हमारे शरीर में दांतों की भूमिका बेहद अहम होती है। ऐसे में अगर दांतों को क्षति पहुंचती है या वे कमजोर हो जाएं तो उसका प्रभाव हमारे खाने की प्रक्रिया, बोलने की प्रक्रिया आदि पर पड़ता है। दांतों का मजबूत होना जरूरी है। वहीं दांतों का पीलापन शर्मिंदगी का कारण बन सकता है। यही कारण होता है कि डॉक्टर्स सुबह ब्रश करने के साथ रात को सोने से पहले भी ब्रश करने की सलाह देते हैं। ऐसा इसीलिए जिससे दांतों को मजबूती मिले और उसका पीलापन भी दूर हो जाए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सरसों का तेल दांतों के पीलेपन को दूर करने में उपयोगी है? जी हां, आज का हमारा ये लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आप सरसों के तेल में ऐसी कौन सी चीजे हैं जिन्हें मिलाकर दांतों के पीलेपन को दूर कर सकते हैं। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
1 - सरसों का तेल और सेंधा नमक
बता दें कि सेंधा नमक के अंदर एंटीबैक्टीरियल गुणों के साथ आयरन, आयोडीन, फास्फोरस, पोटेशियम, क्रोमियम, लिथियम, सोडियम, क्लोराइड आदि तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में सेंधा नमक का प्रयोग सरसों के तेल के साथ किया जाए तो ये दातों के पीलेपन को दूर करने के साथ-साथ पायरिया से भी छुटकारा दिलाते हैं। आप सेंधा नमक का प्रयोग माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी कर सकते हैं। ये सांसों की बदबू से छुटकारा दिलाता है।
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2 - सरसों का तेल और गाय के गोबर की राख
सरसों के तेल के साथ गाय के गोबर की राख का प्रयोग दांतो के लिए बेहद फायदेमंद है। ये दाग-धब्बों को दूर करने के साथ-साथ पीलेपन से भी छुटकारा दिलाता है। ऐसे में गोबर के उपले को जलाकर उसकी राख तैयार करें और उसमें सरसों के तेल की कुछ बूंदे मिलाएं। अब अपने दांतो पर उस मिश्रण का मंजन के रूप में इस्तेमाल करें। ऐसा करने से दांतों का पीलापन जल्दी दूर होता है। आप गोबर की राख का प्रयोग बिना सरसों के तेल के भी कर सकते हैं।
3 - सरसों का तेल और हल्दी
चूंकि हल्दी के अंदर सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं ऐसे में ये न केवल सूजन को दूर करते हैं बल्कि कई कीटाणु, बैड बैक्टीरिया आदि को खत्म करने में भी बेहद उपयोगी हैं। ऐसे में अगर हल्दी पाउडर का प्रयोग सरसों के तेल के साथ दांतों पर करते हैं तो यह एक प्राकृतिक टूथपेस्ट के रूप में काम करता है। इसमें आप सरसों के तेल और हल्दी के साथ समुद्री नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं और बने मिश्रण से दांतों की मसाज कर सकते हैं। ऐसा करने से दांतों का पीलापन दूर होता है साथ ही मसूड़े भी तंदुरुस्त बनते हैं।
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4 - सरसों का तेल और गुनगुना पानी
बता दें कि केवल सरसों के तेल से भी दांतों की कई समस्या को दूर किया जा सकता है-
1 - ऐसे में सरसों के तेल की कुछ बूंदों को हथेली पर लें और उसमें पानी की कुछ बूंदें डालें।
2 - अब सरसों के तेल और उन बूंदों को मिक्स करें और एक मिश्रण तैयार करें।
3 - अब इस मिश्रण को दांतों पर अप्लाई करें।
4 - 2 से 3 मिनट के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
ऐसा करने से ना केवल मसूड़ों की सूजन दूर होती है बल्कि दातों का दर्द दांतो का पीलापन, दातों की कमजोरी आदि समस्याएं भी दूर हो जाती है और दांत मजबूत बनते हैं।
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5 - सरसों का तेल और बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा को सोडियम कार्बोनेट के रूप में भी देखा जाता है। ऐसे में यह दांतों के दाग धब्बों को दूर करने में बेहद उपयोगी है। बेकिंग सोडा और सरसों के तेल से कुल्ला करने पर दांत सफेद हो जाते हैं और ओरल हेल्थ में सुधार आता है। सरसों के तेल के अलावा आप नारियल का तेल, जैतून का तेल, तिल का तेल आदि का प्रयोग भी कर सकते हैं। बता दें कि बेकिंग सोडा दांतों में कीड़ों को लगने से रोकता है साथ ही मुंह का संक्रमण और दाग धब्बों को हटाने में उपयोगी है। लेकिन इसका ज्यादा समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए वरना ऐसा करने से दांत खराब हो सकते हैं या दातों में संवेदनशीलता भी आ सकती है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि सरसों का तेल दातों के लिए बेहद उपयोगी है। अगर सरसों के तेल के साथ कुछ चीजों को मिलाया जाए तो वह दांतों को मजबूती देने के साथ-साथ उन्हें चमकदार बनाने और पीलापन दूर करने में उपयोगी है। लेकिन ऊपर बताए गए किसी भी चीज से आपको एलर्जी है या आप किसी अन्य समस्या के शिकार हैं तो इन चीजों का उपयोग करने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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