दें कि मसल्स में ऐंठन तब हो सकती है, जब मांसपेशियों पर बहुत ज्यादा जोर दिया जाता है।कौन-से विटामिन की कमी से मांसपेशियों में दर्द होता है?
विटामिन-डी की कमी से मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। विटामिन-डी एक ऐसा विटामिन है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है।