क्या आपने कभी अपने सोने की पोजीशन के बारे में विचार किया है। शायद नहीं। हालांकि यह बहुत जरूरी है। आखिर हम सब अपने जीवन का लगभग तीसरा हिस्सा सोने में गुजार देते हैं। तो ऐसे में कुछ देर रुककर इस बारे में विचार करना बेहद जरूरी है कि आखिर कैसे सोने में थोड़े बहुत बदलाव करने से हमें कुछ फायदे या नुकसान हो सकते हैं।
यह जानना बहुत आसान है कि आप अच्छी तरह सो पा रहे हैं या नहीं। इसके लिए सबसे आसान तरीका यह है कि आप देखें कि सुबह बिस्तर से उठने के बाद आप कैसा महसूस करते हैं। कुछ लोग बिस्तर से एक दम ताजा उठते हैं। वे दिन की भागदौड़ के लिए बिलकुल तैयार होते हैं। वहीं कुछ के लिए सुबह की शुरुआत बहुत थकान भरी होती है। वे बामुश्किल खड़े हो पाते हैं। उनकी कमर का दर्द उन्हें चलने भी नहीं देता। हो सकता है कि आप खुद को इन दो विपरीत ध्रुवों के बीच कहीं पाते हों।
करवट लेकर दोनों टांगें साथ करके सोना
अपने सोने की आदत में थोड़ा सा बदलाव कर आप अपनी कमर पर पड़ने वाले दबाव को कम कर सकते हैं। अगर आप करवट लेकर सोते हैं तो अपनी टांगों को थोड़ा सा अपनी छाती की ओर लेकर आयें। और साथ ही अपनी टांगों के बीच एक तकिया रखें। बेहतर होगा अगर आप अपनी टांगों के बीच में पूरा तकिया रखेंगे।
करवट लेकर दोनों टांगों को साथ रखकर और घुटनों को सही पोजीशन में रखकर सोना काफी अच्छा होता है। इससे शरीर पर काफी कम दबाव पड़ता है। इससे आपका श्रोणिक क्षेत्र भी सही रहता है। इस पोजीशन में सोने से आपके नर्वस सिस्टम को भी आराम मिलता है। सिर के नीचे लगाया जाने वाले तकिये की मोटाई भी सही हो। यह ऐसा होना चाहिये जिससे आपकी गर्दन पर दबाव न पड़े। इससे आपको आरामदेह नींद मिलेगी।
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कमर के बल सोना
अगर आप सीधा अपनी कमर के बल सोते हैं तो शरीर का सामान्य कर्व बनाये रखने के लिए घुटनों के नीचे तकिया रखें। इससे आपकी लोअर बैक का कुदरती कर्व बना रहेगा। कमर को अतिरिक्त सपोर्ट देना चाहते हैं तो इसके साथ ही थोड़ा तौलिया रोल करके भी लगा सकते हैं। अपनी गर्दन को सही तकिये का सपोर्ट दें। लेकिन यह भी हो सकता है कि कमर के बल सोते समय शायद तकिया इस्तेमाल न करना चाहें। क्योंकि इस पोजीशन में सोत समय सिर के नीचे तकिया लगाने से कई बार आपका सिर अप्राकृतिक पोजीशन में चला जाता है। इस पोजीशन में सोते समय आपकी टांगें सीधी होनी चाहिये। कई बार आपका एक घुटना ऊपर हो जाता है। इससे बचना चाहिये। इससे श्रोणि में बेकार का मोड़ आ सकता है। ज्यादा घूमने से आपके कूल्हों के जोड़ पर भी असर पड़ सकता है।
पेट के बल सोना हो तो
यह सोने के लिए सबसे बुरी पोजीशन है। पेट के बल सोने से आपकी गर्दन पर काफी बोझ पड़ता है। अगर आपको किसी और तरह से नींद नहीं आती, तो अपने श्रोणिक क्षेत्र और लोअर एब्डोमिनल के नीचे तकिया लगायें। अगर इससे आपकी कमर पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता, तो आप सिर के नीचे तकिया लगा सकते हैं। अगर इससे आपकी कमर पर दबाव पड़ता है, तो तकिये के बिना ही सोने की कोशिश करें। अगर आप अपने पेट के बल सोते हैं तो आपकी लोअर बैक पर पूरी रात दबाव पड़ता रहता है। और साथ ही आपकी गर्दन और सिर भी पूरी रात लगातार ट्विस्ट होते रहते हैं।
जैसी हमारी नींद होती है, हमारे अगला दिन भी वैसा ही रहता है। सोने की सही पोजीशन से हमारी नींद अच्छी होती है और अगर हमारी नींद अच्छी हो, तो अगले दिन हम बेहतर काम कर पाते हैं।
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