जब तक शिशु 6 माह का नहीं होता है तब तक उसे मां का दूध देने की सलाह दी जाती है। बहुत बार शिशु को 1 साल तक भी दूध पिलाया जाता है। कुछ मामलों में देखा जाता है कि बच्चा 2 से 3 साल तक भी मां का दूध पीता है। ऐसी परिस्थितियों में अगर बच्चे को मां का दूध पीने की आदत है तो रात में वह भूख लगने पर फिर दूध मांगेगा। ऐसे में बच्चा और मां दोनों की नींद डिस्टर्ब होती है। यही नहीं अगर आपका बच्चा बोतल का दूध पीता है तो रात में दूध पीने से दांत सड़ने का जोखिम बढ़ सकता है। तो वहीं, अगर मां ने नींद में बच्चे के मुंह में अपना स्तन लगाकर छोड़ दिया तो बच्चे के कान में दूध चला जाएगा, जिससे कान में मवाद बन जाएगा। यही वे कारण हैं जिनके लिए कहा जाता है कि बच्चे को रात दूध पिलाने से बचना चाहिए। बच्चे की रात में दूध पीने की आदत को छुड़ाने के लिए हम यहां कुछ टिप्स आपको दे रहे हैं।
बच्चे की रात में दूध पीने की आदत ऐसे छुड़ाएं
बच्चे को रात में दूध पिलाने के अपने जोखिम हो सकते हैं। 6 माह तक शिशु को मां के दूध की जरूरत होती है। उससे ज्यादा होने पर शिशु के दूध पिलाने की आदत को छुड़ाने की कोशिश करें। हालांकि यह दूध छुड़ाने की सलाह आप अपने डॉक्टर से पूछकर भी ले सकती हैं। वे सही सजेस्ट कर पाएंगे कि अभी बच्चे का दूध पीना छुड़ाना चाहिए या नहीं। यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं जिनसे आप रात में 6 माह से अधिक उम्र के बच्चे का दूध पीना छुड़ा सकते हैं-
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1. दूध पिलाकर सुलाएं
अगर आप बच्चे को रात में सोने से पहले शाम को ही दूध पिलाकर सुलाएंगे तो बच्चा रात में दूध नहीं मांगेगा। दिन में किसी भी वक्त दूध पिलाकर सुलाने से बच्चे को रात में फिर से भूख लग जाती है। इसलिए आप दिन में ज्यादा बार दूध पिलाकर बच्चे को सुलाएं।
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2. शिशु को खुद से दूर सुलाएं
अक्सर ऐसा होता है बच्चा जितना मां के स्पर्श में रहता है उसे उतनी ब्रेस्टफीडिंग की जरूरत पड़ती है। रात को जब आप सोती हैं तो बच्चे को खुद से थोड़ा दूरी पर सुलाएं। ताकि वह आपके स्पर्श से बार-बार दूध पीने के लिए न उठे।
3. धीरे-धीरे छु़ड़ाएं आदत
बच्चे की रात में दूध पीने की आदत धीरे-धीरे छुड़ाएं। एक साथ नहीं छुटेगी। इसलिए ध्यान दें कि बच्चा रात में कितनी बार आपका दूध मांगता है। इसी अनुसार आप उसे रात में दूध पिलाने की गतिविधि कम कर सकती हैं। अगर आप एक साथ बच्चे को दूध पिलाना छोड़ते हैं तो इससे बच्चा जिद्दी भी हो सकता है। उसे भूख बर्दाश्त नहीं होगी। इसलिए धीरे-धीरे इस आदत को छुड़ाएं।
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4. ध्यान से दूध पिलाएं
आप जब भी बच्चे को दूध पिलाएं तो आपका पूरा ध्यान शिशु को दूध पिलाने पर होना चाहिए। अगर आप दूध पिलाते समय बच्चे पर ध्यान नहीं दे पाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में बच्चा दूध ठीक से नहीं पी पाता है। जिससे उसका पेट नहीं भरता और वह रात में फिर दूध मांगता है। इसलिए दूध पिलाते समय पूरा ध्यान बच्चे पर दें।
बच्चे की रात में दूध पीने की आदत को छुड़ाना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे बच्चे को नुकसान हो सकता है। इसिलए उसे दिन में अच्छे से दूध पिलाकर सुलाएं। शिशु को अगर आप रात में दूध पिलाते हैं तो उसे दांत सड़ने से लेकर कान में दूध चला गया तो कान का संक्रमण हो सकता है। इसलिए शिशु को दूध पिलाते समय उस पर ध्यान देना जरूरी है।
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