बच्चों के देर से चलने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? कैसे सिखाएं उन्हें जल्दी चलना

बच्चों में देर से चलने के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपका बच्चा सही उम्र के बाद भी नहीं चल पा रहा है, तो आप ये टिप्स अपना सकते हैं। 
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बच्चों के देर से चलने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? कैसे सिखाएं उन्हें जल्दी चलना


बच्चे के विकास में चलना शुरू करना एक महत्वपूर्ण चरण होता है। आमतौर पर बच्चे 9 से 12 महीने में चलना शुरू कर देते हैं और कई बच्चे 15 महीने में भी चलना शुरू करते हैं। ज्यादातर बच्चे एक साल तक चलना शुरू कर देते हैं। हालांकि कई बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो काफी देर से चलना शुरू करते हैं। कई बार ऐसी स्थिति देखकर पेरेंट्स घबरा जाते हैं लेकिन आपको घबराने की जगह इसके समाधान के बारे में सोचना चाहिए। कई बार ये भी हो सकता है कि आनुवांशिक गुणों के कारण भी बच्चे देर से चलना शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा आपको डॉक्टर से दिखाने की जरूरत तबो होती है, जब आपके बच्चे के उम्र के बच्चे चलना शुरू कर दें और आपका बच्चा उससे 2-3 महीने बाद भी नहीं चल पा रहा है। उसे खड़े होने में भी परेशानी हो रही है। इसके अलावा घुटनों के बल पर चल रहा है, तो इसके लिए आपको बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि डॉक्टर से संपर्क करने की कोशिश करें ताकि इसका उचित समाधान किया जा सके। 

बच्चों के देर से चलने का कारण 

1. मांसपेशियों का विकास न हो पाना 

कई बार पोषण की कमी या मोटापा के कारण भी बच्चे की मांसपेशियों में मजबूती नहीं आ पाती है और इससे उन्हें चलने में परेशानी आ सकती है। इसके अलावा कई बार ऐसा भी हो सकता है कि बच्चे का मस्तिष्क मासंपेशियों को नियंत्रित नहीं कर पाता है। जिसकी वजह से उन्हें चलने में परेशानी हो सकती है। लेकिन इससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि मांसपेशियों की गति को नियंत्रित करना या बच्चे को पौष्टिक आहार की मदद से आप उन्हें सक्षम बना सकते हैं। इससे उनका विकास तेजी से हो सकता है और वह जल्दी चलना शुरू कर सकते हैं। 

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2. बच्चे के पैरों का झुका होना 

कई बच्चों के पैर झुके हुए होते हैं मतलब उनके घुटने की हड्डी बाहर होती है। पैरों का बाहर की ओर झुके होने के कारण बच्चे को चलने में भी परेशानी हो सकती है। इससे बच्चा देरी से तो नहीं चलता है लेकिन उन्हें चलते समय आगे झुकने की आदत हो सकती है। हालांकि कई बार ये परेशानी 2 साल की उम्र के बाद ठीक हो सकती है। लेकिन अगर आपके बच्चे का पैर 2 साल की उम्र के बाद भी ठीक न हो पाए, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ताकि इससे उन्हें चलने में परेशानी न हो। 

3. बच्चे के तलवे मुड़े होना 

जन्म के समय बच्चे के तलवे मुड़े हुए होते हैं। तलवों को घूमावदार बनने में समय लगता है। अगर आपके बच्चे के तलवे सपाट है, तो उन्हें चलने में परेशानी हो सकती है। इस कारण से उनके टखने चलते समय मुड़े हुए दिखते हैं। हालांकि ये समस्या भी समय के साथ ठीक हो सकती है लेकिन ये दिक्कत बच्चे के बड़े होने के बाद समझ आती है। इसलिए अगर सपाट तलवों की वजह से बच्चे को अधिक परेशानी हो रही है, तो एक्सपर्ट से जरूर बात करनी चाहिए। 

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4. घर के माहौल के कारण 

कई बार घर के माहौल के कारण भी बच्चा देरी से चलना सीख पाता है। दरअसल बच्चे सभी को प्यार होते हैं। ऐसे में घर के लोग हर बात में बच्चे को गोद में उठा लेते हैं और उनके गिरने पर उन्हें तुरंत गोद में उठा लेते हैं और उन्हें सीखने का मौका नहीं देते हैं, जिसकी वजह से बच्चा चलने का कोशिश नहीं करता है और साथ ही उन्हें अगर आप चोट के डर से चलने से रोकते हैं, तो वह अंदर से मजबूत नहीं बन पाते हैं, इसलिए उन्हें वॉकर के बिना चलने दें। इससे वह चोट लगने से और मजबूत बनते हैं। 

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बच्चे को चलना कैसे सिखाएं

1. बच्चे को चलने में अगर परेशानी हो रही है, तो आप उन्हें हाथ पकड़कर मूव करवा सकते हैं। धीरे-धीरे इस तरह से मदद करने पर वह बिना सहारा के चल पाते हैं। 

2. इसके अलावा उन्हें उनकी फेवरेट चीजें देने के लिए बुला सकते हैं। जैसे कैंडी दिखाकर आप बच्चे को बुला सकते हैं। इससे उनमें चलने का उत्साह रहता है। 

3. अगर कमजोरी के कारण बच्चा नहीं चल पा रहा है, तो आपको बच्चे की हाथ-पैर की मजबूती के लिए अच्छे से मसाज करनी चाहिए। इससे उन्हें अंदर से ताकत मिल सकती है। 

4. बच्चे को चोट लगने के डर से हमेशा गोद में उठाकर न रखें। इससे वे देरी से चलना सीखते हैं और उन्हें काफी परेशानी हो सकती है। 

(All Image Credit- Freepik.com)

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