Symptoms And Causes of Nail Psoriasis In Hindi: आपकी खूबसूरती को बढ़ाने में शरीर के अन्य अंगों के साथ ही नाखूनों का अहम रोल होता है। लेकिन, कई बार कुछ समस्याओं को चलते आपके नाखूनों के रंग, बनावट और मजबूती में बदलाव नजर आने लगता है। नाखूनों में किसी तरह के बदलाव कई मामलों में गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इस तरह नाखून से जुड़ी समस्या को नेल सोरायसिस (Nail Psoriasis) के नाम से जाना जाता है। यह एक ऑटोइम्यून (autoimmune) रोग है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली अपने ही ऊतकों पर हमला करने लगती है। नाखूनों में सोरायसिस होना एक आम बात नहीं है, लेकिन जिन लोगों को त्वचा का सोरायसिस होता है, उनमें से ज्यादातर लोगों को नाखूनों में भी लक्षण देखने को मिल सकते हैं। फिलहाल, इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉ विजय सिंघल से जानते हैं कि नाखूनों में सोरायसिस के लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं?
नाखून सोरायसिस के लक्षण - Symptoms of Nail Psoriasis In Hindi
नेल सोरायसिस, सोरायसिस का ही एक प्रकार है जो सीधे आपके हाथों या पैरों के नाखूनों को प्रभावित करता है। इसमें नाखून की बनावट, रंग, मोटाई और मजबूती में बदलाव आ सकता है। यह स्थिति में व्यक्ति को तेज दर्द महसूस हो सकता है, ऐसे में कई बार नाखून टूटने या गिरने तक की नौबत आ जाती है। नेल सोरायसिस के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। ऐसे में कुछ लक्षणों को आगे बताया गया है।
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नाखून के रंग में बदलाव होना
इस समस्या में आपके नाखूनों के नीचे की त्वचा (नाखूनों के नीचे की सतह) का रंग बदल सकता है। सैल्मन पैच या ऑयल ड्रॉप स्पॉट कहे जाने वाले ये परिवर्तन पीले, लाल, गुलाबी या भूरे रंग के दिख सकते हैं। कई बार नाखून के नीचे खून के निशान भी दिख सकते हैं।
नाखून पर छोटे-छोटे गड्ढे होना (Pitting)
नाखून की सतह पर कई छोटे-छेद या गड्ढे बन जाते हैं। ये उभार या धंसे हुए बिंदु की तरह दिखते हैं। कुछ लोगों के नाखूनों पर एक या दो गड्ढे बने दिखाई देते हैं, जबकि कुछ नाखूनों पर यह दो से 10 तक हो सकते हैं। इनका आकार पिन के बराबर या उससे थोड़ा अधिक हो सकता है। लेकिन यह गहरे होते हैं।
नाखून का आकार में बदलाव होना
सोरायसिस में नाखून अक्सर मोटे और उबड़-खाबड़ हो जाते हैं, जिससे उन्हें काटना या साफ करना मुश्किल होता है। वहीं उनके आकार में भी बदलाव हो सकता है। कई मामलों में यह आसानी से टूटने लगते हैं। जबकि, कुछ लोगों के नाखूनों की नोक के नीचे की त्वचा भी छिलने लगती है। धीरे-धीरे यह नाखून उंगली से अलग होने लगते हैं। नाखूनों पर फंगस भी शुरू हो सकता है।
नाखून का अलग हो जाना (Onycholysis)
नाखून अपनी जड़ (नेल बेड) से अलग होने लगता है। यह स्थिति दर्दनाक हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
नेल बेड पर सूजन और दर्द
नाखून के आसपास की त्वचा लाल, सूजी हुई और संवेदनशील हो सकती है। कुछ मामलों में नाखून पपड़ी की तरह सूखकर गिरने लगते हैं।
नाखून सोरायसिस के कारण - Causes of Nail Psoriasis In Hindi
ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसमें शरीर की इम्यून सिस्टम गलती से त्वचा या नाखून की कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे सूजन और कोशिका वृद्धि तेज हो जाती है।
अनुवांशिक कारण (Genetics)
अगर परिवार में किसी को सोरायसिस है, तो आपके नाखूनों में भी यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
त्वचा का सोरायसिस
जिन लोगों को पहले से त्वचा पर सोरायसिस है, उनमें नाखून सोरायसिस होने का खतरा अधिक होता है।
किसी तरह की चोट (Nail Trauma)
नाखून पर बार-बार चोट लगना या अधिक दबाव पड़ना भी इस स्थिति को ट्रिगर कर सकता है।
फंगल इंफेक्शन
कभी-कभी फंगल इन्फेक्शन और सोरायसिस साथ-साथ हो सकते हैं, जिससे लक्षण अधिक गंभीर हो जाते हैं। इसके अलावा, अन्य समस्याएं जैसे रूमेटॉइड आर्थराइटिस या अन्य सूजन संबंधी बीमारियां भी नाखून सोरायसिस से जुड़ी हो सकती हैं।
नाखून सोरायसिस की पहचान कैसे की जाती है?
डॉक्टर आमतौर पर नाखूनों की स्थिति देखकर ही अनुमान लगा सकते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर बायोप्सी (नाखून की ऊतक जांच) की जाती है ताकि सोरायसिस की पुष्टि हो सके और फंगल संक्रमण जैसी दूसरी स्थितियों से इसे अलग किया जा सके।
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नाखून सोरायसिस केवल एक कॉस्मेटिक समस्या नहीं है, बल्कि यह एक गम्भीर ऑटोइम्यून कंडीशन का संकेत हो सकता है। इसके लक्षणों को पहचानना और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। इस दौरान डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर दवाएं, क्रीम, फोटोथेरेपी चुन सकते हैं। अगर, आपको नाखून पर किसी भी तरह के बदलाव दिखें तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
नाखूनों में गड्ढे क्यों बनते हैं?
नाखून में गड्ढे (nail pitting) कई कारणों से हो सकते हैं, जिनमें से सबसे आम सोरायसिस (psoriasis) है. इसके अलावा, एलोपेसिया एरीटा (alopecia areata) और एक्जिमा (eczema) जैसे त्वचा संबंधी विकार भी नाखून में गड्ढे का कारण बन सकते हैं।क्या सोरायसिस छूने से फैलता है?
सोरायसिस किसी अन्य व्यक्ति को छूने से नहीं फैलता है। साथ ही, किसी व्यक्ति के पास बैठने या छींक आदि से भी इसके संक्रमण का जोखिम नहीं होता है।सोरायसिस में कौन सा साबुन लगाना चाहिए?
सोरायसिस होेने पर आपको साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसमें मौजूद कैमिकल्स आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसकी जगह पर आप बेसन या अन्य नेचुरल उपायों से त्वचा को साफ कर सकते हैं।